सोलन: पैरा बोशिया कोर्ट मस्कुलर डिस्ट्राॅफी प्रभावितों के लिए खोलेगा नए रास्ते

  •  जिला उपायुक्त कृतिका कुल्हारी इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में करेंगी शिरकत

सोलन: इण्डियन एसोसिएशन ऑफ़ मस्क्यूलर डिस्ट्राॅफी द्वारा सोलन में दिव्यांग जन के लिए बोशिया खेल का राष्ट्रीय स्तरीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी इण्डियन एसोसिएशन ऑफ़ मस्क्यूलर डिस्ट्राॅफी की अध्यक्ष संजना गोयल ने दी।

उन्होंने कहा कि 07 दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय प्रशिक्षण शिविर का विधिवत शुभारम्भ 29 अगस्त को सांय 3.00 बजे किया जाएगा। सोलन की उपायुक्त कृतिका कुल्हरी शिविर का शुभारम्भ करेंगी।

संजना गोयल ने कहा कि बोशिया एक ऐसा खेल है जिसे केवल व्हील चेयर पर बैठा व्यक्ति ही खेल सकता है। उन्होंने कहा कि यह खेल अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त है और इसे पैरा ऑलम्पिक गेम्ज़ में खेला जाता है। उन्होंने कहा कि मस्क्यूलर डिस्ट्राॅफी से पीड़ित व्यक्ति भी बोशिया खेल सकते हैं। उन्होंने कहा कि इण्डियन एसोसिएशन ऑफ़ मस्क्यूलर डिस्ट्राॅफी द्वारा मस्क्यूलर डिस्ट्राॅफी एकीकृत पुनर्वास केन्द्र ‘मानव मंदिर’ कोठों में बोशिया खेल के लिए ‘कोर्ट’ तैयार किया है।

उन्होंने कहा कि इण्डियन एसोसिएशन ऑफ़ मस्क्यूलर डिस्ट्राॅफी इस असाध्य रोग से पीड़ित व्यक्तियों के पुनर्वास के लिए कार्यरत है। मानव मंदिर में मस्क्यूलर डिस्ट्राॅफी से पीड़ित व्यक्तियों के स्वास्थ्य इत्यादि के दृष्टिगत अनेक शिविर एवं पाठ्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

पैरा बोसिया स्पोट्र्स वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष जसप्रीत सिंह धालीवाल ने आज यहां बताया कि बोसिया खेल वर्ष 1984 से पैरालोंपिक खेल के रूप में खेला जा रहा है। यह पैरालोंपिक खेलों में एक प्रतिस्पर्धी खेल आयोजन रहा है। यह खेल पूरी तरह व्हीलचेयर से चलने वाले खिलाडि़यों के लिए पैरालोंपिक खेलों में चार श्रेणियों के लिए बनाया गया है।

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *