नई दिल्ली: कोरोना वायरस का कहर अभी थमा भी नहीं था कि अब कोरोना का नया स्ट्रेन चिंताएं बढ़ा रहा है। अब भारत में भी कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की पुष्टि हो चुकी है। भारत में 6 लोगों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है. ये 6 लोग ब्रिटेन की यात्रा से वापस देश लौटे हैं। वहीं जिन लोगों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है, उन्हें आइसोलेट किया गया है और उनके संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है।
देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) का आतंक जारी है। अब कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने भी भारत में दस्तक दे दी है। यूके से लौटे 6 लोगों में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबित इनमें 3 सैंपल की NIMHANS, बेंगलुरु में पुष्टि हुई है। इसके अलावा 2 CCMB, हैदराबाद में मिले हैं और 1 NIV, पुणे में मिला है। वहीं जिन लोगों के सैंपल नए स्ट्रेन से पॉजिटिव पाए गए हैं, उन्हें राज्य सरकारों के जरिए निर्देश दिए गए अलग कमरे में आइसोलेट किया गया है।
ब्रिटेन से आए जिन 6 लोगों में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है, उनका इलाज किया जा रहा है। इसके साथ ही उनके संपर्क में आए लोगों को क्वारनटीन किया गया है। वहीं दिशानिर्देशों के मुताबिक सह-यात्रियों, पारिवारिक लोगों और अन्य लोगों के लिए व्यापक कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग भी शुरू किया गया है। इसके अलावा अन्य सैंपल का जीनोम स्किवेंसिंग किया जा रहा है।
दरअसल, 25 नवंबर से 23 दिसंबर तक यूके से करीब 33 हजार लोग भारत आए थे। इन सभी लोगों को ट्रैक किया गया और उनका टेस्ट करवाया गया। इसमें से कुल 114 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले थे। जिसके बाद इनके सैंपल का जीनोम स्किवेंसिंग किया गया था। इन्हें देश में 10 लैब (एनआईबीएमजी कोलकाता, आईएलएस भुवनेश्वर, एनआईवी पुणे, सीसीएस पुणे, सीसीएफडी हैदराबाद, सीडीएफडी हैदराबाद, इनामो बेंगलुरु, निमहंस बेंगलुरु, आईजीआईबी दिल्ली, एनसीडीसी दिल्ली) में भेजा गया. जहां इनकी जांच हुई।
बता दें कि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की सबसे पहले ब्रिटेन में पुष्टि हुई थी। इसके बाद अब तक यह कई देशों में फैल चुका है। कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के मामले ब्रिटेन के अलावा अब भारत, स्पेन, स्वीडन, स्विटजरलैंड, फ्रांस, डेनमार्क, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड्स, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान, लेबनान, सिंगापुर और नाइजीरिया में भी सामने आ चुके हैं। वहीं दक्षिण अफ्रीका में भी कोरोना वायरस का एक नया स्ट्रेन मिला है। यह ब्रिटेन के नए स्ट्रेन से अलग है।