प्रखर गुप्ता/पांवटा: पांवटा साहिब के मुख्य बाजार से और ड्रग इंस्पेक्टर ऑफिस से चंद कदमों की दूरी पर खुली प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर काफी समय से जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध नहीं हो रही है। जिस कारण गरीब जनता को ब्रांडेड दवाइयां लेने को मजबूर होना पड़ रहा है। जन औषधि केंद्र का केमिस्ट जनता को जेनेरिक दवा नहीं है कहकर ब्रांडेड दवाइयां लेने के लिए कहता है। अब सवाल यह उठता है कि ड्रग डिपार्टमेंट ने जब उक्त व्यक्ति को प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के नाम से लाइसेंस दिया है तो उस प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर ब्रांडेड दवाइयां उक्त व्यक्ति कैसे बेच सकता है? जबकि बीपीपीआई की गाइडलाइन है की जो दवाइयां बीपीपीआई की लिस्ट में नहीं होंगी, सिर्फ वही ब्रांडेड दवाइयां जन औषधि केंद्र पर रख सकता है। जब इस बारे ड्रग डिपार्टमेंट के इंस्पेक्टर भूमिका से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि जन औषधि केंद्र ब्रांडेड दवाइयां रख सकता है या नहीं तो उन्होंने कहा कि बारे में उनको कोई जानकारी नहीं है और वे कुछ देर में पता करके जानकारी देंगी। जब पुनः उन्हें फोन किया गया तो उन्होंने कहा कि वह मौके पर जाकर जांच पड़ताल करेंगी।