किन्‍नौर: एसजेवीएन के सीएमडी नन्‍द लाल शर्मा ने किया जंगी थोपन पोवारी जलविद्युत परियोजना के कार्यालय का उद्घाटन

  • एसजेवीएन के पास इस क्षेत्र में जरूरी अवसंरचना उपलब्‍ध, फास्‍ट ट्रैक पर पूरी करेंगे परियोजना
  • एसजेवीएन परियोजना प्रभावित क्षेत्र के समूचे विकास में देगा योगदान

शिमला: एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा ने जल विद्युत ऊर्जा के विकास में एक ऐतिहासिक मुकाम के रूप में आज रिकांगपिओ, जिला किन्नौर, हिमाचल प्रदेश में जंगी थोपन पोवारी जल विद्युत परियोजना (780 मेगावाट) के कार्यालय का उद्घाटन किया।

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने एसजेवीएन को 780 मेगावाट जंगी थोपन पोवारी जल विद्युत परियोजना बिल्‍ट, ओन, ऑपरेट एवं ट्रांसफर (बूट) आधार पर 70 वर्षों की अवधि के लिए आबंटित की है। इस परियोजना की डीपीआर तैयार करके सितंबर,2021 तक पूरी कर ली जाएगी तथा परियोजना के निर्माण संकार्य मार्च, 2022 में शुरू कर दिए जाएंगे तथा परियोजना की पूर्णता अवधि 66 माह है। उन्‍होंने जनहित में परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन तथा सभी संबंधित विभागों से सहयोग का आग्रह किया। उन्‍होंने आगे कहा कि एसजेवीएन के पास इस क्षेत्र में जरूरी अवसंरचना उपलब्‍ध है जिससे कि परियोजना को फास्‍ट ट्रैक पर पूर्ण किया जाएगा।

शर्मा ने स्‍थानीय लोगों को अश्‍वस्‍त किया कि एसजेवीएन की सीएसआर पहलों के जरिए स्‍थानीय क्षेत्र के विकासार्थ हर मुमकिन कदम उठाया जाएगा। इस दिशा में स्‍थानीय लोगों को निःशुल्‍क चिकित्‍सा सुविधाएं देने के लिए परियोजना के ईर्द-गिर्द के क्षेत्र में एक मोबाईल मेडिकल यूनिट की तैनाती के लिए हेल्‍पएज इंडिया के साथ पहले ही एमओयू साईन किया जा चुका है। उन्‍होंने यह भी आश्‍वासन दिया कि एसजेवीएन परियोजना प्रभावित क्षेत्र के समूचे विकासार्थ योगदान देगा।

जलविद्युत एसजेवीएन का मूल आधार है और कंपनी को हिमाचल प्रदेश में देश का सबसे बड़ा 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्‍टेशन क्रियान्वित करने की अद्वितीयता प्राप्‍त है जो इस परियोजना के डाऊनस्ट्रीम में है। हिमाचल प्रदेश में परियोजनाओं का निर्माण करने के अलावा एसजेवीएन नेपाल, भूटान तथा उत्‍तराखंड में जलविद्युत परियोजनाओं का निर्माण कर रहा है। एसजेवीएन ने नवीकरणीय ऊर्जा, विद्वुत पारेषण तथा ताप विद्युत के क्षेत्र में भी प्रवेश कर लिया है। एसजेवीएन की आंतरिक उन्‍नति के लक्ष्‍यों को लेकर परिकल्‍पना है और सन 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 12000 मेगावाट तथा 2040 तक 25000 मेगावाट की स्‍थापित क्षमता हासिल करने के पथ पर तीव्रता से अग्रसर है।

किन्नौर के उपायुक्त, गोपाल चंद (भा.प्रशा.सेवा), मुख्‍य वन्‍य अरण्‍यपाल, अनिल ठाकुर, डीएफओ किन्नौर, चमन लाल, डीएसपी, अमर सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, पदम नेगी, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी, अधिशासी अभियंता,आईपीएच, अधिशासी अभियंता, एचपीएसईबी इस अवसर पर मौजूद थे। इस मौके पर जेटीपी एचईपी/एलएचईपी के परियोजना प्रमुख, आर.एल.नेगी, परियोजना प्रमुख, एनजेएचपीएस, संजीव सूद तथा परियोजना प्रमुख, आरएचपीएस, सुरेश ठाकुर भी उपस्थित थे।

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