- प्रोजेक्ट में 1970 और 1980 के दशक में कार्यान्वित की गई जल आपूर्ति योजनाएं शामिल
- सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ने लिया सभी विभागों के विकास कार्यों का ब्योरा, सभी विकास कार्य तय समय पर पूरे करने के निर्देश
- सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ने लिया सभी पेयजल योजनाओं का ब्योरा, सुचारू करने के दिए जरूरी निर्देश
शिमला : सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, बागवानी व सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में बहुत पुरानी हो चुकी जल आपूर्ति योजनाओं की रि-मॉडलिंग के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 898 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट को तैयार होने के उपरांत केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। वह आज यहां जिला शिमला में सूखे की स्थिति व अन्य विकासात्मक कार्यों के लिए आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।
महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में 1970 और 1980 के दशक में कार्यान्वित की गई वह जल आपूर्ति योजनाएं शामिल की जाएंगी, जिनकी मशीनरी संतोषजनक नहीं हैं। इस अवसर पर सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ने सभी विभागों के विकास कार्यों का ब्योरा लिया और सभी विकास कार्य तय समय अवधि के भीतर पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने सभी खंड विकास कार्यालयों में विकास कार्यों के लिए अनस्पेंट राशि का शीघ्र उपयोग करने के लिए निर्देश दिए, ताकि उनका लाभ आम आदमी को सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए सरकार ने ऐसे वरिष्ठ नागरिकों, जिन्हें कोई अन्य पेंशन प्राप्त न हो रही हो, की वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा को बिना किसी आय सीमा के 80 से घटाकर 70 वर्ष किया गया है। उन्होंने इस योजना के तहत जिला में लाभार्थियों का ब्योरा मांगा तथा विभाग द्वारा इस योजना को कार्यान्वित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ली।
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ने जिला में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की सभी पेयजल योजनाओं का ब्योरा लिया तथा उन सभी योजनाओं को सुचारू करने के लिए जरूरी निर्देश दिए, जहां सूखे की स्थिति के कारण पेयजल आपूर्ति बाधित हुई है या आगामी दिनों में सूखे के कारण समुचित पेयजल की आपूर्ति में किसी तरह की समस्या हो सकती है। उन्होंने अधिकारियों को पेयजल आपूर्ति योजनाओं को सुचारू बनाए रखने के लिए मशीनरी तथा पाईपें इत्यादि स्थापित करने तथा वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए भी जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम शिमला क्षेत्र में भी समुचित पेयजल आपूर्ति के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
- लोक निर्माण विभाग को सड़कों की मुरम्मत व रखरखाव सुनिश्चित करने के आदेश
- सड़कों को बनाने व मुरम्मत की गुणवत्ता के साथ नहीं होगा कोई समझौता
महेंद्र सिंह ठाकुर ने लोक निर्माण विभाग को भी सभी सड़कों की मुरम्मत एवं रखरखाव सुनिश्चित करने के लिए आदेश देते हुए कहा कि सड़कों की मुरम्मत व सड़कों को बनाने में गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि मिट्टी के उपर किसी भी तरह का टारिंग कार्य न किया जाए, क्योंकि इससे बरसात के दौरान टारिंग उखड़ जाती है। टारिंग का कार्य निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार ही किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी, सड़क व अन्य निर्माण कार्यों से पहले डंपिंग साईट चिन्हित करें और अवैध डंपिंग पर सख्त कार्रवाई भी की जाए। नेशनल हाईवे के लिए डीपीआर बनाने के कार्य की पूरी निगरानी की जाए और यह सभी कार्य समयबद्ध करने के लिए व्यवस्था निश्चित की जाए। उन्होंने ठियोग व हाटकोटी सड़क का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग व अन्य विभागों के अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि वह विभिन्न निर्माण कार्यों और अन्य सभी परिस्थितियों के दौरान साईट का निरीक्षण करना सुनिश्चित करें तथा आबंटित धनराशि का सदुपयोग भी तय समय अवधि के भीतर किया जाए।
- अधिकारी बागवानों को प्रदान की जाने वाली दवाईयों को तय समय के भीतर करवाएं उपलब्ध
महेंद्र सिंह ठाकुर ने बागवानी, विभाग के अधिकारियों को, बागवानों को प्रदान की जाने वाली विभिन्न दवाईयों को भी तय समय के भीतर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए, ताकि बागवानों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
विधायक नरेंद्र बरागटा ने ठियोग-हाटकोटी सड़क, बागवानों के लिए फंगीसाईड व इंसैक्टिसाईड की उपलब्धता, जुब्बल-कोटखाई में पेयजल आपूर्ति सहित विभिन्न विषयों के बारे में अवगत करवाया। विधायक बलवीर वर्मा ने चौपाल क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति, सड़कों की स्थिति और अन्य मुद्दों की विस्तृत जानकारी दी। विधायक राकेश सिंघा ने ठियोग विधान सभा क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था तथा अन्य विषयों के बारे में अवगत करवाया। इससे पूर्व, उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और विभिन्न विकासात्मक कार्यों की जानकारी प्रदान की।