मुख्यमंत्री ने रिकांगपिओ के लिए रखीं मल निकासी एवं जलापूर्ति योजनाओं की आधारशिलाएं

शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज किन्नौर जिले के रोपोदार गांव में ‘प्रवेश द्वार’ के निर्माण की घोषणा की। प्रवेश द्वार थिकरू-लिंगनी गांवों को सम्पर्क सड़क से जोड़ेगा तथा मिनी स्टेडियम के निर्माण के लिए किल्बा युवक मण्डल को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने युवा सेवाएं एवं खेल विभाग को इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने बाबड़ी से काला कोट मन्दिर तथा बाबड़ी से किल्बा में विष्णु मन्दिर तक पक्के रास्तों के निर्माण की भी घोषणा की। उन्होंने किल्बा में 30 लाख रुपये की लागत से निर्मित महिला मण्डल भवन का लोकार्पण किया तथा इसके निर्माण के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।

वीरभद्र सिंह ने किल्बा में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले साढ़े तीन वर्षों के दौरान प्रदेश में 1640 किलोमीटर से अधिक लम्बी वाहन योग्य सड़कें तथा 160 पुलों का निर्माण कर 306 अतिरिक्त गांवों को सड़क सुविधा प्रदान की गई है। वर्ष 1950-51 के दौरान राज्य में केवल 288 किलोमीटर लम्बी सड़कें थीं, जबकि वर्तमान में लगभग 37000 किलोमीटर लम्बी सड़कें हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले लगभग 44 महीनों के दौरान राज्य के विभिन्न भागों में 135 से अधिक स्वास्थ्य संस्थान खोले अथवा स्तरोन्नत किए गए हैं, जबकि पूर्व सरकार के कार्यकाल में केवल 28 संस्थान खोले गए थे। वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान विभिन्न श्रेणियों के 2500 से अधिक पदों का सृजन किया गया है, जबकि पूर्व सरकार के कार्यकाल के दौरान केवल 473 पदों का सृजन किया गया था। हमीरपुर, चम्बा तथा सिरमौर जिलों में तीन नए मेडिकल कालेज खोले जा रहे हैं, बिलासपुर में एम्स तथा मण्डी जिले में ईएसआईसी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल खोला जा रहा है। इसके अलावा, सिरमौर जिले के धौलाकुआं में भारतीय प्रबन्धन संस्थान की स्थापना की जा रही है।

सभी धर्मों का समान एवं एकता पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक को अपना धर्म अपनाने का अधिकार है और सही मायने में यही लोकतंत्र की भावना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व लोगों के बीच दरार उत्पन्न करने की कोशिश करते हैं, इससे धर्म निरपेक्षता की भावना कमजोर होती है। हमें ऐसे तत्वों से सावधान रहने की आवश्यकता है, क्योंकि यह देश की एकता एवं अखण्डता के हित में नहीं हैं। जो लोगों को जाति, धर्म, रंग के आधार पर बांटने की कोशिश करते हैं, ऐसे लोगों पर विश्वास नहीं किया जा सकता और वे हमारे हितैशी नहीं हो सकते। देर सांय मुख्यमंत्री ने कल्पा में 55 लाख रुपये की लागत से निर्मित आईस स्केटिंग रिंक के लोकार्पण के साथ बागवानों के प्रशिक्षण के लिए विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित प्रदर्शन बागीचे का लोकार्पण तथा 49 लाख रुपये की लागत से निर्मित डा. वाई.एस. परमार विश्वविद्यालय के नवनिर्मित छात्रावास का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने रिकांगपिओ के छुटे हुए क्षेत्रों के लिए 4.38 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली अतिरिक्त मल निकासी योजना तथा रिकांगपिओ के लिए ही 2300 लोगों को लाभान्वित करने वाली 1.12 करोड़ रुपये की अतिरिक्त जलापूर्ति योजनाओं की आधारशिलाएं रखीं।

विधानसभा उपाध्यक्ष जगत सिंह नेगी ने गत साढ़े तीन वर्षों के दौरान क्षेत्र में हुए विकास का ब्यौरा दिया। उन्होंने वन संरक्षण अधिनियम, 1980 को दो और वर्षों तक बढ़ाने का मामला उठाने के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया ताकि क्षेत्र के छूटे लोगों को नौतोड़ भूमि प्रदान की जा सके और सड़कों के निर्माण में भी इससे मदद मिलेगी। उन्होंने विकास कार्यों के लिए अधिकांश मामलों में वन स्वीकृतियां प्रदान करने के लिए वन विभाग के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि चरणबद्ध तरीके से जिले के सभी गांवों को मल निकासी योजनाएं स्वीकृत की जाएंगी।

ग्राम पंचायत किल्बा की प्रधान अनिता ने क्षेत्र की मांगें रखीं। वीरभद्र सिंह ने गत वीरवार देर सांय सांगला में भी एक जनसभा को सम्बोधित किया, जहां उन्होंने सांगला की मल निकासी योजना का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करने के लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए और कहा कि इसके लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त धनराशि भी उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने रावमापा सांगला के विद्यार्थियों को सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रोत्साहन के लिए 15000 रुपये की घोषणा की।

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *