हिमाचल: वीरवार को भारी बारिश की चेतावनी

हिमाचल: प्रदेश में तूफान-आंधी का कहर…

हिमाचल: प्रदेश में बुधवार रात को तूफान ने खूब कहर बरपाया। शिमला में तूफान से एक दर्जन से ज्यादा पेड़ गिर गए। कई मकानों की छतें उड़ गईं। बिजली की एचटी और एलटी तारों पर पेड़ गिरने से कई क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई। गुरुवार सुबह भी शहर के कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति प्रभावित रही। घोड़ा चौकी, रिचमाउंट, सब्जी मंडी, संजौली, छोटा शिमला, कनलोग, पंथाघाटी क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है। कई गाडिय़ां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। बिजली बोर्ड के कर्मचारी लाइनों को दुरुस्त करने में दिनभर जुटे रहे।

रातभर तेज तूफान और बारिश के साथ ओलावृष्टि से सेब के बगीचों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। इन दिनों सेब के पौधों में फूल आ गए हैं। तेज तूफान और ओलावृष्टी के कारण यह फूल झड़ गए हैं। इस दौरान कई जगह पेड़ उखड़ गए। मैदानी क्षेत्र में गेहूं की फसल व ऊपरी क्षेत्रों में बागवानी को तूफान और बारिश से  नुकसान हुआ है।

कांगड़ा शहर में होर्डिंग्स सडक़ों पर गिर गए और यहां से दो कारों को नुकसान पहुंचने की सूचना है कांगड़ा के पास ही कच्छियारी में तीन पेड़ गिरने से यातायात लगभग ड़ेढ़ घंटा ठप्प रहा। आसपास के लोगों ने पेड़ काटने के बाद लगभग 11 बजे रास्ता खोला। धर्मशाला के आसपास भी तूफान से नुकसान की सूचना है। ऊना के गगरेट में भी एक-दो जगह बिजली के खंभे टूटने से तारें सडक़ों पर गिर गईं। मंडी-पठानकोट नेशनल हाईवे पर कई जगह पेड़ गिरने से बीच-बीच में यातायात अवरुद्ध होता रहा। ऊना जिले में अंधड़-बारिश से बिजली आपूर्ति ठप हो गई। कई लोगों के घरों की टीन की छतें उड़ गईं। लोगों ने भागकर जान बचाई है।

सिरमौर जिले के शिलाई के रोनहाट में लाधी क्षेत्र के कोटी बॉन्च की बहालधार में खेलकूद प्रतियोगिता स्थल पर सजा मंच भी आधी रात को टूटकर बिखर गया। यहां पर सुबह फिर से आयोजकों ने मंच को ठीक किया।

गगरेट में विद्युत आपूर्ति बाधित रही। गगरेट-ऊना मार्ग पर आम का पेड़ गिरने से वाहनों की आवाजाही भी घंटों बाधित रही। गगरेट बस अड्डे के पास पेड़ गिरने व बिजली का खंभा गिरने से गाड़ियों को निकलने के लिए जगह नहीं थी। इस कारण अंबोटा-शिवबाड़ी-आशादेवी के मार्ग से होकर वाहन होशियारपुर की ओर निकलने को मजबूर हुए।

हमीरपुर में बुधवार रात को चली तेज हवाओं के कारण सरकारी और निजी संपत्ति का भारी नुक्सान हुआ है। जगह-जगह पेड़ गिरने के कारण बिजली लाइनों, मकानों और अन्य संपत्तियों को काफी क्षति पहुंची है।

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के जिला एमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में प्राप्त सूचना के अनुसार बड़सर के मिनी सचिवालय के निकट स्थित एक झुग्गी बस्ती पर पेड़ गिरने से एक आठ वर्षीय बच्चे की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।

उपायुक्त एवं डीडीएमए के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने बताया कि इस घटना में एक प्रवासी श्रमिक के बच्चे अभिषेक कुमार की मौत हुई है। इस बच्चे के पिता सरवाग सैहनी को भी गंभीर चोटें आई हैं।

उपायुक्त ने बताया कि जगह-जगह पेड़ गिरने के कारण विद्युत लाइनों और खंभों का भारी नुक्सान हुआ है। उन्होंने बताया कि जिले भर में लगभग 1347 डीटीआर एवं लाइनें प्रभावित हुई थीं। इनमें से अधिकांश की विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई है। पेड़ गिरने के कारण कुछ जगह यातायात भी बाधित हुआ था, लेकिन सड़कों को तुरंत बहाल कर दिया गया।

पिछले 24 घंटों के दौरान जिले में आंधी-तूफान के कारण एक कच्चा मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ है, जिससे लगभग 60 हजार रुपये के नुक्सान का अनुमान है। तीन पक्के मकानों को भी लगभग 1.30 लाख रुपये और तीन गौशालाओं को करीब 43 हजार रुपये की क्षति पहुंची है। एक शौचालय भी क्षतिग्रस्त हुआ है। जिले में बागवानी की फसलों का सबसे ज्यादा 26.40 लाख रुपये का नुक्सान हुआ है। पिछले 24 घंटों मंे हुए नुक्सान का आंकड़ा 29.16 लाख रुपये तक पहुंच गया है।

उपायुक्त ने बताया कि कृषि, उद्यान और राजस्व विभाग के अधिकारियों को फील्ड में जाकर विभिन्न फसलों तथा अन्य संपत्तियों के नुक्सान का आकलन करके तुरंत रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिए गए हैं।

जिला कुल्लू में भी भारी बारिश के तूफान और ओलावृष्टि हुई है। सैंज घाटी में कई घरों व गोशालाओं की छतें उखड़ गई। तूफान से सेब सहित अन्य फलों को भी नुकसान हुआ है। वहीं पेड़ गिरने से भी जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई क्षेत्रों में बिजली भी गुल रही।

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