मुख्यमंत्री ने किया राजीव गांधी डिजिटल विद्यार्थी योजना का शुभारम्भ, 86 विद्यार्थियों को किए लैपटॉप प्रदान

  • मुख्यमंत्री ने किए मण्डी जिला के 86 विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदान
  • वित्त वर्ष 2015-16 में 18.32 लाख रुपये व्यय करके 10 हजार लैपटॉप प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को करवाए जाएगे उपलब्ध
  • मुख्यमंत्री ‘ज्ञानदीप योजना’ की घोषणा
  • योजना के तहत विद्यार्थियों को 10 लाख रुपये तक के ऋण पर चार प्रतिशत इंट्रस्ट सबवेंशन करवाया जाएगा प्रदान
  • गत तीन वर्षों के दौरान 1000 से अधिक स्कूल खोले व स्तरोन्नत
  • 24 आईटीआई, दो इंजीनियरिंग कॉलेज भी खोले गए
  • प्रदेश के वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान राज्य के अति दुर्गम व ग्रामीण क्षेत्रों में 29 महाविद्यालय खोले गए , जिससे प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में महाविद्यालयों की संख्या 94 हो गई है

 शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज जिला मंडी के सुन्दरनगर में राजीव गांधी डिजिटल विद्यार्थी योजना, 2015-16 का शुभारम्भ किया।इस योजना के आरम्भ होने से मुख्यमंत्री द्वारा बजट भाषण में की गई घोषणा पूरी हो गई है। योजना के अन्तर्गत हिमाचल प्रदेश राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड से 10वीं तथा 12वीं कक्षा में पास प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटॉप/नेटबुक वितरित किए। इस योजना का आरम्भ यूपीए सरकार ने किया था।

मुख्यमंत्री ने मण्डी जिला के 86 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदान किए। प्रदेश सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2015-16 में 18.32 लाख रुपये व्यय करके 10 हजार लैपटॉप ऐसे विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बच्चों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। इस दिशा में मुख्यमंत्री ‘ज्ञानदीप योजना’ की घोषणा भी की गई है, जिसके तहत हिमाचली विद्यार्थियों को 10 लाख रुपये तक के ऋण पर चार प्रतिशत इंट्रस्ट सबवेंशन प्रदान करवाया जाएगा। इसके अतिरिक्त ‘मुख्यमंत्री वर्दी योजना’ के अन्तर्गत सभी सरकारी स्कूलों के पहली से जमा दो तक के विद्यार्थियों को निःशुल्क स्कूल वर्दी उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की दो वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं में ‘स्टेट ऑफ आर्ट इंफ्रांचस्ट्रक्चर एंड टीचिंग’ सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए 30 करोड़ रुपये की ‘मुख्यमंत्री आदर्श विद्यालय योजना’ की घोषणा बजट सत्र के दौरान की गई थी। इस योजना की सहायता से आधुनिक पाठशालाओं को सभी मूलभूत सुविधाओं से लैस किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गत तीन वर्षों के दौरान 1000 से अधिक स्कूल खोले व स्तरोन्नत किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 24 आईटीआई, दो इंजीनियरिंग कॉलेज भी खोले गए। इसी प्रकार प्रदेश के वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान राज्य के अति दुर्गम व ग्रामीण क्षेत्रों में 29 महाविद्यालय खोले गए हैं, जिससे प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में महाविद्यालयों की संख्या 94 हो गई है।

वीरभद्र सिंह ने इस अवसर पर शिक्षा विभाग के ई-डीएचई पोर्टल का भी शुभारम्भ किया, जिसमें ऑफ़लाईन इलैक्ट्रानिक डायरी, स्कैनिंग ऑफ इंवार्ड लैटरज डिस्पैच ई फाईल नोटिंग एवं ड्राफ्टिंग की सुविधा होगी। हालांकि इसके प्रयोग करने में कुछ समय लगेगा, परन्तु पोर्टल से समय, श्रमशक्ति व कागज की बचत होगी।

मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुन्दरनगर में विज्ञान खंड के निर्माण की घोषणा की। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (छात्र) के पुराने भवन के जीर्णोंद्धार के लिए 8 लाख रुपये और वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (छात्र) के हॉकी छात्रावास के जीर्णोद्धार के लिए भी तीन लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा की।

मुख्य संसदीय सचिव सोहन लाल ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी विद्यार्थियों को उनके घरद्वार पर शिक्षा प्रदान करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंनेक कहा कि अकेले सुन्दरनगर क्षेत्र में ही 30 से अधिक स्कूल खोले या स्तरोन्नत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि गत वर्ष विभिन्न विषयों के 3000से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की गई और इसी प्रकार इस वर्ष भी शिक्षकों की नियुक्ति का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 973 स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा प्रदान की जा रही है। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुन्दरनगर में विज्ञान खण्ड के निर्माण की भी मांग की। इस अवसर पर स्कूली वच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।

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