सोलन: बीज विज्ञान कांग्रेस में नौणी विवि के छात्रों और शिक्षकों ने जीते तीन पुरस्कार

सोलन: डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी, सोलन के बीज विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के वैज्ञानिकों और छात्रों ने ‘बदलती जलवायु के तहत गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्धता में नवाचार और चुनौतियां’ विषय पर औरंगाबाद में आयोजित 12वीं राष्ट्रीय बीज कांग्रेस-2023 में तीन  पुरस्कार अपने नाम किए। यह कार्यक्रम वसंतराव नाईक मराठवाड़ा कृषि विद्यापीठ, महाराष्ट्र और इंडियन सोसाइटी ऑफ सीड टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय बीज अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र, वाराणसी के सहयोग से आयोजित किया गया।

बीज विज्ञान विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. रोहित वर्मा ने ‘हिमाचल प्रदेश के मध्य-हिमालयी क्षेत्र में करेले में गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन पर जिंक नैनोकण बीज उपचार का प्रभाव’ पर लिखित शोध पत्र के लिए प्रथम पोस्टर प्रस्तुति पुरस्कार जीता। यह शोध प्रगति वर्मा, डॉ. रोहित वर्मा, डॉ. नरेंद्र भरत और डॉ. डीके मेहता द्वारा लिखा गया था। इसके अतिरिक्त, विभाग के एक पीएचडी छात्र विनय ने इसी सत्र में अपने शोध पत्र ‘हिमाचल प्रदेश की मध्य पहाड़ी परिस्थितियों में उपज, पौधों की वृद्धि, फूल और बीज में सुधार के लिए बीज प्राइमिंग उपचार और फोलियर एप्लिकेशन का प्रभाव’ विषय पर पोस्टर प्रस्तुति में शोध पत्र के लिए दूसरा पुरस्कार जीता। इस शोध पत्र विनय, डॉ. बी॰एस॰ दिल्टा, डॉ. राजेंद्र शर्मा, डॉ. रोहित वर्मा और डॉ. सपना कौशल द्वारा लिखित है।

इस कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के औदयानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय, थुनाग में कार्यरत सहायक प्रोफेसर डॉ. नेहा ठाकुर ने एक अन्य तकनीकी सत्र में पोस्टर प्रस्तुति में शोध पत्र के लिए तीसरा पुरस्कार जीता। डॉ. नेहा ठाकुर, डॉ. प्रियंका ठाकुर, डॉ. नरेंद्र भरत और राजीव कुमार द्वारा लिखित शोध पत्र ‘कोदरा में रोपण के गुणों को प्रभावित करने वाले रासायनिक और प्राकृतिक फॉर्मूलेशन के साथ बुआई पूर्व बीज उपचार’ विषय पर शोध पत्र के लिए तीसरा पुरस्कार जीता।

कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल, अनुसंधान निदेशक और बागवानी महाविद्यालय के डीन ने बीज विज्ञान और प्रौद्योगिकी के वैज्ञानिकों और छात्रों को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई दी।

  

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