भारत और सऊदी अरब ने नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देने का लिया निर्णय

नई दिल्ली: भारत और सऊदी अरब ने नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में एक-दूसरे के देश में निवेश को बढ़ावा देने पर सहमत हुए हैं। कल (अक्टूबर 2023) अपनी यात्रा के दूसरे दिन , केंद्रीय बिजली और एनआरई मंत्री  आरके सिंह ने सऊदी अरब के निवेश मंत्री खालिद अल-फलीह के साथ द्विपक्षीय चर्चा की। बाद में,  सिंह ने सऊदी उद्योगपतियों और निवेशकों की एक सभा को संबोधित किया और उन्हें सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन आदि जैसे नए और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। सऊदी अरब के सभी प्रमुख व्यापारिक घरानों, जिसमें एसीएडब्‍ल्‍यूए पावर, अल्फानार, एडब्ल्यूजे एनर्जी, अल्माजदौई, अब्दुलकरीम, अल्जोमैह एनर्जी एंड वॉटर कंपनी, कानू इंडस्ट्रियल एंड एनर्जी, एलएंडटी, नेस्मा रिन्यूएबल एनर्जी, पेट्रोमिन, नेक्स्टजेन इंफ्रा शामिल हैं, ने बैठक में भाग लिया।

इन्वेस्ट इंडिया ने बिजली क्षेत्र के उन क्षेत्रों पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी, जहां सऊदी अरब के व्यापारिक घराने संभावित रूप से भारत में निवेश कर सकते हैं। बैठक के दौरान आरई उत्पादन परियोजनाओं, ऊर्जा भंडारण, बिजली वितरण और हरित हाइड्रोजन जैसे क्षेत्रों में भारत में निवेश के अवसरों पर प्रकाश डाला गया।

  आर.के. सिंह ने प्रतिनिधिमंडल के साथ रियाद में सुडायर सौर ऊर्जा संयंत्र का भी दौरा किया। यह संयंत्र सऊदी अरब का सबसे बड़ा सौर संयंत्र है और इसका कार्य एक भारतीय कंपनी द्वारा निष्पादित किया जाता है। सऊदी-भारत बिजनेस काउंसिल ने माननीय मंत्री के सम्मान में रात्रिभोज का भी आयोजन किया।

8 अक्टूबर को यात्रा के पहले दिन, केंद्रीय बिजली और एनआरई मंत्री ने मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका (एमईएनए) जलवायु सप्ताह 2023 के उच्च-स्तरीय खंड में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया, जो रियाद में आयोजित किया जा रहा है। आर के सिंह ने एमईएनए जलवायु सप्ताह के भाग के रूप में, “एमईएनए क्षेत्र में ऊर्जा परिवर्तन को आगे बढ़ाना: उचित और न्यायसंगत ऊर्जा परिवर्तन के लिए समावेशिता और सर्क्यलैरिटी को आगे बढ़ाना” विषय पर उच्च स्तरीय मंत्रिस्तरीय पैनल में भाग लिया। इसके बाद, उन्होंने “जीएसटी क्षेत्रीय संवाद: रियाद बुलेवार्ड महत्वाकांक्षा और नगर समावेशी बदलाव के लिए सक्षमकर्ताओं और प्रौद्योगिकियों” विषय पर प्रकाश डालते हुए सभा को भी संबोधित किया। इन संबोधनों के दौरान, केंद्रीय मंत्री ने हमारे सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में जलवायु परिवर्तन, सस्ती और विश्वसनीय ऊर्जा से लेकर कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की और संयुक्त अरब अमीरात में आगामी सीओपी28 के आलोक में कई मुद्दे उठाए।

विद्युत इंटरकनेक्शन, हरित/स्वच्छ हाइड्रोजन और आपूर्ति श्रृंखला के क्षेत्र में भारत और सऊदी अरब के बीच एक समझौता ज्ञापन पर केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, भारत सरकार, आरके सिंह और सऊदी अरब सरकार के ऊर्जा मंत्री अब्दुलअज़ीज़ बिन सलमान अल-सऊद के बीच 8 अक्टूबर 2023 को रियाद में एमईनए जलवायु सप्ताह के मौके पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य विद्युत इंटरकनेक्शन के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग के लिए एक सामान्य रूपरेखा स्थापित करना; अधिक मांग और आपात स्थिति के दौरान बिजली का आदान-प्रदान करना; परियोजनाओं का सह-विकास; हरित/स्वच्छ हाइड्रोजन और नवीकरणीय ऊर्जा का सह-उत्पादन करना; और हरित/स्वच्छ हाइड्रोजन और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में उपयोग की जाने वाली सामग्रियों की सुरक्षित, विश्वसनीय और लचीली आपूर्ति श्रृंखला भी स्थापित करना है।

 इसके बाद, केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री ने सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुलअजीज बिन सलमान के साथ पारस्‍परिक हितों के विभिन्न क्षेत्रों पर गहन चर्चा की। दोनों ऊर्जा मंत्रियों के बीच यह निर्णय लिया गया कि ऊर्जा क्षेत्र सहयोग के उपर्युक्त क्षेत्रों में पूर्ण आपूर्ति और मूल्य श्रृंखला स्थापित करने के लिए दोनों देशों के बीच बी2बी बिजनेस शिखर सम्मेलन और नियमित बी2बी बातचीत आयोजित की जाएगी।  मंत्री ने रियाद में एमईएनए जलवायु सप्ताह के मौके पर यूएनफसीसीसी के कार्यकारी सचिव  साइमन स्टिलन से भी मुलाकात की। उन्होंने पारस्पिरिक हितों के मुद्दों पर, विशेष रूप से संयुक्त अरब अमीरात में आगामी सीओपी 28 के आलोक में चर्चा की।

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