जयराम ठाकुर झूठ बोल कर प्रदेश की जनता को गुमराह नहीं कर सकते- देवेन्द्र बुशैहरी

शिमला: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एंव प्रवक्ता देवेन्द्र बुशैहरी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रदेश में आई भारी आपदा के प्रबंधन पर जो झूठी ब्यानबाजी करके प्रदेश की जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रदेश की जनता ने पूरे पांच वर्ष भाजपा की कार्यप्रणाली को देखा है

जयराम अपने कार्यकाल को जरा याद करके देखे दो वर्ष में कोविड काल मे भी लोगों की मदद करने के बजाय सहायता सामग्री में उनके एक प्रमुख नेता भ्रष्टाचार करते रहे जिसके कारण उन्हें अपने महत्वपूर्ण पद से हटना पड़ा। पूरे पांच वर्ष प्रदेश की जनता को डबल ईंजन की सरकार कहकर झूठे सब्जबाग दिखाते रहे,कई बड़ी बड़ी घोषणाएं करते रहे, परन्तु एक भी घोषणा पूरी नहीं कर सके। प्रदेश के बागवानों व किसानों के साथ जो अन्याय हुआ, उसको कभी भूलाया नही जा सकता। बेमौसमीं बर्फबारी के कारण बागवानों के सेब के पौधे टूट कर नष्ट हो गये थे जिसका मुआवजा नहीं दे सके। मदद करने के बजाय किसानों व बागवानों को खादों, कीटनाशक व फंफूदनाशक पर  मिलने वाला उपदान भी समाप्त कर दिया। मंडियों में सेब का उचित मूल्य बागवानों को पूरे पांच वर्ष नहीं मिला,जबकि हमारी सरकार ने बनते ही बागवानों व किसानों के हितों के लिए उचित कदम उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि जयराम जी को मालूम होना चाहिए कि इस प्रदेश में पचास वर्ष के बाद जो आपदा आई है उससे निपटने के लिए  जो उचित कदम वर्तमान मुख्यमन्त्री ठाकुर सुखविंदर सिंह व उनके अन्य मन्त्रियों व विधायकों व कांग्रेस सांसद व कांग्रेस प्रदेश  अध्यक्ष ने उठाए वह बहुत ही सराहनीय कदम हैं। जबकि  भाजपा सांसदो ने प्रधान मन्त्री के समक्ष एक बार भी मिलकर मदद की मांग आज तक नहीं की, और न ही मामला संसद में उठाया। यहां तक की विश्व बैंक, निति आयोग ने भी मुख्यमन्त्री ठाकुर सुखविंदर के प्रयासों की सराहना की है। जयराम ठाकुर को यदि याद नही कि बर्फबारी वाले क्षेत्र में फंसे हजारों सैलानियों को निकालने के लिए जहां जिन वायुसेना के जवानों ने भी जाने के लिए खतरा बताया वहां पर प्रदेश सरकार के एक मन्त्री व मुख्य संसदीय सचिव ने अपनी जान की परवाह किये बिना सभी सैलानियों को वहां से सुरक्षित निकाला जिसकी सभी सैलानियों ने सराहना की,परन्तु केवल भाजपाई नेता अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए प्रभावित लोगों की मदद करने के बजाय सरकार की कमियों को ढूंढने में लगे है जोकि बहुत ही निंदनीय है। यदि  जयराम ठाकुर व उनकी पार्टी को प्रदेश की जनता की इतनी चिंता है तो वे शिमला में प्रधान मन्त्री की मन की बात न सुनकर दिल्ली जाकर इस आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करवाते,अन्यथा झूठी ब्यानबाजी व झूठी हमदर्दी जताना बंद करे।

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