शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज कुल्लू जिले की बंजार विधानसभा के कोटला गांव जो विगत रविवार रात्रि को एक भीषण अग्निकांड में जलकर राख को गया था, का दौरा किया। वह प्रभावित परिवारों से मिले जिन्होंने आगजनी की इस घटना में अपना सब कुछ खो दिया है और मकानों के निर्माण के लिये दो करोड़ रुपये की घोषणा की। स्थानीय देवताओं के मन्दिरों के जीर्णोद्धार के लिये 50 लाख रुपये की राशि भी इसी राशि में शामिल है। उन्होंने भविष्य में भी लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया और लोगों को मन्दिरों का पुनःनिर्माण पुरातन शैली से करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें आगजनी की इस घटना से गहरा दुःख पहुंचा है क्योंकि इसमें बहुत सारे परिवार बेघर हो गए हैं। प्रदेश सरकार इन परिवारों के पुनर्वास के लिये कोई कोर-कसर नहीं रखेगी और प्रभावितों को राहत मैनुअल के अनुसार पर्याप्त राहत के अतिरिक्त, दैनिक उपयोग की अन्य वस्तुएं प्रदान की जाएंगी। राज्य के लोग दुःख की इस घड़ी में उनके साथ हैं और यदि आवश्यकता हुई तो घरों के पुनर्निर्माण के लिये अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि कोटला गांव में जलापूर्ति पाईप लाईन विछाने, मल-निकासी व्यवस्था, बिजली के खम्बे स्थापित करने एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिये समुचित व व्यवस्थित प्रक्रिया अपनाई जाएगी। उन्होंने लोगों को घरों को आपस में सटाकर निर्मित न करने तथा घरों में चारा न रखने की सलाह दी जो आगजनी की घटनाओं के दौरान इंधन का कार्य करता है। उन्होंने लोगों से संपर्क सड़कों के निर्माण के लिये स्वेच्छा से भूमि दने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि गांव की सम्पर्क सड़कों का रखरखाव लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धन की कोई कमी नहीं है और राज्य सरकार द्वारा जरूरतमन्द लोगों को राहत पहंुचाने के लिये की गई राशि की घोषणा के अतिरिक्त और जरूरी आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने स्वंय सेवी संस्थाओं को इस दुःख की घड़ी में आगे आकर ग्रामीणों की उदारतापूर्वक हर संभव मदद करने की अपील की। उन्होंने कोटला में लोगों की समस्याएं भी सुनीं। सहकारिता एवं आयुर्वेद मंत्री कर्ण सिंह और उपायुक्त राकेश कंवर अन्यों सहित इस अवसर पर उपस्थित थे।