कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ईडी, आईटी और सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है, सोनिया गांधी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई भी इसी का प्रमाण : नरेश चौहान

शिमला: केंद्र की मोदी सरकार द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर कांग्रेस ने फिर हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि लगातार बढ़ रही महंगाई, बेरोजगारी और खाद्य वस्तुओं पर जीएसटी लगाने से देशभर में मोदी सरकार के खिलाफ भारी रोष है। इस रोष से ध्यान बंटाने के लिए केंद्र सरकार अपनी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ईडी, आईटी और सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई भी इसी का प्रमाण है। 

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने आज  यहां प्रेस कांफ्रेंस में केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह देश के लोकतंत्र को कमजोर करने व विपक्षी दलों की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि देश की ज्वलंत समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाने के उद्देश्य से कांग्रेस नेताओं को ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई जैसी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर झूठे आरोप लगा कर उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बगैर किसी एफआईआर के पिछले सात सालों से इस मामले की पूछताछ चल रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाना है और इसके लिए कांग्रेस सड़कों पर उतरी है। उन्होंने कहा कि पिछले कल राहुल गांधी समेत पार्टी के अन्य नेताओं को प्रदर्शन करने से रोका गया और उन्हें गिरफ्तार किया गया, इसकी कांग्रेस कड़ी निंदा करती है। 

चौहान ने कहा कि प्रदेश में इन दिनों सेब सीजन चल रहा है और बागवान कई परेशानियों से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में भाजपा सरकार ने सेब बागवानों की कोई सुध नहीं ली और उन्हें अपने हाल पर छोड़ रखा है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में स्थिति यह है कि बागवानी मंत्री का कोई अता-पता नहीं है और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर किसानों बागवानों के आंदोलन और उनकी मांगों पर  चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सेब बागवान अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे हैं और कांग्रेस भी उनके इस आंदोलन का समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भी बागवानों की मांगों को लेकर प्रदर्शन किए हैं और आगे भी प्रदर्शन करेगी। 

नरेश चौहान ने कहा की कार्टन के दाम इस बार 80 रुपए तक जा पहुंचे हैं। यही नहीं, कार्टन के साथ-साथ इसमें प्रयोग होने वाली ट्रे भी इस बार तीन से पांच रुपए प्रति ट्रे महंगी हो गई है। इसका सीधा असर बागवानों पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कार्टन पर जीएसटी की दर को बढ़ाने से बागवानों पर और मार पड़ी है। उन्होंने कहा कि सेब को बाजार तक पहुंचाने के लिए परिवहन भाड़े में भी हर साल बढ़ोतरी हो रही है। इससे सेब बागवानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। 

चौहान ने कहा कि आज सेब से प्रत्यक्ष रूप से 1.75 लाख परिवार जुड़े हैं, वहीं अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोग जुड़े हैं। क्योंकि सेब को देशभर में बेचने वाले स्ट्रीट वेंडर तक इससे जुड़ा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का सेब बागवानों के प्रति रवैया नकारात्मक है और न तो बागवानी मंत्री और न ही मुख्यमंत्री इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे सात हजार करोड़ रुपए का सेब उद्योग बर्बाद होने के कगार है और यदि सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो हालात और खराब होंगे। उन्होंने सरकार से मांग की कि सेब बागवानों की दुर्दशा पर तुरंत ध्यान दे और बागवानों को तुरंत राहत दी जाए। 

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नरेश चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने शिमला शहर में भाजपा सरकार और भाजपा शासित नगर निगम के खिलाफ  पोल खोल-हल्ला बोल अभियान चला रखा है। इसके तहत पार्टी कार्यकर्ता बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी के खिलाफ  एक अभियान चलाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने शिमला शहर में 24 घंटे पेयजल देने की बात कही थी, लेकिन आज हालात यह है कि यहां पर तीसरे दिन भी पीने का पानी नहीं मिल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिमला स्मार्ट सिटी के पैसे का दुरुपयोग किया गया है और कांग्रेस के सत्ता में आने पर इसकी जांच की जाएगी।

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