MC और आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर प्रदेश में गर्माने लगी सियासत

शिमला: शिमला नगर निगम चुनाव और आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर प्रदेश की सियासत अब गर्माने लगी है। कांग्रेस-भाजपा चुनावी रणनीति बनाने में लगे हुए हैं। वहीं आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति में आए दिन उबाल देखने को मिल रहा है। आज एक ओर जहां कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में मण्डी की सांसद प्रतिभा सिंह ने जयराम सरकार पर जमकर निशाना साधा। सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि बीजेपी की सरकार ने वीरभद्र सरकार में शुरू किए कार्यों के ही फीते काटे हैं। इस सरकार की कोई नहीं उपलब्धि नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश में बीजेपी महंगाई व बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर काबिज हुई थी, लेकिन कांग्रेस के समय मे जो सिलेंडर साढ़े चार सौ का था, वहीं आज ग्यारह सौ का हो गया है। भाजपा महंगाई के मुद्दे पर आज खामोश है।

 तो वहीं भाजपा शुक्रवार को नगरोटा बगवां में आ रहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के स्वागत जिले के भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने खूब पसीना बहाया। लेकिन जो बात आज चर्चा का विषय बनी रही, वो थी  जेपी नड्डा के स्वागत के लिए लगे बैनरों में भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का चेहरा गायब होना। भाजपा के जानकारों की माने तो यह पहली बार हुआ जब किसी भाजपा के बैनर में शांता-धूमल के फोटो नहीं दिखाई दे रहे हैं। जेपी नड्डा के बैनर पर पहली बार शांता-धूमल के फोटो न होने से सियासत में अब इसके कई मायने निकलने शुरू हो गए हैं। इससे लोगों में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या भाजपा 2022 मिशन रिपीट बिना शांता और धूमल के करना चाहती है। जबकि यह बात किसी से छुपी नहीं है कि ये दोनों नेता आज भी प्रदेश की राजनीति में ख़ास अहमियत रखते हैं। ऐसे में प्रदेश की राजनीति में खास दिलचस्पी रखने वाले लोगों के बीच कयास लगना लाज़मी है।

होर्डिंग्स में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के फोटो भले ही हों, लेकिन शांता-धूमल के फोटो न होने से भाजपा की सियासत अंदरखाते गरमाने लगी है। खैर देखना यह होगा कि भाजपा इसका क्या जवाब देती है।

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