हिमाचल में बारिश ने मचाई तबाही : जगह-जगह भूस्खलन, सड़कें अवरुद्ध, पेड़ गिरे और दर्जनों गाड़ियां बहीं
हिमाचल में बारिश ने मचाई तबाही : जगह-जगह भूस्खलन, सड़कें अवरुद्ध, पेड़ गिरे और दर्जनों गाड़ियां बहीं
प्रदेश में 14 लोगों की मौत, जबकि कुछ लोग अभी भी लापता
अगले 36 घंटो में भी भारी बारिश की चेतावनी
हिमाचल: प्रदेश में पिछले कल से लगातार हो रही भारी बारिश ने अपना रौद्र रूप धरना कर लिया है। इस दौरान प्रदेश में जहाँ 14 लोगों की मौत हुई है, जबकि कुछ लोग अभी भी लापता है। भारी बारिश ने सबसे ज्यादा नुकसान लाहौल के उदयपुर में पहुंचाया है। जहाँ अचानक बाढ़ ने दर्ज़न लोगों को अपनी चपेट में ले लिया।लाहौल घाटी के तोजिंग नाले में बदल फटने के बाद लापता हुए 10 लोगों में से 7 शव निकाले जा चुके हैं। वहीं 4 लोग कुल्लू में बह गए है।
प्रदेश मुख्य सचिव अनिल खाची ने बताया कि प्रदेश में बारिश से करोड़ों का नुकसान हुआ है। प्रदेश की 387 सड़कें बन्द है। सबसे ज़्यादा 70 सड़कें जिला कुल्लू में बंद है। लेकिन राष्ट्रीय उच्च मार्गो को खोल दिया गया है। 175 जगह पानी की सप्लाई ठप्प हो गई है। 345 ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए है जिससे कई जगह बिजली नहीं है। बीते 24 घंटे के दौरान हिमाचल में 10 घर पूरी तरह ढह गए है जबकि 31 घरों को नुकसान पहुंचा है।
चम्बा-पठानकोट बाया जोत मार्ग भूस्खलन के चलते अवरुद्ध हो गया है, कई वाहन फंसे हुए हैं और वहीं लोक निर्माण विभाग सड़क बहाली में जुटा हुआ है।
ज़िला लाहौल स्पीति में बादल फटने व बाढ़ से जाहलमा पुल के बह जाने के बाद अब शांशा पुल भी भारी बाढ़ से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
मण्डी ज़िला में टकोली के निवासी अन्य 3 शवों की अभी पहचान नहीं हो पाई है, राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। बारिश होने से रेस्कयू में बाधा आ रही है।
सिरमौर ज़िला में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। करीब 9 घंटे बाद नेशनल हाईवे 707 बहाल हो गया है। ज़िले में कई संपर्क मार्ग अभी भी यातायात के लिए अवरुद्ध हैं। ज़िला सिरमौर में राजगढ़-नौहराधार मार्ग पर कंडा नाले में भरी बारिश के बाद उफनते नाले में एक बार फिर केंटर फंसा। चालक ने मुश्किल से अपनी जान बचाई, पानी के तेज़ बहाव में फंसे वाहन को अन्य वाहन चालकों व जेसीबी की मदद से बाहर निकला गया।
ज़िला किन्नौर में राक्छम के हुक्का नाले में भारी बारिश के बाद बाढ़ आ गयी, जिससे खेतों में फसलों को नुकसान हुआ है लेकिन किसी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ है।
प्रदेश में बारिश से जगह-जगह भूस्खलन हुए, पेड़ गिरे, घर ढहे, दर्जनों गाड़ियां बह गई है। अगले दो दिनों तक हिमाचल में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है जबकि उसके बाद भी येलो अलर्ट की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है।