कांगड़ा: लद्दाख में शहीद हुए जिला कांगड़ा के मेजर दीक्षांत थापा को उनके पैतृक गांव बाड़ी में सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। अंतिम विदाई में सैंकड़ों लोगों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। अपने बड़े बेटे की पार्थिव देह देख मां बेसुध हो गई। शहीद मेजर दीक्षांत थापा की ड्यूटी लद्दाख में थी। उनकी पार्थिव देह हवाई जहाज से मंगलवार सुबह पठानकोट पहुंची। यहां से पार्थिव देह को उनके पैतृक गांव इंदौरा तहसील के कंदरोड़ी के बाड़ी गांव ले जाया गया। यहां पर शहीद का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
सैन्य सूत्रों के अनुसार रविवार को बीपीएम वाहन को लोड करने की प्रक्रिया के दौरान ट्राले से एक ट्रक टकरा गया था। इससे बीपीएम वाहन ट्राले से अचानक मेजर दीक्षांत की तरफ आ गया। इससे वह इसकी चपेट में आ गए।