मुख्यमंत्री ने “जय हिन्द सभा” कार्यक्रम में वीर सैनिकों को किया सम्मानित; CM बोले- हमारे वीर सैनिकों ने आतंकवादियों को कड़ा सबक सिखाया
मुख्यमंत्री ने “जय हिन्द सभा” कार्यक्रम में वीर सैनिकों को किया सम्मानित; CM बोले- हमारे वीर सैनिकों ने आतंकवादियों को कड़ा सबक सिखाया
शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज शिमला में आयोजित ‘जय हिंद सभा’ में सन् 1962, 1965, 1971, कारगिल तथा ऑपरेशन सिंदूर के प्रतिभागी हिमाचल प्रदेश के वीर सैनिकों को सम्मानित किया तथा शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शहीदों के परिजनों को सम्मानित करते हुए जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज उन वीर सैनिकों के बलिदान को नमन करने का दिन है, जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। मुख्यमंत्री ने हाल ही में तीर्थन घाटी के शरची गांव की अपनी यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि इस दौरान वह पूर्व सैनिक सूबेदार मेजर अनूप राम के घर ठहरे। मेजर अनूपराम ने सन् 1971 के भारत-पाक युद्ध के बारे में अपनी यादें साझा करते हुए बताया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपने साहसिक एवं दूरदर्शी नेतृत्व से युद्ध के दौरान भारतीय सेना में अद्भुत बहादुरी, जोश और ऊर्जा का संचार किया था। उसी के परिणामस्वरूप युद्ध का ऐतिहासिक परिणाम हमारे सामने आया और भारत ने पाकिस्तान को दो भागों में विभाजित करते हुए शिमला समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर कर दिया था। सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सैनिकों का पराक्रम अतुलनीय है। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिकों ने कभी देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने में संकोच नहीं किया। हिमाचल प्रदेश ने चार परमवीर चक्र विजेता दिए हैं, जो राज्य की वीरता और बलिदान की समृद्ध परम्पराओं को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी आतंकवाद के खिलाफ केंद्र सरकार को बिना शर्त समर्थन देने के लिए सबसे पहले आगे आए। हिमाचल प्रदेश के लोग और सरकार हमेशा भारतीय सशस्त्र बलों के साथ खड़े हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे वीर सैनिकों ने आतंकवादियों को कड़ा सबक सिखाया हालांकि, केंद्र सरकार ने तीनों सशस्त्र बलों को विश्वास में लिए बिना युद्ध विराम की घोषणा कर दी। यह घोषणा किसी तीसरे देश से सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आई। यह घोषणा तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के निर्णायक नेतृत्व के विपरीत है, जिन्होंने कभी भी राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं होने दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने सदैव देश के लिए सर्वाेच्च बलिदान दिया है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। पंजाब और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी कांग्रेस नेताओं ने देश के लिए बलिदान दिया है।
मुख्यमंत्री ने जय हिन्द सभा कार्यक्रम में वीर सैनिकों को किया सम्मानित
वर्ष 1962, 1965, 1971, कारगिल तथा ऑपरेशन सिंदूर में अदम्य साहस, वीरता तथा बलिदान प्रदर्शित करने के लिए वीरता सम्मान से अलंकृत वीर सैनिकों तथा शहीदों के परिजनों के सम्मान में आज यहां ‘जय हिंद सभा’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने ऑपरेशन सिंदूर में सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीद सूबेदार मेजर पवन के पिता गरज सिंह तथा पुत्र अभिषेक को 30 लाख रुपये की आर्थिक सहायता के चैक प्रदान किए। उन्होंने कीर्ति चक्र विजेता शहीद नायक दिलबर ख़ान की धर्मपत्नी जमीला को 15 लाख रुपये तथा शहीद हवलदार रोहित कुमार की पत्नी भारत लक्ष्मी को 10 लाख रुपये के चैक प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने बिलासपुर ज़िला के कीर्ति चक्र विजेता शहीद सूबेदार संजीव कुमार की धर्मपत्नी सुजाता कुमारी, शिमला ज़िला के कीर्ति चक्र विजेता शहीद सिपाही पवन कुमार की धर्मपत्नी भजन और माता दासी, चम्बा ज़िला के कीर्ति चक्र विजेता शहीद सिपाही जगदीश चन्द के परिवार से स्नेह लता, सोलन ज़िला के कीर्ति चक्र विजेता राजिन्द्र सिंह की ओर से उनकी पत्नी सुनीता देवी, कांगड़ा ज़िला के वीर चक्र विजेता कर्नल संजीव सिंह की ओर से उनके पिता केहर सिंह, ऊना ज़िला के वीर चक्र विजेता शहीद कैप्टन अमोल कालिया के पिता सतपाल कालिया, बिलासपुर ज़िला के वीर चक्र विजेता कैप्टन रूप लाल, ऊना ज़िला के वीर चक्र विजेता हॉनरेरी कैप्टन सुखदेव ंिसह, कांगड़ा ज़िला के वीर चक्र विजेता हॉनरेरी कैप्टन भगवान सिंह राणा की धर्मपत्नी कमलेश राणा, हमीरपुर ज़िला के वीर चक्र विजेता शहीद हवलदार रमेश कुमार की धर्मपत्नी मीना कुमारी, बिलासपुर ज़िला के वीर चक्र विजेता हवलदार उधम सिंह, ऊना ज़िला के शहीद हवलदार कांसी राम की धर्मपत्नी रोशनी देवी, ऊना ज़िला के शौर्य चक्र एवं सेना मेडल विजेता कर्नल कंवर सरबजीत सिंह पंवर, ऊना ज़िला के शौर्य चक्र विजेता हॉनरेरी कैप्टन सुशील कुमार, कांगड़ा ज़िला के शौर्य चक्र विजेता शहीद हॉनरेरी कैप्टन पृथ्वी सिंह के पोते शीतल मनकोटिया, कांगड़ा ज़िला के शौर्य चक्र विजेता हॉनरेरी कैप्टन मदन लाल, कांगड़ा ज़िला के शौर्य चक्र विजेता शहीद हॉनरेरी कैप्टन माधो राम की धर्मपत्नी अजुधिया देवी, मण्डी ज़िला के शौर्य चक्र तथा सेना मेडल विजेता हॉनरेरी कैप्टन हलका राम, किन्नौर ज़िला के शौर्य चक्र विजेता हॉनरेरी कैप्टन पालडेन गयाचो, किन्नौर ज़िला के शौर्य चक्र विजेता हॉनरेरी कैप्टन भाग चैन, किन्नौर ज़िला के शौर्य चक्र विजेता हॉनरेरी कैप्टन महेन्द्र सिंह, लाहौल-स्पीति ज़िला के शौर्य चक्र विजेता हॉनरेरी कैप्टन नील चन्द, शिमला ज़िला के शौर्य चक्र विजेता शहीद सूबेदार वेद प्रकाश की ओर से शकुंतला देवी, कांगड़ा ज़िला के शौर्य चक्र विजेता शहीद सूबेदार ध्यान सिंह की धर्मपत्नी ललिता कुमारी, सोलन ज़िला के शौर्य चक्र विजेता शहीद नायब सूबेदार जगत राम, किन्नौर ज़िला के शौर्य चक्र विजेता शहीद नायब राज बहादुर की ओर से प्रेम भगती, हमीरपुर ज़िला के शौर्य चक्र विजेता शहीद हवलदार परशोतम ंिसह की धर्मपत्नी राजो देवी, हमीरपुर ज़िला के शौर्य चक्र विजेता नायक नरेन्द्र सिंह, सिरमौर ज़िला के शौर्य चक्र विजेता शहीद नायक राजेश कुमार की धर्मपत्नी राखी वर्मा, शिमला ज़िला के शौर्य चक्र विजेता शहीद रायफलमैन कुलभूषण मांटा की धर्मपत्नी नीटू कुमारी, हमीरपुर ज़िला के शौर्य चक्र विजेता शहीद सिपाही लखबीर सिंह की धर्मपत्नी लता देवी, कांगड़ा ज़िला के शौर्य चक्र विजेता शहीद सिपाही रणजीत सिंह की धर्मपत्नी बीना देवी, कांगड़ा ज़िला के शौर्य चक्र विजेता शहीद सिपाही जतिन्द्र सिंह की माता आशा पठानिया, ऊना ज़िला के शौर्य चक्र विजेता शहीद सिपाही ब्रजेश कुमार के पिता गुरदास राम, कांगड़ा ज़िला के शौर्य चक्र विजेता प्रताप चन्द, हमीरपुर ज़िला के शौर्य चक्र विजेता सिपाही शहीद प्यार चन्द की ओर से कमलेश देवी, बिलासपुर ज़िला के शौर्य चक्र विजेता शहीद सिपाही कर्म चन्द की धर्मपत्नी राम देई, कांगड़ा ज़िला के अति विशिष्ट सेना मेडल विजेता मेजर जनरल डीवीएस राणा, बिलासपुर ज़िला के सेना मेडल विजेता ले. कर्नल पी.एस. अत्री, सिरमौर ज़िला के सेना मेडल विजेता हॉनरेरी कैप्टन अजीत सिंह, सेना मेडल विजेता हॉनरेरी कैप्टन रणजीत सिंह राणा, मण्डी ज़िला के सेना मेडल विजेता हॉनरेरी कैप्टन गंगा राम, मण्डी ज़िला के सेना मेडल विजेता हॉनरेरी कैप्टन लालमन, चम्बा ज़िला के सेना मेडल विजेता नायब सूबेदार कृपाल सिंह, सिरमौर ज़िला के सेना मेडल विजेता नायक दलीप सिंह, सोलन ज़िला के सेना मेडल विजेता हॉनरेरी कैप्टन रमेश कुमार, कुल्लू ज़िला के सेना मेडल विजेता हॉनरेरी कैप्टन खेम चन्द तथा बीएसएफ इंस्पेक्टर व्यास देव की ओर से परमजीत को इस अवसर पर सम्मानित किया।