Lok Sabha Election 2024 : चुनाव के लिए हमारी तैयारी पूरी – मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार

पहला चरण- 19 अप्रैल को वोटिंग, 21 राज्यों की 102 सीटों पर वोटिंग

दूसरा चरण- 26 अप्रैल को 13 राज्यों की 89 सीटों पर मतदान

तीसरा चरण- 7 मई को 12 राज्यों की 94 सीटों पर वोटिंग

चौथा चरण- 13 मई को 10 राज्यों की 96 सीटों पर मतदान

पांचवा चरण- 20 मई को 8 राज्यों की 49 सीटों पर वोटिंग

छठा चरण- 25 मई को 7 राज्यों की 57 सीटों पर मतदान

सातवां चरण- 1 जून को 8 राज्यों की 57 सीटं पर वोटिंग

मतगणना- 4 जून को 4 राज्यों की विधानसभा, उपचुनाव और लोकसभा चुनाव की मतगणना

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान हो गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, दुनिया का सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में चुनाव एक त्योहार की तरह है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि भारत जैसे विविधता से भरे देश में चुनाव कराना अपने आप में चुनौती है। पहली चीज तो लॉजिस्टिक और मैनेजमेंट है।  साढ़े 21 करोड़ युवा मतदाता इस लोकसभा चुनाव में अपने मत का इस्तेमाल करेंगे। 82 लाख मतदाता 85 वर्ष की आयु से अधिक के  हैं। 48 हजार ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। इस बार 18 से 19 वर्ष के 1.8 करोड़ मतदाता होंगे। 20 से 29 साल उम्र के 19.74 करोड़ मतदाता होंगे। 82 लाख मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 85 साल से ज्यादा है।

सीईसी ने आगे कहा, भारत में कुल 97 करोड़ रजिस्टर्ड वोटर्स हैं, जो दुनिया के कई महाद्वीपों से ज्यादा है। पहली बार वोटर्स की तादाद 1.8 करोड़ है। जबकि 20-29 साल के वोटर्स की तादाद 19.7 करोड़ है। चीफ इलेक्शन कमिश्नर ने आगे बताया, देश में साढ़े 21 करोड युवा वोटर हैं, जो 18 वर्ष से 29 वर्ष के हैं। देश के 12 राज्यों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष से ज़्यादा है। महिलाओं का वोटिंग अनुपात 948 हो गया है। 82 लाख वो मतदाता हैं, जो 85 साल से ऊपर की उम्र के हैं। 48000 ट्रांसजेंडर वोटर हैं. सीईसी ने आगे बताया, हमारी वोटिंग लिस्ट में 85 साल से ज्याद उम्र के 82 लाख वोटर्स, 2.18 लाख 100 से ज्यादा उम्र के मतदाता हैं।  मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, “85 वर्ष से अधिक उम्र के जितने भी मतदाता हैं, उनके घर जाकर मतदान करवाया जाएगा।  मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने पत्रकार वार्ता में कहा कि सभी लोगों को अभिनंदन, आप सभी का यहां पर स्वागत है। मतदाताओं से अपील करना चाहूंगा कि हमारी स्याही तैयार है। कहा कि एक यादगार व निष्पक्ष चुनाव सबकी भागीदारी से सुनिश्चित किए जाएंगे।  मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहाकि मिसइंफॉर्मेशन यानी गलत सूचना के मामले में भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। फेक न्यूज फैलानों वालों पर ऐक्शन होगा। आईटी ऐक्ट के तहत कार्रवाई होगी। सभी जिलों में लोगों को ट्रेनिंग दी गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहाकि सभी तरह के संदिग्ध ट्रांजैक्शंस पर नजर रखी जाएगी। साड़ी, कुकर आदि बांटने वालों पर नजर रहेगी। धनबल के दुरुपयोग को लेकर सख्ती बरती जाएगी।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहाकि चुनाव के दौरान राज्यों तैनात वॉलंटियर और कांट्रैक्चुअल स्टाफ को काम में नहीं लिया जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि मसल पावर पर कंट्रोल करेंगे। हिंसा का चुनाव में कोई स्थान नहीं होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि अगर कहीं पैसे बांटने का केस है तो फोटो खींचकर हमें भेजें। हम आपकी लोकेशन ट्रैस करके ऐक्शन सुनिश्चित करेंगे। कोई भी वोटर एपिक नंबर से अपना वोटर कार्ड मोबाइल से डाउनलोड कर सकता है। इसके अलावा बूथ नंबर और कैंडिडेट की जानकारी भी उपलब्ध रहेगी। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि वोटर्स के लिए हर बूथ पर जरूरी सुविधाएं होंगी। जहां पीने का पानी, पुरुष-महिला के लिए अलग शौचालय, रैंप, व्हीलचेयर आदि मौजूद रहेंगे।

 मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, “हमारे पास 97 करोड़ पंजीकृत मतदाता, 10.5 लाख मतदान केंद्र, 1.5 करोड़ मतदान अधिकारी और सुरक्षा कर्मचारी, 55 लाख ईवीएम, 4 लाख वाहन हैं।” मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहाकि हमें उम्मीद है कि युवा और इंफ्लुएंसर्स बड़ी संख्या में वोट डालने आएं और अपने दोस्तों को भी साथ लाएं।

हिमाचल प्रदेश की कुल चार लोकसभा सीटों के लिए चुनाव होना है। वर्तमान में तीन भाजपा और एक सीट पर कांग्रेस काबिज है।

लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कुछ ही देर में हो जाएगा। हिमाचल की चार लोकसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में 2,93,875  से अधिक मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। प्रदेश में 55,68,171 से अधिक मतदाता हैं। इनमें से 28,12,976 पुरुष, 27,55,160 महिला और 35 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में 52,62,126 मतदाताओं ने मतदान किया था। लोकसभा चुनावों में मत प्रतिशतता बढ़ाने के उद्देश्य से वोटरों को पोलिंग बूथ तक ले जाने के लिए राज्य निर्वाचन विभाग विशेष अभियान चलाएगा।

लोकसभा चुनाव में इस बार प्रदेश के 17 विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों की जीत की चाबी महिलाओं के हाथ में रहेगी। संसदीय क्षेत्र हमीरपुर के आठ, मंडी के छह, कांगड़ा के दो और शिमला संसदीय क्षेत्र के एक विधानसभा क्षेत्र में पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है। प्रदेश के 11 ऐसे विधानसभा क्षेत्र ऐसे भी हैं, जहां पुरुष मतदाताओं की संख्या महिलाओं से मात्र 50 से 500 तक ही अधिक है। चारों संसदीय क्षेत्रों में 17-17 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के कुल मतदाताओं की बात करें तो राज्य में इनकी संख्या 5568171 है। इनमें महिला मतदाताओं की संख्या 2755160 है और पुरुष मतदाता 2812976 हैं।

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