त्यौहार व मेले (Page 5)

12 साल में एक बार मनाया जाता है हिमाचल का प्राचीन व रोचक उत्सव "भुण्डा"

हिमाचल का प्राचीन व रोचक उत्सव “भुण्डा”

12 साल में एक बार मनाया जाता है “भुण्डा” स्थानीय लोगों में अपनी धर्म-संस्कृति,परम्परा व रीति-रिवाजों के प्रति बहुत आदर-भाव हिमाचल प्रदेश में जहां देवी-देवताओं को बहुत ही श्रद्धा से पूजा...

"चेरवाल" भादो माह में मनाया जाता है चेरवाल का त्यौहार

भादो माह में मनाया जाता है हिमाचल का “चेरवाल”, शाम को “चिड़े” की पूजा करते हैं परिवार के लोग

भादों की संक्राति से आरंभ होकर सारा महीना मनाया जाता है चेरवाल प्रदेश में हर त्यौहार का अपना विशेष महत्व है। चाहे वो कोई भी त्यौहार हो। ऐसा ही एक त्यौहार है चेरवाल का त्यौहार। आग का त्यौहार...

लाहौल का पारम्परिक जनजातीय उत्सव “गोची”

लाहौल में बेटों के पैदा होने पर “गोची” उत्सव मनाने की परंपरा सामूहिक पुत्रोत्सव का पर्व गोची  आकर्षक, रंगीन एवं मनोरंजक भारी हिमपात एवं भयंकर शीत के बावजूद भी लाहौल में रहती है सामूहिक...

पांगी जुकारू उत्सव, आपसी भाईचारे का प्रतीक..

वीरू राणा/पांगी: जिला चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी में हर साल मनाये जाने वाले जुकारू उत्सव इस वर्ष भी दो फरवरी से समूचे पांगी घाटी में मनाया जा रहा है। इस त्यौहार को घाटी की सांस्कृतिक पहचान...

अलौकिक अवतार गुरु नानकदेव जी

“गुरु नानकदेव जी” अलौकिक अवतार

अलौकिक अवतार गुरु नानकदेव जी भारत की पावन भूमि पर कई संत-महात्मा अवतरित हुए हैं, जिन्होंने धर्म से विमुख सामान्य मनुष्य में अध्यात्म की चेतना जागृत कर उसका नाता ईश्वरीय मार्ग से जोड़ा है। ऐसे...

हिमाचल का सबसे पुराना व्यापारिक मेला "लवी"

हिमाचल के रामपुर का अंतरराष्ट्रीय मेला “लवी”

 रामपुर शहर का लवी मेला हिमाचल प्रदेश मेलों व त्यौहरों के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। हर त्यौहार और मेले की अपनी एक खास महत्ता है। इतना ही नहीं बल्कि कुछ खास मेले व त्यौहार  देश में ही नहीं...

ऑफिस, दुकान और फैक्ट्री के लिए पूजन का सही समय👇

शिमला/ सत्यदेव शर्मा सहोड़: 4 नवंबर 2021, गुरुवार के दिन दोपहर 12 बजकर 10 मिनट से लेकर 1 बजकर 35 मिनट तक का समय शुभ है. यह समय दुकान, फैक्ट्री, व्यापारिक स्थल पर पूजा करने के लिए श्रेष्ठ समय है। लक्ष्मी...