- हिम गौरी दूध का दाम पंजाब और हरियाणा से कम
रीना ठाकुर/शिमला: टाटा ट्रस्ट और नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड की सहायता से हिमाचल प्रदेश दूध प्रसंघ के विटामिन ‘ए’ और ‘डी’ से युक्त फोर्टिफाइड दूध ‘हिम गौरी’ का मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को पोषक तत्व प्रदान करने के लिए फोर्टिफाइड दूध का इस्तेमाल विश्व भर में किया जाता है। हिम गौरी दूध का दाम पंजाब और हरियाणा के दूध से कम है। सरकारी उपक्रम मिल्कफेड 44 रुपये में डबल टोंड, 45 रुपये में टोंड और 49 रुपये प्रति लीटर दाम में स्टैंडर्ड दूध बेचेगी। उन्होंने कहा कि यह प्रशंसनीय है कि मिल्कफेड प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों से प्रतिदिन 1.40 लाख लीटर दूध एकत्र कर रहा है। डेयरी विकास प्रदेश की ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह क्षेत्र वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच भी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सम्भवतः देश का पहला राज्य है, जो अपने उपभोक्ताओं को फोर्टिफाइड गेहूं का आटा उपलब्ध करवा रहा है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोजित परियोजना के अन्तर्गत मिल्कफेड वर्ष 2020 में मण्डी और शिमला जिला के दत्तनगर में दो नए दूध प्रसंस्करण प्लांट स्थापित करने जा रहा है। इससे प्लांट की क्षमता दोगुनी हो जाएगी। ग्रामीण विकास, पंचायती राज एवं पशुपालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने इस अवसर पर मिल्कफेड की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि आज मिल्कफेड विभिन्न उत्पादों के लिए एक विश्वसनीय ब्रांड बन कर उभरा है। राज्य सरकार ने पहाड़ी गाय के पोषक तत्वों से भरपूर दूध को ‘हिम गौरी’ फोर्टिफाइड दूध के रूप में बाजार में उतारा है। राज्य सरकार देसी नस्ल की गायों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है और पशुपालन विभाग व डेयरी विकास किसानों की आर्थिकी को सुदृढ़ करने मंे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
मिल्कफेड के अध्यक्ष निहाल चन्द शर्मा ने कहा कि मिल्कफेड प्रतिदिन लगभग 14000 लीटर दूध सैन्य बलों को उपलब्ध करवा रहा है। उन्होंने किसानों से लिए जाने वाले दूध की कीमतों में बढ़ौतरी के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।