कोविड-19 महामारी के खिलाफ एसजेवीएन देश की इस लड़ाई में निभा रहा अहम भूमिका

एसजेवीएन के प्रचालनगत राजस्‍व में 17.95% की वृद्धि

  • एसजेवीएन हर वर्ष विद्युत उत्‍पादन के मामले में कायम कर रहा नई मिसालें : नंद लाल शर्मा

रीना ठाकुर/शिमला : एसजेवीएन लिमिटेड ने 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्‍टेशन तथा 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्‍टेशन में विद्युत उत्‍पादन में वृद्धि के साथ वित्‍तीय वर्ष 2019-20 की प्रथम तिमाही के दौरान प्रचालनगत राजस्‍व में 17.95%  की वृद्धि दर्ज की है।  कंपनी का प्रचालनगत राजस्‍व पिछले वित्‍तीय वर्ष की समतुल्‍य तिमाही के दौरान के 614.22 करोड़ रुपए से बढ़कर 724.49 करोड़ रुपए हो गया है।

एसजेवीएन

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एसजेवीएन की परियेजनाओं से अनुकूल मौसमी हालात के रहते इस वित्‍तीय वर्ष की प्रथम तिमाही के दौरान 3200 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्‍पादन हुआ है,  जबकि पिछले वित्‍तीय वर्ष की समतुल्‍य तिमाही के दौरान 2404 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्‍पादन हुआ था।  एक तरफ कंपनी का कर उपरांत लाभ (पीएटी) 293.60 करोड़ रुपए से 43.23% बढ़कर 420.54 करोड़ रुपए हो गया है, वहीं कर पूर्व लाभ (पीबीटी) 384.79 करोड़ रुपए से 42.84% बढ़कर 549.65 करोड़ रुपए हो गया है, जिसके फलस्‍वरूप कंपनी का ईपीएस तिमाही के दौरान 51 पैसे से बढ़कर 1.07 रुपए हो गया है।  कंपनी के वित्‍तीय नतीजों की घोषणा निदेशक मंडल की नई दिल्‍ली में संपन्‍न हुई बैठक में की गई।

एसजेवीएन के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने बताया कि देश में सबसे बड़े जलविद्युत परिसर के रूप में 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्‍टेशन तथा 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्‍टेशन हर वर्ष विद्युत उत्‍पादन के मामले में नई मिसालें कायम कर रहा है। उन्‍होंने यह भी बताया कि एसजेवीएन की वर्तमान स्‍थापित उत्‍पादन क्षमता 2015 मेगावाट है।  एसजेवीएन ने नवीकरणीय ऊर्जा, विद्युत पारेषण तथा ताप विद्युत के क्षेत्रों में प्रवेश कर लिया है।

उन्‍होंने आगे कहा कि एसजेवीएन ने आंतरिक उन्‍नति के लक्ष्‍य परिकल्पित किए हैं और सन 2023 तक 5000 मेगावाट, सन 2030 तक 12000 मेगावाट तथा सन 2040 तक 25000 मेगावाट की स्‍थापित क्षमता हासिल करने के पथ पर तीव्रता से अग्रसर है।

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