शिमला: कांग्रेस के ‘हिसाब दें सांसद अभियान पर कटाक्ष करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि यह बिडंबना ही कही जाएगी कि जिस पार्टी के नेताओं ने पिछले 70 वर्षों में देश को दोनों हाथों से लूटकर अपने घरों को भरा है, वह आज भाजपा से हिसाब मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के सांसद हिसाब अवश्य देंगे, परंतु जनता को देंगे, जिन्होंने उन्हें वोट देकर सांसद बनाया है, न कि भ्रष्ट कांग्रेसी नेताओं को। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस, बीजेपी से हिसाब मांगने से पूर्व अपने उन नेताओं से हिसाब मांगे, जिसकी वजह से हिमाचल को एक बार नहीं बल्कि अनेकों बार आघात सहने पड़े हैं।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस नेता पहले यह हिसाब दें कि पूर्व कि यूपीए सरकार में हिमाचल प्रदेश से दो नेता केंद्रीय कैबिनैट में थे, उसके बावजूद हिमाचल प्रदेश का औद्योगिक पैकेज क्यों छीना गया? क्या यह कांग्रेस की गलती नहीं थी? उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता यह हिसाब दें कि 5 वर्षों तक सत्ता में रहने के बावजूद 42 सौ करोड़ रुपये जो बीबीएमबी से हिमाचल को मिलने थे, उसको लेने के लिए कांग्रेस ने क्या किया। अगर कांग्रेस ने प्रदेश हित को लेकर ईमानदारी बरती होती तो आज हिमाचल प्रदेश को यूं कर्जें न लेने पड़ते। सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि बीजेपी सांसदों की कोशिशों के चलते हिमाचल प्रदेश का विशेष राज्य का दर्जा बहाल हुआ और भानुपल्ली से लेह लदाख व अन्य रेल लाइनों के लिए 500 करोड़ रुपये से ज्यादा स्वीकृत हुए हैं। इसी के साथ स्वास्थ्य क्षेत्र में 1800 करोड़ रुपये से अधिक धन हिमाचल प्रदेश को स्वीकृत हुआ है, परंतु विधान सभा चुनाव में मिली हार के चलते सदमें में कांग्रेसी नेता बीजेपी सांसदों की मेहनत और प्रयास को नहीं देख पा रहे हैं।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह बीजेपी के सांसद ही हैं, जिनकी अनथक मेहनत के चलते प्रदेश को 65 हजार करोड़ रुपये के राष्ट्रीय उच्च मार्ग स्वीकृत हुए हैं, इसी के साथ सांसदों की मेहनत की बदौलत प्रदेश को एम्स व तीन मैडिकल कॉलेज, हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज, केंद्रीय विश्वविद्यालय, कलस्टर यूनिवर्सिटी, द्रंग में नमक की खान का पुनः खुलना व आईआईएम जैसे महत्वपूर्ण संस्थान स्वीकृत हुए हैं।