- स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, वरिष्ठ नेता शांता कुमार और हिमाचल के सांसदों द्वारा हिमाचल में एयर कनेक्टिविटी से संबंधित मुद्दों को उठाया
- स्वास्थ्य मंत्री और हिमाचल के सांसदों द्वारा नागर विमानन मंत्री को ज्ञापन सौंपना
नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने वरिष्ठ बीजेपी नेता शांता कुमार और हिमाचल प्रदेश से संसद सदस्य रामस्वरूप शर्मा, वीरेंद्र कश्यप और विमला कश्यप सूद के साथ फिक्सड विंग विमान के शिमला हवाई अड्डे तक नियमित उड़ान शुरू करने की मांग को लेकर केंद्रीय नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू से मुलाकात की और हिमाचल प्रदेश के हवाई संपर्क में सुधार लाने हेतु एक ज्ञापन सौंपा।
स्वास्थ्य मंत्री ने अनुरोध किया कि नागर विमानन मंत्रालय को चंडीगढ़ से शिमला और हिमाचल प्रदेश के अन्य हिस्सों में यात्रियों के लिए हेलिकोप्टर सेवाएं तुरंत शुरू करनी चाहिए। “नागर विमानन मंत्रालय को चंडीगढ़ से हिमाचल प्रदेश के लिए हेलि-टैक्सी सेवाएं शुरू करने हेतु निजी कंपनियों को भी आमंत्रित करना चाहिए, क्योंकि यह हवाई सम्पर्क में अविलंब सुधार लाने का स्थाई और व्यावहारिक तरीका है।”
नागर विमानन मंत्री ने आश्वस्त किया कि इन मुद्दों पर उच्च प्राथमिकता के आधार पर विचार किया जाएगा। नड्डा ने कहा कि “हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों की भारी संख्या को देखते हुए और उसे विकास के मानचित्र पर स्थापित करने के लिए हवाई सम्पर्क में सुधार लाना अत्यावश्यक है।”
ज्ञापन में दिल्ली और शिमला के बीच एटीआर-42 टाइप छोटी उड़ान को तुरंत फिर से शुरू करने की मांग की गई, क्योंकि विशेषज्ञों द्वारा मौजूदा रनवे को ऐसे प्रचालन के लिए अनुमोदित किया जा चुका है। नड्डा ने कांगड़ा हवाई हड्डे पर विमानों में ईंधन भरने की सुविधा फिर से शुरू करने की दीर्घ काल से लंबित मांग को स्वीकार करने हेतु नागर विमानन मंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया, जब उनके द्वारा बैठक में सूचित किया गया कि यह कार्य दो सप्ताह में आरंभ कर दिया जाएगा। कांगड़ा हवाई अड्डे पर विमान में दुबारा ईंधन भरने की सुविधा से पे-लोड फैक्टर संबंधी प्रतिबंध हटाने में सहायता मिलेगी। इसका परिणाम यह होगा कि और अधिक यात्री उसी विमान में यात्रा कर सकेंगे। नड्डा ने संसद सदस्यों के साथ मिलकर कांगड़ा हवाई अड्डे पर लोड जुर्माना के बिना एटीआर-72 टाइप विमान प्रचालन शुरू करने हेतु नागर विमानन मंत्रालय से तुरंत कार्रवाई की भी मांग की।
कुल्लू हवाई अड्डे के संबंध में नड्डा और संसद सदस्यों ने सुझाव दिया कि नागर विमानन मंत्रालय इस हवाई अड्डे के रनवे स्ट्रिप के विस्तार हेतु स्थाई इंजीनियरी समाधान का पता लगाने के लिए सीडब्ल्यूपीआरएस, बीआरओ, एनएचपीसी, डब्ल्यूएपीसीओएस जैसे विशेष संगठनों को नियोजित कर सकता है।