भाजपा का विकास मॉडल फेल, खरीद फरोख्त और डरा धमका कर सत्ता हथियाने का कर रही प्रयास : नरेश चौहान

शिमला: भाजपा के डबल इंजन विकास कराने में फेल हो गया है। हिमाचल प्रदेश सरकार के खिलाफ जनता में भारी रोष है। हर वर्ग किसान, युवा, महिलाएं, कर्मचारी सब परेशान हैं और सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं। अपनी हार को देखकर बौखलाए भाजपा नेता अब प्रदेश में खरीद फरोख्ता और डराने धमकाने का मॉडल ला रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता नरेश चौहान ने कहा कि देवभूमि हिमाचल जैसे शांत प्रदेश में भाजपा का यह खरीद खरोख्त और डराने धमकाने का मॉडल चलने वाला नहीं हैं। आने वाले विधानसभा चुनावों में सरकार से परेशान जनता भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देगी। यहां भाजपा का पैसों के दम पर सत्ता हथियाने का मॉडल चलने वाला नहीं है। प्रदेश की जनता देख रही है कि साढ़े चार साल में भाजपा सरकार जनता से किए गए वायदों को पूरा करने में पूरी तरह नाकाम रही है। जिससे अब दूसरे दलों के नेताओं को पैसों से खरीद फरोख्त कर और डरा धमकाकर भाजपा में शामिल करा रही है। जिससे वह सत्ता में फिर से काबिज हो सके। लेकिन हिमाचल प्रदेश में भाजपा के षड़यंत्रकारी मॉडल चलने वाला नहीं है।

कांग्रेस प्रवक्ता नरेश चौहान ने कहा कि भाजपा ने जनता को डबल इंजन से विकास के झूठा सपना दिखाकर सत्ता पर कब्जा किया था। गत चुनावों के समय भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने हिमाचल आकर झूठे वायदे किए। हिमाचल की भोली भाली जनता की भावनाओं के साथ खिलबाड़ किया। सत्ता में काबिज होने के बाद भाजपा की डबल इंजन सरकार जनता से किए गए वायदों को पूरा करने में पूरी तरह नाकाम रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रैलियों में सेब बागवानों से झूठे वायदे किए लेकिन अभी तक पूरा नहीं कर पाए हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और जयप्रकाश नड्डा प्रदेश में 60 से अधिक नेशनल हाइवे बनाने की घोषणाएं करते रहे हैं लेकिन चुनावों होने के बाद न तो केंद्रीय मंत्री और न ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नेशनल हाइवे की बात कर रहे हैं। प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन सरकार ने पांच साल में एक भी नेशनल हाइवे नहीं बना सकी है।

भाजपा की डबल इंजन सरकार से रोजगार प्रदान करने का सपना युवाओं को भी दिखाया लेकिन केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार देने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। प्रदेश में बेरोजगार युवाओं का आंकड़ा 10 लाख पार कर गया है। आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश सरकार ने गत एक साल में लोक सेवा आयोग के माध्यम से मात्र 74 लोगों को सरकारी नौकरी दी है। प्रदेश का युवा रोजगार के लिए सड़कों पर है और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हवा में उड़ रहे हैं। सरकार में साहस नहीं है कि वह युवाओं की बातों की सुन सकें। कर्मचारी मांग अपने मांगों को लेकर चार साल बाद सरकार को जगाने के लिए मुख्यमंत्री आवास अपनी समस्याएं लेकर जाते हैं तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जागने की बजाय नाराज होकर भाग जाते हैं। कर्मचारियों के गुस्से का सामना करने के लिए साहस से नहीं जुटा पा रहे हैं।

हिमाचल के कर्मचारी पेंशन के लिए वर्षों से सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग को लेकर विधानसभा को दो बार घेराव भी कर चुके हैं। लेकिन भाजपा की गूंगी सरकार कर्मचारियों की सुन ही नहीं रही है और गुमराह करने के लिए कमेटी का गठन करने का ऐलान कर रही है। कांग्रेस ने कर्मचारियों से वायदा किया है कि सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट में कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम दी जाएगी।

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