शिमला: अधिकारियों को सेब सीजन के दौरान किसी भी प्रकार की कोताही न बरतने के शहरी विकास मंत्री ने दिए निर्देश

 सेब सीजन की तैयारियों व उपमण्डल रामपुर में हो रहे विकासात्मक कार्यों की शहरी विकास मंत्री ने की समीक्षा

शिमला: प्रदेश की 5 हजार करोड़ की आर्थिकी सेब के व्यवसाय को स्थानीय प्रशासन व सम्बद्ध विभाग सुचारू रूप से कार्यान्वित करे। यह विचार आज शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने रामपुर उपमण्डल के अधिकारियों के साथ खण्ड विकास कार्यालय रामपुर के समिति कक्ष में सेब सीजन की तैयारियों तथा उपमण्डल रामपुर में हो रहे विकासात्मक कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान व्यक्त किए।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को उपमण्डल रामपुर के सभी छोटे-छोटे सम्पर्क मार्गों को सुचारू रखने के दिशा-निर्देश दिए तथा उपमण्डल में राष्ट्रीय उच्च मार्ग का भी समय-समय पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने बरसात के दौरान अवरूद्ध सड़कों के रख-रखाव के लिए जेसीबी की सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश भी दिए।  
उन्होंने लोक निर्माण विभाग को सेब सीजन के दौरान क्रैन की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए ताकि गाड़ियों के खराब होने के कारण सड़के अवरूद्ध न हो सके। उन्होंने प्रशासन तथा खण्ड विकास अधिकारी को सम्पर्क सड़कों को सेब सीजन के दौरान अवरूद्ध न रहने के दिशा-निर्देश भी दिए।
उन्होंने प्रशासन को अधिक भाड़ा वसूलने वाले के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि जिला में मुख्य नियंत्रण कक्ष फागू में 15 जुलाई से कार्य करना आरम्भ कर देगा तथा उन्होंने उद्यान विभाग के अधिकारियों को नियंत्रण कक्ष को सारी सुविधाएं प्रदान कर खोलने के दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने पुलिस विभाग को सेब सीजन के दौरान अधिक पुलिस बल की तैनाती करने के निर्देश दिए ताकि सेब सीजन के दौरान आम जनमानस को जाम की समस्या से न जूझना पड़े तथा बागवानों का सेब समय से प्रदेश तथा बाहरी क्षेत्रों की मण्डियों में पहुंच सके।
उन्होंने इस दौरान बिजली विभाग के अधिकारियों को बिजली व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के निर्देश दिए तथा विभागीय अधिकारियों को ट्रांसफार्मर के रख-रखाव तथा सेब सीजन के दौरान क्षेत्र के बागवानों को सेब की ग्रेडिंग व पैकिंग के दौरान बिजली व्यवस्था सुचारू रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सेब राज्य के रूप में जाना जाता है। 5 हजार करोड़ की आर्थिकी सेब से प्रदेश की होती है। जहां बागवानों को  इस आर्थिकी का फायदा होता है वहीं शहरी राज्यों से आए व्यापारी तथा ट्रांसपोर्टरों तथा लाॅडिंग एवं अनलाॅडिंग करने वाले मजदूरों को भी इस व्यवसाय का फायदा मिलता है।
उन्होंने सभी विभागों से आए अधिकारियों को सेब सीजन के दौरान किसी भी प्रकार की कोताही न करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि सेब सीजन के दौरान स्थानीय प्रशासन के अधिकारी, संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी, फल उत्पादक संघ के प्रतिनिधि तथा स्थानीय प्रतिनिधि आपस में व्हट्सऐप ग्रुप बनाकर सूचनाओं का आदान-प्रदान करें, जिससे क्षेत्र के बागवानों तथा इस व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों को किसी प्रकार की असुविधा से न जूझना पड़े।
इस दौरान शहरी विकास मंत्री ने उपमण्डल रामपुर में हो रहे विकासात्मक कार्यों की विस्तृत जानकारी प्राप्त की तथा सभी विभागों को कार्यों को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि क्षेत्र की आम जनमानस को विकासात्मक कार्यों का लाभ प्राप्त हो सके।

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