एसजेवीएन ने  निगुलसरी-किन्‍नौर भूस्‍खलन स्‍थल पर राहत अभियान में दिया सराहनीय सहयोग

  • सीएमडी नन्‍द लाल शर्मा के निर्देशों पर एसजेवीएन के चिकित्‍सा अधिकारियों की एक बचाव टीम को भूस्‍खलन होने के कुछ घंटों के भीतर घटनास्‍थल पर कर दिया गया था सहयोग हेतु तैनात  

  • राहत एवं बचाव टीम जिसमें 51 सीआईएसएफ कर्मी और 12 चिकित्‍सीय दल के सदस्‍यों ने दिन रात राहत कार्य में दिया सहयोग 

  • बचाव अभियान के दौरान एसजेवीएन ने प्रतिदिन लगभग 300 लोगों को नि:शुल्‍क भोजन करवाया उपलब्‍ध

शिमला: एसजेवीएन द्वारा 11 अगस्‍तको निगुलसरी के समीप राष्‍ट्रीय राजमार्ग-5 पर हुए एक विशाल भू-स्‍खलन के पीडि़तों को हर संभव सहायता प्रदान की गई । इस भू-स्‍खलन में राज्‍य परिवहन निगम की एक बस तथा कुछ अन्‍य वाहन फंस गए थे तथा इनमें कई यात्रियों के मलबे के नीचे दबे होने की आशंका थी।

अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक  नन्‍द लाल शर्मा के निर्देशों पर, पर्याप्‍त उपकरणों से एसजेवीएन के चिकित्‍सा अधिकारियों की एक बचाव टीम को भूस्‍खलन होने के कुछ घंटों के भीतर घटनास्‍थल पर सहयोग हेतु तैनात कर दिया गया था। घटनास्‍थल पर राहत एवं सहायता गतिविधियां आखिरी दिन तक जारी रहीं।

राहत एवं बचाव टीम जिसमें 51 सीआईएसएफ कर्मी और 12 चिकित्‍सीय दल के सदस्‍यों ने दिन रात राहत कार्य में सहयोग दिया। यह कर्मी एसजेवीएन की निकटतम की तीन परियोजनाओं यथा नाथपा झाकड़ी , रामुपर तथा लूहरी पर तैनात हैं। दुर्घटना पीडि़तों को राहत प्रदान करने के लिए सभी आपातकालीन सुविधाओं से युक्‍त चार एंबुलेंसों को भी तैनात किया गया था , इन एंबुलेंसों द्वारा कई घायलों को  अस्‍पतालों में भी ले जाया गया।

एसजेवीएन द्वारा भूस्‍खलन के मलबे को हटाने के लिए हैवी अर्थ मूविंग उपकरण प्रदान किए गए , व्‍यक्तियों और सामग्री के परिवहन में सहायता प्रदान करने के लिए आपातकालीन वाहनों को तैनात किया गया तथा देर रात तक बचाव अभियान को जारी रखने के लिए भूस्‍खलन स्‍थल पर प्रकाश की व्‍यवस्‍था के लिए जनरेटर उपलब्‍ध करवाए गए ।

भूस्‍खलन स्‍थल पर उपस्थित बड़ी संख्‍या में जिला प्रशसन, पुलिस, सेना, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसजेवीएन तथा पर वाहनों में फंसें लोगों की मूलभूत आवश्‍यकताएं जैसे पानी, जूस तथा अन्‍य खाद्य वस्‍तुएं उपलब्‍ध करवाई गई।

भूस्‍खलन स्‍थल के दोनों तरफ सभी के लिए नि:शुल्‍क भोजन के स्‍टॉल लगाए गए थे। एसजेवीएन द्वारा बचाव अभियान के दौरान प्रतिदिन लगभग 300 लोगों को नि:शुल्‍क भोजन उपलब्‍ध करवाया जाता था।

एसजेवीएन ने निगुलसरी स्‍थल पर सहायता सेवा प्रदान आखिरी दिन तक जारी रखा , जबकि राज्‍य सरकार  प्राधिकरणों  के पर्यवेक्षण में समग्र बचाव अभियान में भूस्‍खलन पर लापता व्‍यक्तियों के सभी शव बरामद कर लिए गए हैं।

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