ओलावृष्टि से प्रभावित बागवानों को तुरन्त राहत दे सरकार: रोहित ठाकुर
ओलावृष्टि से प्रभावित बागवानों को तुरन्त राहत दे सरकार: रोहित ठाकुर
मौसम की मार के चलते बाग़वानों के सामने आर्थिक संकट हो गया है खड़ा
सरकार ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित करें जहां सेब की फ़सल को शत-प्रतिशत नुक़सान हुआ है, क्षेत्रों को प्राथमिकता के आधार पर मुआवज़ा दे
भाजपा सरकार नुक़सान की भरपाई करना तो दूर मात्र नुक़सान का आंकलन करने तक ही रह गई सीमित
ओलावृष्टि से खराब हो चुकी सेब की फसल को एमआईएस के तहत खरीद कर 50% भुगतान मौके पर किया जाए ताकि बागवान को फ़ौरी राहत मिल सकें और अपने आगामी खर्चो का वहन कर सकें
शिमला: सेब बाहुलीय क्षेत्रों में बेमौसमी बर्फबारी और ओलावृष्टि से जहां बागवानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा वहीं अब ओलों से खराब हो चुकी सेब की फसल को सही दाम ना मिलने के कारण बाग़वान सेब को बोरियों में बेचने को मजबूर हो गया हैं। यह बात रोहित ठाकुर पूर्व मुख्य संसदीय सचिव व पूर्व विधायक जुब्बल नावर कोटखाई ने प्रेस में जारी एक ब्यान में कही।
उन्होंने कहा कि मौसम की मार के चलते बाग़वानों के सामने गम्भीर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है, जबकि भाजपा सरकार नुक़सान की भरपाई करना तो दूर मात्र नुक़सान का आंकलन करने तक ही सीमित रह गई है। उन्होंने कहा कि मंडी मध्यस्था योजना के तहत सरकार के पास पिछले दो वर्षों से बागवानों की रूपये 15 करोड से अधिक की राशि लंबित पड़ी है जिसे सरकार बार-बार आग्रह करने पर भी ज़ारी नहीं कर रही है। रोहित ठाकुर ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इस वर्ष की ओलावृष्टि से खराब हो चुकी सेब की फसल को एमआईएस के तहत खरीद कर 50% भुगतान मौके पर किया जाए ताकि बागवान को फ़ौरी राहत मिल सकें और अपने आगामी खर्चो का वहन कर सकें। उन्होंने कहा कि भारी ओलावृष्टि के चलते विभिन्न क्षेत्रों की तरह ग्राम पंचायत देवगढ़, हिमरी और घुन्डा-भड़ेच में सेब की फ़सल को शत-प्रतिशत क्षति पहुँची है। रोहित ठाकुर ने कहा कि सरकार ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित करें जहां सेब की फ़सल को शत-प्रतिशत नुक़सान हुआ है और उन क्षेत्रों को प्राथमिकता के आधार पर मुआवज़ा भी दे। रोहित ठाकुर ने सरकार से ओलावृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में KCC की अवधि एक वर्ष आगे बढ़ाने व ब्याज़ माफ़ करने की मांग भी की।