हिमाचल में बहुतायत संख्या में पाए जाते हैं वन्य पशु-पक्षी

हिमाचल में बहुतायत संख्या में पाए जाते हैं अदभुत वन्य पशु-पक्षी…

हिमाचल में बहुतायत संख्या में पाए जाते हैं वन्य पशु-पक्षी

हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी राज्य हैं यहां का अधिकतर भाग वनों से ढका हुआ है जिसके चलते यहां के हरे-भरे वनों में सैकड़ों तरह के वन्य पशु-पक्षी पाए जाते हैं। हिमाचल की भौगोलिक विविधता के कारण यहां पर जीव-जन्तुओं की ऐसी विविधता पाई जाती है जो भारत में अन्यत्र कहीं नहीं है। यहां पर उष्ण कटिबन्धीय खण्ड हैं,शिवालिक जैसी पर्वत श्रृंखलाएं हैं, नदियों के लम्बे जल-संग्रहण क्षेत्र हैं,और एलपस जैसी ठण्डी जलवायु के क्षेत्र भी यहां हैं। हिमाचल का अधिकांश भू-भाग वनों से ढका है और वन संरक्षण का व्यापक कार्यक्रम भी यहां चलता है जिससे जीव-जन्तुओं की विविधता पैदा हुई है। इस बार हम आपको प्रदेश की भिन्न-भिन्न बहुतायत संख्या में ऊंचाइयों पर पाए जाने वाले अनेक प्रकार के वन्य पशु-पक्षी के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

प्रदेश के वनों में रीछ, भालू, सफेद भालू, चीता, भेडिय़ा, वानर, लंगूर, लोमड़ी, गीदड़, जंगली सूअर लकड़बगघा, औंस (बरफानी चीता), आईनेक्स (लम्बे सींग वाला जंगली बकरा) साम्बर, वीजल, हिरण, करथ, बारासिंगा, भराल, मरखोड़, कस्तुरी, जंगली बिल्ला, ऊदबलाव, चित्राला, सेंह, खरगोश, ककड़, पिज, सफेद चीता, गलहरी आदि अनेक जन्तु हैं। पांगी, लाहौल-स्पीति में याक पाला जाता है जो दूध, हल से लेकर हर काम आता है। वन्य पक्षियों में कुछ के नाम इस प्रकार हैं:- काला तीतर, कलेसा (जंगली मुर्गा), खखरोला, निलगर, फुलगर, जुजुराना (राज्य पक्षी) चिंजरोल, गोलाण्ड, चकोर, मोनाल, बजलू, चेरयाचमन, कबूतर, बाज, कोकलस, चील, चमगादड़, टकटोला, टिकला, मुरगाबी, कुलिंग, मोर, मुरयारी, जलकाक, तोता, गरीब, बगुला, धोंधिल, बतख, राजहंस, गिध, शिकरा, चेड़, बटर, फाखता, कूकू, उल्लू, गौरया, बसन्त बौरी आदि पक्षी हैं।

सरकार व प्रशासन वनक्षेत्रों व वन्य प्राणियों के संरक्षण के लगातार प्रयासरत

सरकार व प्रशासन वनक्षेत्रों व वन्य प्राणियों के संरक्षण के लगातार प्रयासरत है अभयवन वन्य जीवों की रक्षा के लिए प्रशासन ने कुछ वनक्षेत्रों को वन्य प्राणियों की रक्षा के लिए सुरक्षित किया है वहां किसी प्रकार के प्राणी की हिंसा करना अपराध है। ये वन्य क्षेत्र निम्र है:-
पिन घाटी-राष्ट्रीय पार्क स्पीति में

कालाटोप-खजियार चम्बा में

सेचूनाला पांगी में

चैहल-सोलन जिला में

पौंग झील-कांगड़ा में

नारगू-ऊहल मण्डी जिला में

चूड़धार-रेणुका सिरमौर में

कनावर-बशहर में

सिम्बल-वाला सिरमौर जिला में

हिमाचल में पाए जाने वाले अन्य जंगली पशु-पक्षी निम्रलिखित हैं :

हिमाचल में पाए जाने वाले अन्य जंगली पशु-पक्षी

हिमाचल में पाए जाने वाले अन्य जंगली पशु-पक्षी

अमु या ऐमु: पथरीले पहाड़ों में 1800 से 3000 मीटर की ऊंचाई पर पाई जाने वाली इस बकरी को अंग्रेजी में सेरों भी कहते है।

अस्कीन (कुल्लू) तंगरोल (लाहौल) : यह जानवर लाहौल-स्पीति और किन्नौर के ऊंचे भागों में पाया जाता है।

बाघ : यह चीता हिमाचल में पाया जाता है।

वन बिल्ला : यह जंगली बिल्ली है जो हिमाचल में पाई जाती है।

भालू (रीछ या रीख), चमगादड़, स्पीति किन्नौर का चंकु, शकुंत या चरग, चित्तरा या चीता, चीतल अथवा धब्बेदार हिरण, ईन अर्थात उडऩे वाली लोमड़ी, घुरल, गीदड़, हिरण, ककड़ अर्थात भौंकने वाला हिरण जो 2000 से 3270 मीटर पर पाया जाता है, 2260 से 4000 मीटर पर शिमला जिले में पाया जाने वाला कस्तुरा, खरगोष्ट या खरगोश, लंगूर या गोली बन्दर, लोमड़ी नेयोला, 3650 से 4460 मीटर की ऊंचाई पर पाई जाने वाली जंगली भेड़ जिसे कुल्लू में नियान और किन्नौर में फो कहते हैं, नील गाय, साम्भर, शाही या शाह, सूअर तथा तरॉक, हिमाचल में पाए जाने वाले वन्य जीव हैं।

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *