दयानन्द स्कूल शिमला ने विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर नशे के खिलाफ छात्रों को किया जागरूक

सभी कक्षाओं में विशेष सभा में व्यापक नशीली दवाओं के खतरे पर की चर्चा 

छात्रों ने कक्षा शिक्षक के साथ अपनी टिप्पणियों और प्रश्नों को किया साझा 

नशीली दवाओं के खतरे के बारे में नवीं, दसवीं के छात्रों ने नुक्कड़ नाटक से किया जागरूक 

37 छात्रों ने नारा लेखन प्रतियोगिता में लिया हिस्सा

प्रधानाचार्या अनुपम ने प्रतिभागियों के अच्छे शोध और जानकारीपूर्ण प्रस्तुतियों को सराहा 

शिमला: उच्चतर शिक्षा विभाग निर्देशानुसार जागरूकता कार्यक्रम “नवचेतना” के तहत ‘नशीली दवाओं की मांग में कमी के लिए राज्य कार्य योजना का कार्यान्वयन’ के अंतर्गत दयानन्द पब्लिक स्कूल दी मॉल शिमला के द्वारा विभिन्न गतिविधियों व कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सभी कक्षाओं में विशेष सभा में व्यापक नशीली दवाओं के खतरे पर चर्चा आयोजित की गई। प्रत्येक कक्षा शिक्षक ने नशीली दवाओं के दुष्प्रभावों और ऐसी स्थितियों से दूर रहने के बारे में चर्चा की। छात्रों ने कक्षा शिक्षक के साथ अपनी टिप्पणियों और प्रश्नों को भी साझा किया। नशीली दवाओं के खतरे के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कक्षा नवीं, दसवीं के छात्रों द्वारा नुक्कड़ नाटक का प्रस्तुतीकरण किया गया। कक्षा दसवीं के 37 छात्रों ने नारा लेखन प्रतियोगिता में भाग लिया। विद्यार्थियों ने इस बात का ज्ञानवर्धक चित्रण किया कि किस प्रकार नशीले पदार्थ हमारे भविष्य को नष्ट कर सकते हैं। उन्होंने भावी पीढ़ियों को सुरक्षित रखने के लिए स्वस्थ जीवन शैली के बारे में जागरूकता बढ़ाई।

प्रतियोगिता में जैस्मिन कौर (प्रथम), वैदेही सूद, (द्वितीय) युवल धीमान (तृतीय) स्थान प्राप्त किया। इसी के अंतर्गत कक्षा नवीं के छात्रों के मध्य विषय ‘किशोरों के बीच नशीली दवाओं का दुरुपयोगः कारण और प्रभाव’ पर अंतर्सदनीय भाषण प्रतियोगिता की गई। जिसमें प्रतिभागियों ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरे के बारे में अंतर्दृष्टि साझा की और खुद को और समाज को नशे की अंधेरी दुनिया में फंसने से कैसे बचाया जाए पर अपने विचार साँझा किए।

इस प्रतियोगिता में अवनी शर्मा (अशोका) प्रथम, अनुष्का कंवर (शिवाजी) द्वितीय और हर्षिका ठाकुर (लक्ष्मीबाई) तृतीय स्थान पर रहीं। शेष छात्र अनुभूति गुप्ता भगत सिंह, अक्षरा थापा टैगोर, अर्पिता शर्मा विवेकानन्द को सांत्वना पुरस्कार दिया गया । इसी कड़ी में अंतर कक्षा हिंदी कविता पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कक्षा आठवीं नौवीं के छात्रों ने नशीली दवाओं को ना कहें विषय पर स्य रचित कविता वाचन किया। इस प्रतियोगिता में पुरस्कृत अनन्या वर्मा (आठवीं सफायर) प्रथम अदिति शर्मा (अष्टम सफायर) द्वितीय वत्सल शर्मा (आठवीं डायमंड) तृतीय स्थान प्राप्त किया

शीली दवाओं की मांग को कम करने का अभियान विभिन्न गतिविधियों/प्रतियोगिताओं का प्रधानाचार्या अनुपम के संदेश के साथ समाप्त हुआ। उन्होंने प्रतिभागियों की अच्छी तरह से शोध और जानकारीपूर्ण प्रस्तुतियों की सराहना की। उन्होंने ने छात्रों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने और नशीली दवाओं के जाल में फंसने के दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूक रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने छात्रों को जागरूक नागरिक बनने और किसी को बुरी आदतों में लिप्त पाए जाने पर माता-पिता या शिक्षकों से मार्गदर्शन लेने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने छात्रों को भविष्य के स्वस्थ और सक्षम नागरिकों के रूप में विकसित होने में मदद करने के लिए स्कूल में नियमित रूप से होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों जैसे पेंटिंग, भाषण प्रतियोगिताओं, खेल आदि में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।

अंत में उन्होंने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ने के लिए शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत की। सभी छात्रों और स्टाफ सदस्यों ने बड़े पैमाने पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ अपनी लड़ाई को फिर से शुरू करने और इस देश के जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनने की शपथ ली।

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