निजी कोविड टीकाकरण केंद्र करेंगे राज्य में टीकाकरण अभियान आरम्भ

हिमाचल: बच्चों के टीकाकरण के लिए सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान 16 सितम्बर तक

शिमला: भारत सरकार ने नियमित टीकाकरण को मजबूत करने के उद्देश्य से दिसंबर 2014 में अपना प्रमुख कार्यक्रम, मिशन इंद्र धनुष (आई0एम0आई0) अभियान शुरू किया था। मिशन इंद्र धनुष का लक्ष्य उन सभी बच्चों को टीकाकरण करना है जिनका या तो टीकाकरण नहीं हुआ है, या जिन्हें टीके से रोकी जा सकने वाली बीमारियों (वी0पी0डी0) के खिलाफ आंशिक रूप से टीका लगाया गया है। ;11 बीमारियाँ .डिप्थीरिया, काली खांसी, टेटनस, पोलियो, खसरा, रूबेला बचपन के तपेदिक का गंभीर रूपए रोटावायरस डायरियाए हेपेटाइटिस बीए मेनिनजाइटिस और हेमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी और न्यूमोकोकल निमोनिया के कारण होने वाला निमोनिया हैंद्धण्
भारत सरकार द्वारा पहले के वर्षों में मिशन इंद्र धनुष चयनित एक या दो जिलों में चलाया जाता था। इस बार आइर्0एम0आई0 5.0 हिमाचल प्रदेश राज्य के सभी 12 जिलों में आयोजित किया जा रहा है।
इस वर्ष भारत सरकार के दिशानिर्देशानुसार IMI 5.0 को तीन चरणों में आयोजित किया जा रहा हैंः-
पहला चरणः 7-12 अगस्त 23
दूसरा चरण: 11-16 सितंबर 23
तीसरा चरण: 9-14 अक्टूबर 23
IMI 5-0  पहला चरण 7-12 अगस्त 2023 से डिजिटल प्लेटफॉर्म U-WIN ऐप के माध्यम से लागू किया गया है, जिसमें हिमाचल प्रदेश में सभी प्रसव केंन्दों और टीकाकरण स्थलों पर गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं और बच्चों के लिए सभी टीकाकरणों को U-WIN ऐप के माध्यम से online रिकॉर्ड किया गया है।
 भारत सरकार के दिशानिर्देशानुसार पहले चरण में आयोजित आई0एम0आई0 में 0-2 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया था। इस बार, इस उद्देश्य से कि कोई भी बच्चा और गर्भवती महिला टीकाकरण से वंचित न रहे, इसलिए दूसरे चरण में (11-16 सितंबर 2023) 5 वर्ष तक के लगभग 17,600 बच्चों व 4300 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा।
U-WIN ऐप में स्वयं पंजीकरण का उपयोग सामुदियक स्तर पर आशा कार्यकर्ता द्वारा गर्भवती महिलाओं व बच्चो को बताया जा रहा है जबकि स्वास्थ्य केंन्दों में स्टाफ नर्सों व ए0एन0एम0 द्वारा पूर्व पंजीकरण किया जा रहा है।
 उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों जैसे कि ईंट भट्टों, शहरी मलिन बस्तियों और टीकाकरण के प्रति झिझक वाले/प्रतिरोधी समुदायों वाले क्षेत्रों पर इस अभियान के अन्र्तगत विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि सभी ड्रॉप आउट/छुटे हुए बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जा सके।
 भारत सरकार के दिशानिर्देशानुसार आई0एम0आई0 5.0 का एक और प्रमुख उद्वेश्य दिसंबर 2023 से पहले सभी बच्चों को खसरा रूबेला की खुराक प्रदान करनी है ताकि दिसंबर 2023 से पहले देश से खसरा रूबेला उन्मूलन के लक्ष्य को पूरा किया जा सके।

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