टूरिज़्म (Page 4)

झील के रूप में पूजी जातीं हैं देवी "रेणुका"

इसलिए पड़ा झील का नाम “रेणुका जी”….

झील के रूप में पूजी जाती हैं माँ “रेणुका जी”,  राजा प्रसेनजित् की पुत्री थी देवी “रेणुका” हिमाचल में सदियों से ही देवी-देवताओं का वास रहा है। यहां के लोगों की देवी-देवताओं के प्रति गहरी...

पर्यटकों के आकर्षण “हिमाचल की प्राकृतिक झीलें”

पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र “हिमाचल की खूबसूरत झीलें”

सैलानियों को बर्बस आकर्षित करतीं “हिमाचली झीलें” “हिमाचल  झीलों” का हिमाचल सौदंर्य निखारने में सर्वाधिक महत्व हिमाचल के प्राकृतिक सौदंर्य को निखारने में यहां की प्राकृतिक व कृत्रिम...

हिमाचल की पौराणिक स्मृतियों को संजोए महर्षि वशिष्ठ का तपस्या स्थल “वशिष्ठ”

हिमाचल प्रदेश के मनाली से करीब चार किलोमीटर दूर लेह राजमार्ग पर स्थित है वशिष्ठ। एक ऐसा गांव जो अपने दामन में पौराणिक स्मृतियां छुपाये हुए है। महर्षि वशिष्ठ ने इसी स्थान पर बैठकर तपस्या की...

पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान किया था मसरूर मंदिर का निर्माण

चट्टानों पर बना विशाल मन्दिर “मसरूर”

हमारी धरोहर हमारी गौरवशाली परम्परा का प्रतीक पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान किया था मसरूर मंदिर निर्माण सांस्कृतिक धरोहर की सुरक्षा करना हम सब का नैतिक कर्तव्य सांस्कृतिक धरोहर के...

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में बसा भारत का ऐतिहासिक अंतिम गांव “छितकुल”

किन्नौर जिले में बसा भारत का ऐतिहासिक अंतिम गांव “छितकुल”

जहां पर्यटन पूरे साल भर अपने यौवन में रहता है: किन्नौर जिले की सांगला घाटी का अंतिम गांव “छितकुल” यूं तो हिमाचल पर्यटन दृष्टि से विश्व भर में जाना जाता है, लेकिन प्रदेश के कुछ क्षेत्र ऐसे भी...

चौन्तडा वैली

मण्डी जिला “जोगिन्द्रनगर” के अनदेखे प्राकृतिक स्थल

हिमाचल प्रदेश में बहुत से ऐसे प्राकृतिक स्थल हैं जो स्थानीय लोगों के साथ-साथ यहां देश-विदेश से आने वाले लोगों को भी अपनी और आकर्षित करते हैं। यहां की हरी भरी वादियां पर्यटकों को बार-बार आने के...