झील के रूप में पूजी जाती हैं माँ “रेणुका जी”, राजा प्रसेनजित् की पुत्री थी देवी “रेणुका” हिमाचल में सदियों से ही देवी-देवताओं का वास रहा है। यहां के लोगों की देवी-देवताओं के प्रति गहरी...
सैलानियों को बर्बस आकर्षित करतीं “हिमाचली झीलें” “हिमाचल झीलों” का हिमाचल सौदंर्य निखारने में सर्वाधिक महत्व हिमाचल के प्राकृतिक सौदंर्य को निखारने में यहां की प्राकृतिक व कृत्रिम...
हिमाचल प्रदेश के मनाली से करीब चार किलोमीटर दूर लेह राजमार्ग पर स्थित है वशिष्ठ। एक ऐसा गांव जो अपने दामन में पौराणिक स्मृतियां छुपाये हुए है। महर्षि वशिष्ठ ने इसी स्थान पर बैठकर तपस्या की...
हमारी धरोहर हमारी गौरवशाली परम्परा का प्रतीक पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान किया था मसरूर मंदिर निर्माण सांस्कृतिक धरोहर की सुरक्षा करना हम सब का नैतिक कर्तव्य सांस्कृतिक धरोहर के...
जहां पर्यटन पूरे साल भर अपने यौवन में रहता है: किन्नौर जिले की सांगला घाटी का अंतिम गांव “छितकुल” यूं तो हिमाचल पर्यटन दृष्टि से विश्व भर में जाना जाता है, लेकिन प्रदेश के कुछ क्षेत्र ऐसे भी...
Immense treasure is contained in Kamrunag lake “Dev Kamrunag” … along with the local people, where people from all over the country and abroad also bow down. Large stock of coins and precious metals due to tradition Kamrunag, the most famous of the serpents in Himachal Himachal is known by the name of Dev Bhoomi
हिमाचल प्रदेश में बहुत से ऐसे प्राकृतिक स्थल हैं जो स्थानीय लोगों के साथ-साथ यहां देश-विदेश से आने वाले लोगों को भी अपनी और आकर्षित करते हैं। यहां की हरी भरी वादियां पर्यटकों को बार-बार आने के...