शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज चम्बा जिले के डलहौजी विधानसभा क्षेत्र के बरांगल में 3.44 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले 33 के.वी. विद्युत उपकेन्द्र की आधारशिला रखी। इस उपकेन्द्र से भलई, बांगल, मंझली, सालवां और नड्डल सहित क्षेत्र की 16 पंचायतों के 33 गांवों के लगभग 25 हजार उपभोक्ताओं को विश्वसनीय एवं गुणवत्तापरक निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
भलेई में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चम्बा जिला का जल विद्युत उत्पादन में बड़े पैमाने पर योगदान है और राज्य से अनेक राज्यों को विद्युत आपूर्ति की जा रही है। वीरभद्र सिंह ने कहा कि चम्बा जिला अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है और यहां अनेक एैतिहासिक मन्दिर हैं। उन्होंने कहा कि जिन मन्दिरों का समुचित रखरखाव नहीं किया जा रहा है, उनका राज्य सरकार ने अपने नियंत्रण में लिया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देवी-देवताओं की भूमि के नाम से जाना जाता है और सरकार हर कीमत पर मन्दिरों का रखरखाव करने के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि लोगों का जीवन देवी-देवताओं के इर्द-गिर्द घुमता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चम्बा के लिए एक मेडिकल कालेज स्वीकृत किया गया है और शुरू होने वाला यह पहला कालेज होगा। वीरभद्र सिंह ने राजकीय माध्यमिक पाठशाला, नड्डल, बजोतरा, सपाहन, पंडताह तथा ग्राम पंचायत सिमनी के अन्तर्गत चाननू को राजकीय उच्च विद्यालय स्तरोन्नत करने की घोषणाएं की। उन्होंने ताहकरीमती में पशु औषधालय खोलने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के दावे कि कांग्रेस के कुछ विधायक उनके सम्पर्क में हैं, पर लोगों को गुमराह किया जा रहा है और इस तरह के बयान प्रेम कुमार धूमल जो दो बार मुख्यमंत्री रहे हों, जैसे व्यक्तित्व के लिए शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि धूमल को गुमराह करने वाले वक्तव्यों को जारी करने से बचना चाहिए और शांता कुमार जो एक अनुभवी नेता हैं, से सीख लेनी चाहिए। वीरभद्र सिंह ने भाजपा नेताओं द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों से सचेत रहने का आह्वान किया, क्योंकि इससे लोगों की एकता और उन्नति प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि राज्य में शुरू की गई इस तरह की राजनीति हिमाचल प्रदेश के हित में नहीं है।