बुजुर्गों व दिव्यांगजनो को घर पर ही लगाई जाएगी वैक्सीन : उपायुक्त आशुतोष गर्ग

  • एसडीएम तथा बीएमओ को प्रतिदिन सैंपलिंग को 1500 तक बढ़ाने के दिए निर्देश

कुल्लू:  कोविड-19 संक्रमण से बचाव को लेकर तथा जिला में कोराना की सैंपलिग बढ़ाने को लेकर आज उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने जिला के समस्त एसडीएम, खंड विकास अधिकारियों सीडीपीओ तथा खंड चिकित्सा अधिकारियों को वीसी के माध्यम से आवाश्यक दिशा- निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि जिला में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपने मोबाईल पर एप्लीकेशन फाॅर्म डाउनलोड कर हर पंचायत में वैक्सीन लेने से छूटे दिव्यांगजनों , बुजुर्गों तथा अन्य लोगों की घर-घर जाकर सूची बनाएंगे ताकि यह पता लगाया जा सके कि जिला में अभी तक कितने लोग ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक वैक्सीनेशन नहीं करवाई है। इसके अतिरिक्त जो दिव्यांग तथा बुजुर्ग लोग घरों में वैक्सीन लगवाने के इच्छुक हैंैं, उन्हें मोबाईल वैन ले जाकर घर घर में ही वैक्सीन दी जाएगी। बीएमओ ग्राम पंचायत अनुसार खंड स्तर पर इस सम्बंध में डेटा का विश्लेषण करेंगे तथा लोगों को कोरोना से बचाव को लेकर तथा वैक्सीनेशन लगवाने के लिए जागरूकता कैंपों का ओयोजन कर जागरूक भी करेंगे।

उपायुक्त ने कहा कि जिला में अभी बहुत कम सैंपलिंग की जा रही है तथा इसे प्रतिदिन 1500 तक बढ़ाने की आवश्यकता है। कोविड सैंटरों में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हों तथा उनकी माॅनीटरिंग भी सुनिश्चित की जाए। सभी एसडीएम संवेदनशील स्थानों, मंदिरों, सब्जी मंडियों तथा अधिक भीड़ की आशंका वाले क्षेत्रों में लोगों की सैंपलिंग को सुनिश्चित करें। उपमंडल स्तर पर गठित की गई टास्क फोर्स, स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों तथा सब्जी मंडी के लोगों के साथ बैठक कर उनकी फील्ड में सक्रियता को सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि इसके साथ सभी एसडीएम तथा बीएमओ प्रतिदिन सैंपलिग की रिपोर्ट को बनाए गए ग्रुप में शेयर करें। कोरोना संक्रमित व्यक्ति को घर में आईसोलेट करने को कहें तथा उसके प्राथमिक संपर्कों की सैंपलिग को सुनिश्चित करें। सीडीपीओ सभी आंगनवाड़ी कार्यकताओं के माध्यम से वैक्सीन से छूटे हुए लोगों की सर्वे रिपोर्ट दो दिन के भीतर प्रस्तुत करें। बीएमओ भी मोबाईल बैन के माध्यम से घर-घर में अभी तक छूटे हुए दिव्यांगजनों तथा बुजुर्गों की वैक्सीनेशन की रिपोर्ट 24 अगस्त, 2021 से पूर्व प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। एसडीएम सैंपलिंग के दौरान सुरक्षा के लिहाज से जरूरत पड़ने पर बीएमओ को पुलिस या होम गार्डज उपलब्ध करवाई जाए।

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