प्रदेश के कॉलेजों में शिक्षकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरे प्रदेश सरकार: एबीवीपी

प्रदेश में फर्जी डिग्री और छात्रवृति घोटालों का गिरोह अभी भी सक्रिय : अभाविप

शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने हाल ही में हिमाचल प्रदेश का वित्तीय वार्षिक बजट पेश किया है जिसमे शिक्षा क्षेत्र में नए नए आयाम स्थापित करने की और शिक्षा में नए बदलाव करने की बात की गई है जो स्वागत योग्य है लेकिन वास्तविकता के साथ धरातल की सच्चाई के अनुसार प्रदेश के वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य के यदि बात करे तो परिस्थितियां इन सभी चीजों से एकदम विपरीत है अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत सह मंत्री विक्रांत चौहान ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में आज शिक्षा के नाम पर हो रहा फर्जीवाड़ा चरम सीमा पर है उन्होंने जानकारी देते हुए कहा की हाल ही में चात्रिवृति घोटाला उजागर हुआ है जो बहुत ही शर्मनांक है अखिल भारतीय

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत सह मंत्री विक्रांत चौहान

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत सह मंत्री विक्रांत चौहान

विद्यार्थी परिषद पिछले कई वर्षों से शिक्षा के वयापरीकरण के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रही है विक्रांत चौहान ने जानकारी देते हुए कहा कि विद्यार्थी परिषद ने नियामक आयोग को कई ऐसे छात्रवृत्ति व शिक्षा संबंधी ज्ञापन सौंपे है लेकिन डिग्री फर्जीवाड़ा और छात्रवृति की घोटालेबाजी आज भी प्रदेश में चरम सीमा पर है उन्होंने कहा कि हाल ही में MBU का फर्जीवाड़ा सामने आया है जिसमें ED ने कार्रवाई करते हुए MBU के मालिक की संपत्ति भी जब्त की है विद्यार्थी परिषद इस कार्रवाई का स्वागत करती है परंतु मामले की अगर गंभीरता समझे तो हमें ध्यान में आता है कि अभी तक प्रदेश सरकार इस मामले से जुड़े किसी भी दोषी की गिरफ़्तारी तक करवाने में असफल रही है।

दो दिन पूर्व विधानसभा में भी ये छात्रवृति घोटाले का मामला चर्चा में आया और प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने बयान देते हुए कहा की 27 विश्वविद्यालयों में अभी भी इस प्रकार के मामले देखने को मिल रहे है जिसमे हिमाचल प्रदेश के नजदीकी राज्यों के लोग भी संलिप्त है। विक्रांत ने कहा कि विद्यार्थी परिषद् ने सबसे पहले इस मामले को नियामक आयोग के समक्ष रखा था और विद्यार्थी परिषद का प्रतिनिधि मंडल तत्कालीन शिक्षा मंत्री से भी मिला था लेकिन न तो मामले में संलिप्त आरोपियों की कोई गिरफ्तारी हुई है न ही ऐसे संस्थानों की मान्यता रद्द की है हाल ही में उजागर हुए छात्रवृत्ति घोटाले में विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो और ऐसे संस्थानों को चिन्हित करते हुए ऐसे संस्थानों की मान्यता रद्द की जाए अन्यथा विद्यार्थी परिषद् हिमाचल में आम छात्रों को साथ में लेते हुए सड़को पर उग्र आंदोलन करेगी।

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