शिमला : प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। अनिल शर्मा ने अपना इस्तीफा शुक्रवार को सीएम ऑफिस को भेजा है। धर्मसंकट में फंसे अनिल शर्मा ने बीजेपी और कांग्रेस किसी भी पार्टी के लिए प्रचार न करने का ऐलान किया था। वहीं बीजेपी भी अनिल शर्मा पर चुनाव प्रचार के लिए दबाव बना रही थी। गौर रहे कि ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा के पिता सुखराम और बेटे आश्रय के कांग्रेस में चले जाने के बाद सियासी हलचल तेज हो गई थी।
कांग्रेस ने अनिल शर्मा के बेटे आश्रय को मंडी से चुनावी मैदान में उतारा है। अनिल शर्मा के पिता पंडित सुखराम और बेटे आश्रय शर्मा के कांग्रेस में जाने के बाद बीजेपी सरकार में अनिल शर्मा का मंत्री पद चर्चा का विषय बना हुआ था। अनिल शर्मा एक साल तीन माह से अधिक जयराम सरकार में मंत्री पद पर रहे हैं। दो दिन पहले अनिल शर्मा के बीजेपी को वोट की अपील के पोस्टर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अनिल शर्मा भड़क गए थे। उन्होंने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। काफी लंबी जद्दोजहद के बाद आज अनिल शर्मा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।