शिमला: ग्रिड से जुडे सोलर रूफटॉप पावर प्लांट के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई थीं, जिसमें दरें कम हो गई हैं। सरकार ने प्रदेश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा व लोकप्रिय बनाने के लिए ग्रिड से जुडे सोलर रूफटॉप का 10 मेगावाट लक्ष्य फरवरी 2020 तक निर्धारित किया है, ताकि आम लोग अपनी बिजली स्वयं पैदा कर सकें। साथ ही राज्य में सौर ऊर्जा का तीव्र दोहन हो सके। पहले ग्रिड से जुड़े सोलर रूफटॉप 0 से10 किलोवाट की कीमत रूपये 61,000/. प्रति किलोवाट थी, जो अब रू.53,150/. प्रति किलोवाट हो गई है। दरों का निर्धारण निम्न है। यह जानकारी हिम ऊर्जा के मुख्य कार्यकारी निदेशक आशुतोष गर्ग ने दी।
- 0 से 10 किलोवाट = रू.53,150
- 10से 50 किलोवाट = रू.49,700
- 50 से 100किलोवाट = रू.47,000
- 100 से 300किलोवाट = रू.44,000
- 300 से 500किलोवाट = रू.42,000
नवीन व नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 70 प्रतिशत तथा राज्य सरकार द्वारा भी रू.4,000/.प्रति किलोवाट हिमऊर्जा के माध्यम से सब्सिडी दी जा रही है। राज्य सरकार की सब्सिडी उपभोक्ता के खाते में जमा होगी। जबकि नेटमिटरिंग का खर्च अलग से देय होगा। पहले से सूचीबद्ध (Empanelled) फर्मों को उपरोक्त दरों पर एक सप्ताह के अन्दर अपनी सहमति देने के लिए कहा गया है। जिन फर्मो की सहमती हिम ऊर्जा को प्राप्त होगी, तत्पश्चात नई सूची हिम ऊर्जा की बेबसाईट पर नंवबर के पहले सप्ताह डाल दी जाएगी।