शिमला : हिमाचल प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने वॉकआउट किया। विपक्ष नियम-67 के तहत प्रदेश में कानून व्यवस्था, मर्डर, महिलाओं पर अत्याचार और नशे के खिलाफ कड़े कानून को लेकर चर्चा की मांग कर रहा था, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने चर्चा की अनुमति नहीं दी।
विधानसभा अध्यक्ष की ओर से एक साथ इन मुद्दों पर चर्चा की स्वीकृति न देने से उखड़े विपक्ष ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी और विपक्ष के विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने शोर-शराबे के बीच सदन में कहा कि अध्यक्ष सरकार को संरक्षण दे रहे हैं। प्रदेश में जबसे भाजपा की सरकार बनी है तबसे लेकर 196 रेप के मामले व 64 मर्डर सामने आ चुके हैं। प्रदेश में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। इस तरह के ज्वलनशील मुद्दे पर चर्चा होना जरूरी है। इसके बाद विपक्ष ने सत्ता पक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सदन से वॉकआउट कर दिया।