- जिला शिमला में बंद पड़ी सड़कों को लेकर प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन की कड़े शब्दों में की आलोचना
- बागवानों को अपना उत्पाद मंडियो तक पहुंचाना हुआ मुश्किल
शिमला: पूर्व बागवानी मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र बरागटा ने पिछले कल से पुरे जिला शिमला में बंद पड़ी सड़कों को लेकर प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन की कड़े शब्दों में आलोचना की है । नरेंद्र बरागटा ने मीडिया को जारी बयान में कहा की इस वर्ष बरसात की पहली बारिश में ही ठियोग- हाटकोटी -रोहड़ू सड़क के हालात असमान्य हो गए है और कोटखाई से लेकर जुब्बल के मध्य सड़क की स्थिति दयनीय है पिछले करीब 24 घंटो से सड़क पर लोग जाम से जूझ रहे है और मौके पर न पुलिस तक है और न ही जाम को खोलने के लिए कोई ठोस प्रबंध किये गए है।
इस सड़क के वैकल्पिक मार्ग कोटखाई वाया टाहु- खड़ापत्थर और खड़ापत्थर- पटसारी सड़क की दशा भी खराब और भाजपा के बार बार मांग के वावजूद सरकार ने गर्मियों के समय इन सड़कों की मुरम्मत नहीं की। शिमला ज़िला के सभी कांग्रेस विधायक अचानक गायब हो चुके है जबकि बागवान और जनता सड़को पर जूझ रहे है। ज़िला की अधिकतर ग्रामीण सड़के या तो बंद पड़ी है या बदतर हालात में है जिसके कारण हज़ारो बागवानों को अपना उत्पाद मंडियो तक पहुचाना मुश्किल हो गया है और सरकार प्रशासन घोर निंद्रा में है। बरागटा ने सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा की इस वर्ष गर्मियों के दौरान सड़को को दुरुस्त करने ले लिए कोई भी कदम सरकार ने नहीं उठाये जिसके परिणाम स्वरुप अब पहली ही बरसात के साथ सड़कों की हालात बदतर हो चुकी है। नरेंद्र बरागटा ने मांग की है की प्रदेश सरकार और ज़िला प्रशासन तुरंत बंद पड़ी सड़कों बेहतर करने का प्रयास करे जिससे किसानों बागवानों को सेब सीजन में अपना उत्पाद मंडियो तक पहुचाने में सहायता मिले।