जयराम सरकार के तीन साल कार्यक्रम में पढ़ा गया नड्डा का संदेश...

अंगदान एक सामाजिक आंदोलन बनना चाहिए, अंग दान जीवन का है एक उपहार: जे.पी.नड्डा

  • मैं सभी भारतीयों से अंग दान करने और बहुत से मूल्‍यवान जीवनों को बचाने के लिए प्रतिज्ञा लेने का आह्वान करता हूँ: जे.पी.नड्डा

नई दिल्ली: अंगदान जीवन का एक उपहार है और यह एक परोपकारी, भेदभावहीन और अनिवार्य रूप से नैतिक कार्य है इसके महत्‍व पर बल देते हुए केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री जे.पी.नड्डा ने लोगों से जीवन रक्षण के लिए अंगदान करने और आगे आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अंगदान प्राप्‍तकर्ता के स्‍वास्‍थ्‍य, गुणवत्‍ता और उसके जीवन समय में सुधार करते हुए और यहां तक कि उसको मृत्‍यु अथवा अन्‍य जटिल परिस्‍थितियों से बचाते हुए बहुत अधिक लाभ दे सकता है। उन्‍होंने यह विचार आज दधीचि देह दान समिति (डीडीडीएस) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के अवसर पर प्रकट किए। समिति ने चिकित्‍सा शिक्षण समुदाय के बीच शव दानकर्त्‍ताओं के परिवारों और शव दानकर्त्‍ताओं के परिवारों के प्रति सम्‍मान को बढ़ाने के लिए प्रोटोकॉल का प्रारूप बनाने पर एक वार्ता का आयोजन किया

इस अवसर पर अपने संबोधन में, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने प्रतिभागियों से उन समाधानों को सूचीबद्ध करने की अपील की जिससे अंग और देह दान को प्रोत्‍साहन मिले। उन्‍होंने यह आश्‍वासन भी दिया कि सरकार इसके कार्यान्‍वयन में विलम्‍ब नहीं करेगी। उन्‍होंने कहा कि मंत्रालय ने शव के अंगों और ऊतकों को निकालने के लिए ठोस कदम उठाने शुरू कर दिये हैं और उम्मीद है कि सरकार इस विशाल राष्ट्रीय संसाधन का बेहतर रूप से उपयोग करने में सक्षम होगी।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इन पहलों के लाभों को हर नुक्कड़ और देश के कोने-कोने तक पहुंचना चाहिए और इसे सिर्फ शहरों तक ही सीमित नहीं किया जाना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि जीवन शैली को देखते हुए बढ़ती हुई बीमारियों को ध्यान में रखते हुए अंगों की मांग में भविष्य में कई गुना वृद्धि होने की संभावना है। इसलिए प्रत्यारोपण के लिए शव के अंगों को सुरक्षित, प्रभावी और नैतिक तरीके से संरक्षित करने और दान के लिए एक प्रणाली बनाने की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्री ने समिति के कार्यो की सराहना करते कहा कि जानकारी समिति से आने वाले सुझाव बहुत ही सार्थक और अनुभव से पूर्ण हैं और मंत्रालय उन पर बहुत गंभीरता से विचार कर रहा है।

विशेष स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय डॉ बी डी अथानी ने जानकारी दी कि सरकार अंग दाता कानून/नियमों और प्रक्रियाओं को सरल बनाने के लिए विभिन्न कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (www.notto.nic.in) की वेबसाइट अंग दान के लिए प्रतिज्ञाओं पंजीकरण के लिए अद्यतन जानकारी और ऑनलाइन सुविधा प्रदान करती है। 13,443 दाता पहले से ही अंग दान के लिए प्रतिज्ञा ले चुके हैं। अंग दान के बारे में जानकारी प्रदान करने और अन्‍य संबंधित जानकारी प्राप्‍त करने के लिए एक टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर (1800114770) के साथ एक 24×7 कॉल सेंटर भी स्थापित किया गया है।

इसके बैठक में, आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.एस.एस अग्रवाल, डीडीडीएस के अध्‍यक्ष आलोक कुमार, अध्यक्ष और सरकार के चिकित्सा अनुसंधान निकायों के प्रमुख एवं मेडिकल कालेजों और गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्‍थित थे।

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