नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने आज कर्नाटक में एनएच-63 के हुबली-होस्पेट खंड को चार लेन का बनाने को मंजूरी दी। इसकी अनुमानित लागत 2272.20 करोड़ रुपये है, जिसमें भूमि अधिग्रहण, लोगों को नये स्थान पर बसाने और उनका पुनर्वास करने तथा निर्माण से पहले की अन्य गतिविधियों की लागत शामिल है। निर्माण की जाने वाली सड़क की कुल लम्बाई लगभग 144 किलोमीटर है।
यह कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (एनएचडीपी) चरण-IV के अंतर्गत इंजीनियरिंग, खरीद एवं निर्माण (ईपीसी) आधार पर किया जाएगा।
यह परियोजना यातायात, विशेषकर हुबली और होस्पेट खंड के बीच चलने वाले भारी यातायात के समय और लागत में कमी लाने के अलावा कर्नाटक में बुनियादी ढांचे में सुधार की प्रक्रिया में तेजी लाएगी। इस खंड के विकास से राज्य के इस क्षेत्र की सामाजिक आर्थिक स्थिति के उत्थान में भी मदद मिलेगी।
इस परियोजना से जुड़ी गतिविधियों की बदौलत स्थानीय श्रमिकों के लिए रोजगार की संभावनाओं में भी वृद्धि होगी। ऐसा अनुमान है कि राजमार्ग के एक किलोमीटर हिस्से के निर्माण के लिए कुल 4,076 मानव कार्यदिवसों की आवश्यकता होगी। इस प्रकार इस खंड के निर्माण की अवधि में दौरान स्थानीय तौर पर 5,86,600 (लगभग) रोजगार की संभावनाओं का सृजन होगा।
पृष्ठभूमि
यह परियोजना पहले बीओटी (टोल) पर मंजूर की गई। इस परियोजना के लिए बोलियां तीन बार तथा एक और बार बढ़ी हई वायबिलिटी गैप फंडिंग के साथ आमंत्रित की गई, लेकिन कोई भी बोली प्राप्त नहीं हुई। इस प्रकार इस परियोजना को ईपीसी मोड में कार्यान्वित करने का फैसला किया गया। मार्च 2016 में व्यय वित्त समिति (ईएफसी) की बैठक द्वारा इस परियोजना का मूल्यांकन किया गया।