विद्युत उपकेन्द्र से होंगे 1 लाख 5 हजार लोग लाभान्वित
शिमला: जिला कुल्लू के नगान (आनी) में 66 के.वी. विद्युत उपकेन्द्र नगान (आनी) का उद्घाटन किया गया। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने 66 के.वी. विद्युत उपकेन्द्र का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर आयुर्वेद एवं सहकारिता मंत्री कर्ण सिंह, मुख्य संसदीय सचिव नंद लाल, विधायक खूब राम, एच.पी.एस.आई.डी.सी. के उपाध्यक्ष अतुल शर्मा, ए.पी.एम.सी. कुल्लू व लाहौल स्पीति के अध्यक्ष योगेन्द्र मिश्रा, स्टेट इलैक्ट्रीसिटी बोर्ड लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक ईं. पी. सी. नेगी, निदेशक (परिचालन) ईं. आर. के. शर्मा और निदेशक (तकनीकी) ईं. बी. एम. सूद सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विद्युत उपकेन्द्र से जिला कुल्लू की आनी तहसील और जिला मंडी के करसोग मंडल एवं छतरी उपमंडल क्षेत्रों की 43 पंचायतों के 926 गांवों के लगभग 1 लाख 5 हजार लोग लाभान्वित होंगे। इस विद्युत उपकेन्द्र से जिला कुल्लू की आनी तहसील और जिला मंडी के करसोग मंडल एवं छतरी उपमंडल क्षेत्रों की वोल्टेज में सुधार होगा तथा विद्युत आपूर्ति सशक्त हो जाएगी। इसके साथ ही संचार एवं वितरण में होने वाली हानियों; (T&D losses) में भी कमी आएगी।
विद्युत उपकेन्द्र के बारे विस्तृत जानकारी देते हुए स्टेट इलैक्ट्रीसिटी बोर्ड लिमिटेड के उप निदेशक (लोक सम्पर्क) अनुराग पराशर ने बताया कि जिला कुल्लू की आनी तहसील और जिला मंडी के करसोग मंडल एवं छतरी उपमंडल क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को पहले विद्युत आपूर्ति 66 के.वी. विद्युत उपकेन्द्र कुमारसैन से एक 22 के.वी. फीडर द्वारा की जा रही थी, जिसके अधिक लम्बे होने के कारण विद्युत आपूर्ति में कई बार व्यवधान आ जाता था तथा वोल्टेज भी कम हो जाती थी। अतः आनी तहसील, करसोग मंडल एवं छतरी उपमंडल क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और गुणवतापूर्ण विद्युत आपूर्ति प्रदान करने के लिए हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रीसिटी बोर्ड लिमिटेड द्वारा 66 के.वी. विद्युत उप-केन्द्र नगान (आनी) के निर्माण का निर्णय लिया गया था। इस विद्युत उपकेन्द्र को जोड़ने के लिए बड़ागांव से नगान (आनी) तक लगभग 8 किलोमीटर लम्बी 66 के.वी. डबल सर्किट विद्युत संचार लाईन का निर्माण भी किया गया है। विद्युत उपकेन्द्र के निर्माण पर 11 करोड़ 20 लाख रूपये और लाईन के निर्माण पर 4 करोड़ 30 लाख रूपये की लागत आई है। इस प्रकार इस योजना पर कुल 15 करोड़ 50 लाख रूपये की लागत आई है। इस विद्युत उप-केन्द्र से 22 के.वी. के 5 फीडर दलाश, बराड़, शवाड़, खनाग और आनी स्थानीय निकाले गए हैं।