


शिमला: किन्नौर की ठंडी मरुस्थलीय हंगरंग घाटी के मल्लिंग क्षेत्र में समुद्र तल से 3,556 मीटर की ऊँचाई पर स्थित हाई ऐल्टिटूड प्रदर्शन बगीचे में सेब दिवस 2.0 का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम ने उच्च घनत्व सेब रोपण प्रणाली और प्राकृतिक खेती की उन उन्नत तकनीकों को प्रदर्शित किया, जो शुष्क समशीतोष्ण जलवायु के लिए विकसित की गई हैं।
यह आयोजन डॉ यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) किन्नौर और क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र, शार्बो के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
जनजातीय उप-योजना परियोजना (Tribal Sub-Plan Project) के अंतर्गत वर्ष 2021 में स्थापित इस मॉडल बगीचे में सुपर चीफ, स्कारलेट स्पर, रेड वेलोक्स, ऑर्गन स्पर-II और गाला वैल जैसी दस प्रीमियम सेब किस्में सीड्लिंग रूटस्टॉक पर लगाई गई हैं। यह बगीचे अब दुर्गम उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उच्च घनत्व बागवानी की संभावनाओं का प्रतीक बन गया है।
कार्यक्रम का शुभारंभ पूह खंड की बीडीसी सदस्य पद्मा दोर्जे, द्वारा किया गया। उन्होंने केवीके और अनुसंधान केंद्र के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने जनजातीय क्षेत्रों में उन्नत बागवानी पद्धतियाँ पहुँचाई हैं। इस अवसर पर 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें सेब उत्पादक, ग्राम पंचायत प्रतिनिधि, बागवानी विभाग और आत्मा के अधिकारी तथा विश्वविद्यालय के बी.एससी. (औद्यानिकी) विद्यार्थी शामिल थे, जो वर्तमान में ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव (RAWE) कार्यक्रम के तहत किन्नौर में कार्यरत हैं।
इस अवसर पर फल वैज्ञानिक एवं कार्यक्रम संयोजक डॉ. अरुण कुमार ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में उत्पादकता बढ़ाने हेतु क्षेत्र-आधारित नवाचारों का प्रदर्शन किया। सह-निदेशक एवं केवीके किन्नौर के प्रमुख डॉ. प्रमोद शर्मा ने सीड्लिंग रूटस्टॉक पर उच्च घनत्व रोपण और प्राकृतिक खेती को अपनाने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने बागीचे प्रबंधन में प्रकृति-आधारित समाधान, बहुस्तरीय फसली प्रणाली और फसल विविधीकरण को दीर्घकालिक कृषि स्थिरता के लिए आवश्यक बताया।
विषय विशेषज्ञ (औद्यानिकी) देव राज कैथ ने किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं, फसल बीमा, सब्सिडी योजनाओं और जैविक कीट प्रबंधन तकनीकों के बारे में जानकारी दी। कृषि विभाग की आत्मा परियोजना से जय कुमार ने बताया कि 1,000 से अधिक किसान—जिनमें 99 पूह खंड से हैं—प्राकृतिक खेती क्लस्टर पहल से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि नाको, चांगो, रिब्बा, आसरंग, थांगी और कानम जैसे छह गांवों को प्राकृतिक खेती मॉडल क्लस्टर के रूप में विकसित किया गया है।
फल वैज्ञानिक डॉ. दीपिका नेगी ने सेब बागानों में स्ट्रॉबेरी जैसी उच्च मूल्य वाली फसलों को शामिल करने की सलाह दी, जिससे किसानों को अतिरिक्त आय हो सके। खाद्य प्रणाली विश्लेषक आशीष गुप्ता ने हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक खेती उत्पादों के लिए CETARA प्रमाणन प्रणाली की जानकारी दी और बताया कि यह प्रणाली राज्य में जलवायु-अनुकूल और पारिस्थितिकी कृषि को प्रोत्साहित कर रही है। मगसूल प्राइवेट लिमिटेड बेंगलुरु के निदेशक अजय तन्नीकुलम जो देशभर में 1,500 से अधिक किसानों के साथ बाजार संपर्क और मूल्य श्रृंखला विकास पर कार्य कर रहे है—ने भी अपने अनुभव साझा किए।
प्रगतिशील किसान-शलकर के केसांग तोबदेन और चांगो के कृष्ण चंद ने अपनी प्राकृतिक खेती की सफलता की कहानियाँ साझा कर अन्य किसानों को प्रेरित किया। कार्यक्रम में छात्रों ने भी अपने अनुभव साझा किए और किन्नौर के सेब उत्पादकों की दृढ़ता और नवाचार की सराहना की।
इस कार्यक्रम में किसानों से जलवायु-सहिष्णु, जल-संरक्षण आधारित और पर्यावरण-मित्र बागवानी प्रबंधन तकनीकों को अपनाने का आह्वान किया, ताकि स्थायी विकास सुनिश्चित किया जा सके।

शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस आला कमान को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि जिस आत्मविश्वास और दम के साथ प्रियंका गांधी समेत सभी नेताओं ने हिमाचल में विधानसभा चुनाव के दौरान झूठी गारंटियां देकर हिमाचल में लोगों के वोटों पर डाका डाला था। आज 3 साल बीतने के बाद भी उनका कोई नाम लेवा नहीं है। प्रियंका गांधी खुद हिमाचल प्रदेश आईं और रिज मैदान पर सरकारी कार्यक्रम के नाम पर राजनीतिक बयानबाजी की लेकिन एक बार भी अपनी ही दी हुई गारंटियों के बारे में सरकार से एक प्रश्न नहीं पूछा। प्रदेश के लोग इंतजार कर रहे थे जिन लोगों ने 3 साल पहले गारंटियां दी थी, आज वह उनके हिसाब भी देंगे। लेकिन सभी नेता सिर्फ इधर-उधर की बात करके चले गए। हां सरकारी मंच को राजनीतिक लाभ के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री को कोसने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जबकि हिमाचल प्रदेश में आपदा प्रभावितों के लिए जो कुछ भी हुआ है वह केंद्र सरकार की मदद से ही संभव हुआ है। इसके बाद भी केंद्र सरकार की मदद के लिए उनका आभार जताने के बजाय उन पर ही छींटाकसी की गई। एडीबी द्वारा, वर्ल्ड बैंक द्वारा, सभी एक्सटर्नल फंडेड प्रोजेक्ट्स द्वारा प्रदेश में लगभग हजारों करोड़ रुपए के जो काम चले हुए हैं, वह क्या केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित नहीं है? क्या उनका 90% हिस्सा केंद्र सरकार नहीं वहन करेगी?
जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 5500 करोड़ से ज्यादा की आर्थिक सहायता हिमाचल प्रदेश को आपदा के नाम पर दी गई है। प्रधानमंत्री ने 1500 करोड़ का अतिरिक्त पैकेज अलग से घोषित किया है। जो सरकार 5500 करोड रुपए केंद्र से लेकर आपदा प्रभावितों को 300 करोड रुपए भी नहीं दे पाई है वह किस मुंह और नैतिकता से केंद्र सरकार से प्रश्न कर रही है। सरकार के लोग चाहते हैं कि पैसा उनकी जेब में आए तो उनकी जेब में केंद्र से पैसा नहीं आएगा। केंद्र से जो भी पैसा आता है वह आपदा प्रभावितों के लिए प्रदेश के भले के लिए आता है। जिसे परियोजनाओं पर ही खर्च करना होता है। बीते कल ही हिमाचल प्रदेश में शहरी क्षेत्रों के लिए 1361 प्रधानमंत्री आवास के लिए 34 करोड़ों रूपए और एकीकृत बागवानी मिशन के लिए 25 करोड़ केंद्र द्वारा स्वीकृत हुए हैं। आए दिन हिमाचल प्रदेश को किसी न किसी प्रकार की केंद्रीय सहायता मिलती रहती है। इसके बाद भी मुख्यमंत्री और मंत्री सामान्य शिष्टाचार के नाते आभार व्यक्त करने के बजाय गला फाड़ फाड़ कर केंद्र को कोसते हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि रिज मैदान पर सरकारी कार्यक्रम के नाम पर राजनैतिक कार्यक्रम किए गए। रिज मैदान की अपनी एक गरिमा है और वहां पर प्रधान मंत्री के अलावा किसी को भी राजनैतिक रैली करने की इजाजत नहीं है। अगर यह सरकारी कार्यक्रम था तो इस मंच पर सरकार की उपलब्धियों का जिक्र होना था। सरकार की योजनाओं की बात होनी थी। लेकिन मुख्यमंत्री समेत कांग्रेस के आला कमाने भी इस मंच का उपयोग झूठ बोलने के लिए किया। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार में मुख्यमंत्री हमेशा बड़े मंचों और महत्वपूर्ण अवसरों को तुच्छ राजनीति की भेंट चढ़ा देते हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रियंका गांधी कहती हैं कि हिमाचल सरकार पीआर, सोशल मीडिया के भरोसे नहीं पब्लिक कनेक्ट से काम करती है। तो क्या कैमरे की फौज लेकर लोगों के बीच जाने वाले, मोजे पहन कर खेती करने वाले राहुल गांधी पीआर स्टंट नहीं कर रहे हैं? हिमाचल प्रदेश की सरकार सिर्फ झूठ और पीआर के भरोसे ही चल रही है। सुक्खू सरकार जिस योजना पर 10 लाख रुपए खर्च करती हैं उस योजना के विज्ञापन पर 10 करोड रुपए खर्च करने पर भी हिचकती नहीं है। इस सरकार ने महिला सम्मान निधि किसी को नहीं दी लेकिन प्रदेश के कोने में महिला सम्मान निधि के पोस्टर लगवा दिए। सरकार की योजनाएं जो जमीन पर उतरी ही नहीं या जिन्हें इस सरकार ने बंद कर दिया उनके पोस्टर बैनर से प्रदेश के कोने-कोने भरे पड़े हैं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री द्वारा जब अपने झूठे काम के प्रचार से भी दिल नहीं भरा तो उन्होंने करोड़ों रुपए खर्च करके भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को गाली देने का अलग कार्यक्रम शुरू किया है। इस प्रदेश के नेता कितने बेशर्म हैं कि ₹50000 की इंजेक्शन ना देकर एक बेटी के फिर से पिता का साया छीन लेते हैं, किसी मां के कंगन गिरवी रखवाते हैं तो किसी बहन बेटी को मंगलसूत्र बेचकर इलाज करने के लिए विवश करते हैं, लेकिन विपक्ष को गाली देने के लिए करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाते हैं। इसलिए प्रियंका गांधी द्वारा यह कहना कि उनकी पार्टी सोशल मीडिया और पब्लिसिटी से नहीं चलती है से साफ होता है उन्हें अपने पार्टी की कार्यशैली ही नहीं पता है।

शिमला: क्षेत्रीय रोजगार अधिकारी शिमला देवेंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पेटीएम सर्विसेज लिमिटेड, जीएम प्लाजा, फेस – 7, इंडस्ट्रियल एरिया मोहाली के लिए फील्ड सेल्स एग्जीक्यूटिव के 80 पदों हेतु क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय शिमला में कैंपस इंटरव्यू का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इन पदों के लिए इच्छुक उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता दसवीं पास या इससे अधिक, आयु 18 से 42 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इन पदों के लिए केवल पुरुष ही आवेदन कर सकते है। उन्होंने बताया कि आवेदक के पास एंड्रॉयड फोन और दो पहिया वाहन का होना अनिवार्य है। जो भी इच्छुक उम्मीदवार इन पदों से संबंधित योग्यता रखता हो, अपने सभी अनिवार्य दस्तावेज़ों व रिज्यूम सहित 15 अक्टूबर, 2025 को क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय शिमला में प्रातः 11 बजे पहुंचे।
उन्होंने बताया कि आवेदक का नाम रोज़गार कार्यालय में ऑनलाइन पंजीकृत होना अनिवार्य है और जिनका नाम रोजगार कार्यालय में पंजीकृत नहीं है वह संबंधित वेबसाईट eemis.hp.nic.in पर जा कर घर बैठे ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए 62847-96434 पर सम्पर्क कर सकते हैं।

सोलन: सोलन जिले के लुहारघाट में एक निजी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस बस में 42 लोग सवार थे, जिनमें से लगभग 10 लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। रामशहर क्षेत्र के लोहारघाट पंचायत के चहलवाना गांव में एक निजी बस के पटलने से 11 महिलाएं घायल हो गई हैं। घायलों को बिलासपुर स्थित एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। बस में बिलासपुर के नम्होल तहसील के कोटल गांव के लोग सवार थे। यह सभी लोग निजी बस करके चहलवाना अपने रिश्तेदार के घर में शादी समारोह में आ रहे थे।
जानकारी के अनुसार बिलासपुर के कोटला गांव से 42 लोग एक निजी बस (एचपी 67-2854) में सवार हो कर चहलवाना गांव आ रहे थे। जैसे ही बस चहलवाना गांव पहुंची और चालक साइड में बस को लगा रहा था। इस बीच अचानक बस पलट गई और बस के टायर ऊपर हो गए। बस जैसे ही पलटी तो चहलवाना गांव के लोग एकत्रित हो गए और घायलों को बस के बाहर निकालने में जुट गए। अधकिांश लोग खिड़कियों मे से बाहर आ गए थे। इस निजी बस में 42 लोग सवार थे। और यह भी चलवाना के बालकिशन के घर जाने वाले थे। लेकिन इससे पहले ही बस गिर गई। 11 महिलाओं को चोटें आई हैं। जिन्हें निजी वाहनों से उपचार के लिए बिलासपुर स्थित एम्स अस्पताल पहुंचाया गया।

शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित राज्य एकल खिड़की स्वीकृति एवं अनुश्रवण प्राधिकरण की 31वीं बैठक में नई औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने तथा मौजूदा इकाइयों के विस्तार के लिए 28 परियोजना प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इन प्रस्तावों में लगभग 1734.65 करोड़ रुपये का प्रस्तावित निवेश है तथा लगभग 5388 व्यक्तियों को रोजगार की सम्भावना है जो इस बात को दर्शाता है कि राज्य निवेशकों के लिए पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभर रहा है।
प्राधिकरण द्वारा अनुमोदित नए प्रस्तावों में माल्ट स्पिरिट ताजा और परिपक्व माल्ट स्पिरिट, जिन, भारत में निर्मित विदेशी तरल, मवेशी चारा के विनिर्माण के लिए मैसर्स एंगस डंडी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, जिला कांगड़ा, सोलर सेल के विनिर्माण के लिए मैसर्स मैनवर्स फार्मा एलएलपी, तहसील पांवटा साहिब, मैसर्स समर्थ लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड यूनिट-3, तहसील बद्दी, मैसर्स जुपिटर सोलरटेक प्राइवेट लिमिटेड, तहसील बद्दी, इलेक्ट्रिक वाहन, स्पेयर पार्ट्स (एक्सेसरीज) के विनिर्माण के लिए मैसर्स मोरपेन मेडिपैथ लिमिटेड, बद्दी, मैसर्स वीरा मोनोकार्टन्स प्राइवेट लिमिटेड, बद्दी, मेसर्स ओपीजी मोबिलिटी एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड यूनिट-3 एक्सटेंशन, बद्दी, कैप्सूल, ड्राई इंजेक्शन, लिक्विड इंजेक्शन, टैबलेट 500 एमजी के विनिर्माण के लिए मेसर्स सुपीरियर बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड, बद्दी, ऑटो स्पेयर पार्ट्स रीयर और फ्रंट एक्सेल शाफ्ट, विभिन्न नली के मामले स्पिंडल स्पूल, संयुक्त क्रॉस पिनियन योक, गियर शाफ्ट, मशीन आटोमोटिव पार्ट्स, पिनियन सपोर्ट क्लच के निर्माण के लिए मेसर्स एम्ब्रोस आटोकाम्प लिमिटेड यूनिट एम्प्रेसिजन, तहसील बद्दी, लोहा और इस्पात के सभी प्रकार के स्पेयर पार्ट्स और घटकों के निर्माण के लिए मेसर्स डेजर्ट ईगल आर्म्स प्राइवेट लिमिटेड, बद्दी, कॉप्रेस्ड बायो गैस, एफओएम और एलएफओएम जैविक उर्वरक के निर्माण के लिए मेसर्स सीबीजी प्लांट तहसील पांवटा साहिब, मेटलर्जिकल बायोचार और टोरेफाइड बायोमास के निर्माण के लिए मेसर्स बहारी रिन्यूअल एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड, बहारी तहसील धर्मपुर, जिला मंडी, मेसर्स पारस मसाले, तहसील हरोली, आइसक्रीम, अल्ट्रा हाई टेम्प्रेचर मिल्क के निर्माण के लिए शामिल हैं।
बैठक के दौरान प्राधिकरण ने जिन विस्तार प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान की उनमें जूतों के निर्माण के लिए मैसर्स कैम्पस ऐक्टिवियर लिमिटेड बद्दी, करंसी नोट, सुरक्षा पिगमेंट के निर्माण के लिए मैसर्स एरिस्टोक्राफ्ट इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड, पांवटा साहिब,
इंजेक्शन, कैप्सूल, मलहम, सिरप, टैबलेट के निर्माण के लिए इंजीनियर्ड फिल्म्स फायल और लेमिनेट, फार्मा पैकेजिंग इंडक्शन वेड मेसर्स यूनाइटेड बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड, तहसील नालागढ़, जिला सोलन, इंजेक्शन के निर्माण के लिए मेसर्स एरिस्टो लैबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड, तहसील बद्दी, जिला सोलन, इंजेक्शन निर्माण के लिए मैसर्स ज़ाइडस लाइफसाइंसेज लिमिटेड, बद्दी, फार्मास्युटिकल फार्मूलेशन (कैप्सूल) निर्माण के लिए मैसर्ज खुराना ओलेओ केमिकल्स (यूनिट-2), तहसील बद्दी, सोलिनायड वाल्वस निर्माण के लिए लैब्सा, एओएस, एसएलएस, एसएलईएस, सीएपीबी, सीएमईए, ईजीएमएस, ईजीडीएस, बीकेसी, फार्मूलेशन, सिंथेटिक यार्न के निर्माण के लिए मैसर्स सिद्धार्थ सुपर स्पिनिंग मिल्स लिमिटेड, तहसील नालागढ़, जिला सोलन, वितरण ट्रांसफार्मर, पावर ट्रांसफार्मर के विनिर्माण के लिए मैसर्ज एनजीजी पावर टेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, तहसील हरोली, जिला ऊना, ऑटो कंपोनेंट्स, एलॉय व्हील, सीमलेस ट्यूब/आउटर ट्यूब, एल्युमीनियम कास्टिंग के विनिर्माण के लिए मैसर्स माइक्रो सीमलेस, तहसील बद्दी, जिला सोलन, बोतलें, अन्य रंगीन सौंदर्य प्रसाधनों के कंटेनर लिपस्टिक मस्कारा आई लाइनर काजल पेंसिल आदि, कैप और क्लोजर, जार के विनिर्माण के लिए मैसर्स यूनिको कॉस्मेटिका प्राइवेट लिमिटेड, तहसील नालागढ़, बैटरी चार्जिंग और पैकेजिंग के विनिर्माण के लिए, मैसर्स बालाजी स्टोरेज बैटरीज लिमिटेड यूनिट-3, पांवटा साहिब, साबुन नूडल्स और साबुन, औद्योगिक मोनोकार्बाेलिक फैटी एसिड, आसुत ग्लाइक्राइन, पिच और अवशेष, क्रूड ग्लाइक्राइन के निर्माण के लिए मैसर्स राज इंडस्ट्रीज, तहसील नालागढ़, प्लास्टिक की बोतल, प्लास्टिक के ढक्कन के निर्माण के लिए मेसर्स अल्पला इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, बद्दी, टैबलेट, कैप्सूल, लिक्विड सिरप, लिक्विड सैशे, लाज़ेंजेस के निर्माण के लिए मेसर्स प्योर एंड क्योर हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड तहसील बद्दी, इन्फ्यूजन बीएफएस, ग्लास बोतल, लेपित और बिना लेपित टैबलेट, हार्ड जिलेटिन कैप्सूल, ओरल ड्राई पाउडर सैशे, लिक्विड सिरप सस्पेंशन के निर्माण के लिए मेसर्स हेटविक हेल्थकेयर एलएलपी, तहसील नालागढ़ शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रत्येक प्रस्ताव में कौशल-वार रोजगार का विवरण शामिल होना चाहिए तथा श्रम-प्रधान एवं हरित उद्योगों को आकर्षित करने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने ये निर्देश भी दिए कि औद्योगिक क्षेत्रों में वर्तमान पट्टा दरांे की समीक्षा भी की जाए तथा औद्योगिक प्लॉट के लिए रूपांतरण नीति भी तैयार की जाए।
उद्योग मंत्री हर्षवर्द्धन चौहान, मुख्य सचिव संजय गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव, उद्योग आर.डी नजीम, सचिव प्रियंका बासु इंगटी व राखी कहलों, निदेशक उद्योग युनुस और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।

कांग्रेस की सरकार ने किया हिमाचल प्रदेश का विकासः मुख्यमंत्री
शिमला: कांग्रेस संसदीय पार्टी की नेता सोनिया गांधी ने आज शिमला के ऐतिहासिक रिज पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने वीरभद्र सिंह के जीवन पर आधारित चित्र प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
इस अवसर पर कांग्रेस की महासचिव व सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि वीरभद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। वह ऐसे शख्स थे, जिनके दिल में हमेशा हिमाचल प्रदेश की भलाई रही। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से लेकर मेरे परिवार का हिमाचल प्रदेश के साथ विशेष लगाव है। यहां मेरा सिर्फ घर ही नहीं है, बल्कि मुझे पहाड़ों से भी बहुत लगाव है।
वीरभद्र सिंह को याद करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि राजनीति में कम ही मिसाल हैं, जो नेता सचाई पर चलते हैं। महात्मा गांधी ने देश को और वीरभद्र सिंह ने हिमाचल प्रदेश को जो रास्ता दिखाया, वही कांग्रेस पार्टी की मूल विचारधारा है। आज ऐसे नेताओं और राजनीति की जरूरत है जो सोशल मीडिया से आगे बढ़कर लोगों के लिए काम करे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी निडर होकर सच बोलते हैं और कांग्रेस पार्टी की इसी विचारधारा को प्रकट करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इसी विचारधारा पर चली है और चलती रहेगी। देश को विकास की राजनीति चाहिए, लेकिन जो केंद्र में सत्तासीन हैं वह इस विचारधारा से दूर है।
कांग्रेस महासचिव ने केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में आपदा के दौरान सैंकड़ों परिवार उजड़ गए और हर तरफ तबाही मची लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के आग्रह के बावजूद केंद्र सरकार ने यहां के लोगों की कोई मदद नहीं की। उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री सुक्खू प्रदेश के आपदा प्रभावितों का दर्द समझते हैं। वह हर जगह गए। उन्होंने आपदा प्रभावित परिवारों के लिए केंद्र से मदद मांगी, लेकिन वह प्रदेश को नहीं मिली क्योंकि भाजपा की राजनीति सिर्फ चुनाव जीतने के लिए हैं।’’
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कांग्रेस संसदीय पार्टी की नेता सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी का हिमाचल आने पर स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें तीस साल तक कांग्रेस में वीरभद्र सिंह के साथ काम करने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह से बहुत कुछ सीखा और प्रदेश की जनता उन्हें सड़कों के नेता के रूप में जानती हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने वर्ष 1971 में हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया, जबकि भाजपा के नेता ‘स्टेटहुड को मारो ठुड’ का नारा लगाते थे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश गांधी परिवार का ऋणी रहेगा, जिन्होंने इस प्रदेश के विकास के लिए भरपूर मदद दी। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी की सोच के कारण हिमाचल प्रदेश को आईआईटी मंडी, आईआईएम सिरमौर और केंद्रीय विश्वविद्यालय मिला। प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश में अपना घर बनाया है, जिससे पर्यटन को फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का विकास कांग्रेस पार्टी की देन है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा प्रतिभा सिंह ने कहा कि यह खुशी की बात है आज वीरभद्र सिंह की मूर्ति का अनावरण हुआ है और हमारे लिए यह भावुक क्षण है। सोनिया गांधी तथा प्रियंका गांधी ने इस कार्यक्रम मे आकर शोभा बढ़ाई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू भी वीरभद्र सिंह की तरह सादगी का जीवन जीते हैं और लोगों के कल्याण के लिए दिन-रात प्रयासरत रहते हैं।
उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया और प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री यशवंत सिंह परमार ने हिमाचल के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान किया। उन्होंने वीरभद्र सिंह को आधुनिक हिमाचल का निर्माता बताते हुए कहा कि हम उनकी ही पाठशाला में पढ़े हैं। वीरभद्र सिंह का प्रदेश के लोगों के साथ भावनात्मक रिश्ता था। वह रात 12 बजे तक जन-समस्याएं सुनते थे और हमेशा प्रदेश के लोगों के दुख-दर्द में साथ खड़े रहते थे। वीरभद्र सिंह ने शिक्षा और महिलाओं के उत्थान के लिए जीवन भर काम किया।
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सभी नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि आज का दिन मेरे जीवन का सबसे भावनात्मक क्षण है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह ने अपना पूरा जीवन जन सेवा के लिए समर्पित किया और प्रदेश में विकास का नया अध्याय लिखा है। आज उनकी प्रतिमा का अनावरण मात्र एक औपचारिक कार्यक्रम ही नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और जन-भावनाओं का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि लोगों के विश्वास पर खरा उतरना वीरभद्र सिंह की सोच का प्रतीक है। रोजगार, शिक्षा, सड़क और स्वास्थ्य क्षेत्र में उन्होंने अभूतपूर्व कार्य किया है। उन्होंने कहा कि मैं अपने पिता के दिखाए आदर्शों पर चलने की कोशिश कर रहा हूं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सोनिया गांधी जबकि उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रियंका गांधी को सम्मानित किया।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी रजनी पाटिल, पूर्व प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला, सह प्रभारी विदित चौधरी और चेतन चौहान, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट व दीपेंद्र हुड्डा, मंत्रिमंडल के सदस्य, विधायकगण, विभिन्न बोर्डों और निगमों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायकों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

रैंप योजना से एमएसएमई क्षेत्र में नवाचार और विकास को मिलेगी नई गति
सोलन: हिमाचल प्रदेश उद्योग विभाग कि ओर से ज़िला के सोलन में रेजिंग एंड एक्सेलेरेटिंग एमएसएमई परफॉरमेंस (RAMP) योजना के तहत जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) क्षेत्र की प्रगति, नवाचार और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने में ‘सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम प्रदर्शन को उन्नत एवं तीव्र करने का कार्यक्रम रैंप (RAMP)’ योजना की भूमिका पर चर्चा की गई।
योजना के बारे में जानकारी देते हुए महाप्रबंधक, औद्योगिक विभाग, सोलन श्री सुरेंदर ठाकुर ने बताया कि उद्योग विभाग की ओर से केंद्र की रैंप योजना के में छोटे उद्यमियों के लिए क्लस्टर योजना के तहत क्लस्टर बनाये जा रहे हैं। उन्होंने ने बताया कि विश्व बैंक द्वारा संचालित यह योजना एमएसएमई मंत्रालय की सबसे महत्वपूर्ण सुधार आधारित पहल है। इसके साथ ही गिफ्ट और स्पाइस योजना के बारे में भी प्रतिभागियों को जानकारी दी गयी।
इस कार्यशाला में श्री अशोक कुमार गौतम, डेवलपमेंट एंड फेसिलिटेशन ऑफिसर ( Development and facilitation officer)
भारत सरकार(डीएफओ), ने भारत सरकार की ओर से एमएसएमई के विकास के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी। उन्होंने बताया कि कैसे उद्यम पंजीकरण करवाया जा सकता है। रैंप योजना का उद्देश्य एमएसएमई क्षेत्र की वित्तीय स्थिरता, तकनीकी सशक्तिकरण और बाज़ार पहुँच को बढ़ाना है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ प्रदेश सरकार के माध्यम से सभी उद्यमी उठा सकते हैं।
इस कार्यशाला में गगन कुमार, ईकोनॉमिक इन्वेस्टीगेटर,ज़िला उद्योग केंद्र सोलन , सुनील कौशिक,एक्सटेंशन ऑफिसर डीआईसी सोलन और विनोद कुमार, कुनिहार सोलन एक्सटेंशन ऑफिसर विनोद कुमार और भी विशेष तौर पर उपस्थित रहे।
उद्योग विभाग विशेषज्ञों ने कहा कि यह योजना हिमाचल जैसे पर्वतीय राज्यों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है, क्योंकि यह सीमित ऋण प्रवाह, बाज़ार पहुँच और कम औपचारिकरण जैसी चुनौतियों का समाधान करते हुए नवाचार, डिजिटलीकरण और सतत औद्योगिक विकास को बढ़ावा देती है।
योजना के बारे में जानकारी देते हुए विवेक तिवारी ने बताया कि क्लस्टर प्रणाली के तहत उद्यमों को उच्च तकनीक, मशीनरी और उपकरण क्लस्टर स्तर पर उपलब्ध कराए जाएंगे, जो क्लस्टर विकास कार्यक्रम (MSE-CDP) के अंतर्गत प्रदान किए जा रहे हैं।
इस दौरान एमएसएमई हरितीकरण पहल की जानकारी दी गयी और इसके माध्यम से पर्यावरण अनुकूल प्रथाओं को अपनाने और प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता बढ़ाने के महत्व पर प्रकाश डाला। प
कार्यशाला के दौरान “कॉमन फैसिलिटी सेंटर (CFC)” की भूमिका पर भी चर्चा की गई, जो सूक्ष्म उद्यमों की गुणवत्ता, प्रतिस्पर्धा एवं विकास को सुदृढ़ बनाने में सहायक सिद्ध होंगे। इस अवसर पर कॉमन फैसिलिटी सेंटर के माध्यम से स्थानीय उद्योगों की चुनौतियों एवं अवसरों पर विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श किया गया।
इस कार्यशाला में लगभग 100 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इसमें एमएसएमई से जुड़े कारीगर समूहों के प्रतिनिधि, पर्यटन क्षेत्र के प्रतिभागी, एफपीओ/एफपीसी सदस्य एवं नवोदित उद्यमी शामिल थे। इसके साथ ही ज़िला सोलन रैंप टीम के सभी सदस्यों भी कार्यशाला में उपस्थित रहे।

अधिकारियों को सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध करने के दिशा-निर्देश
शिमला : मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने 13 अक्तूबर को शिमला के ऐतिहासिक रिज पर पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की प्रतिमा के अनावरण की तैयारियों के दृष्टिगत आज समारोह स्थल का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को विभिन्न दिशा-निर्देश दिए और सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध करने को कहा।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, विधायक हरीश जनारथा, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार मीडिया नरेश चौहान, महापौर सुरेंद्र चौहान, हिमुडा के उपाध्यक्ष यशवंत छाजटा, उपायुक्त अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी, निदेशक सूचना एवं जन संपर्क राजीव कुमार और अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
