जयराम सरकार की पूरी प्रशासनिक व्यवस्था अस्त व्यस्त, आये दिनों अधिकारियों की अदला बदली जारी : कुलदीप सिंह पठानिया

शिमला: प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता कुलदीप सिंह पठानिया ने जयराम सरकार के कार्यकाल को पूरी तरह विफल करार देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री सुशासन देने में भी पूरी तरह असफल रहें है।उन्होंने कहा कि प्रदेश के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री को सात मुख्य सचिव तक बदलने पड़े हैं।उन्होंने कहा कि अब जब तीन महीने इस सरकार के कार्यकाल के शेष बचे हैं तो तीन वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उन्होंने सलाहकार नियुक्त किये हैं। यह सब उनकी लचर प्रशासनिक व्यवस्था की पूरी पोल खोलता है।

प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में एक पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कुलदीप पठानिया ने कहा कि जयराम सरकार की पूरी प्रशासनिक व्यवस्था अस्त व्यस्त है। उन्होंने कहा कि आये दिनों अधिकारियों  की अदला बदली जारी है,यही कारण है कि अधिकारी अपना उत्तरदायित्व सही ढंग से नहीं निभा पाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार की कैबिनेट में गत दिन लिए गए फैसलों ने कांग्रेस के आरोपों पर मुहर लगाई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बार-बार कह रही है कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के बुरे हाल हैं और अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है और इन पदों को भरा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वीरवार को हुई कैबिनेट बैठक में डॉक्टरों के पद भरने का फैसला लिया गया है और यह कांग्रेस के आरोपों की पुष्टि करता है। उन्होंने कहा कि अब सरकार ने डॉक्टरों के खाली पदों को वाक इन इंटरव्यू से भरने जा रही है, जो कि सही नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके जरिए सरकार अपने करीबियों को यहां तैनात करेगी और जो भर्ती होगी वह बैकडोर होगी। 

कुलदीप सिंह पठानिया ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के साथ-साथ राज्य में शिक्षा का भी हाल बुरा है। उन्होंने कहा कि राज्य में बेरोजगारी चरम पर पहुंच गई है और पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले से युवाओं में भारी हताशा है। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में दोषी अफसरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। 

कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि भाजपा सरकार में हिमाचल को विशेष श्रेणी का दर्जा मिला है। जबकि असलियत यह है कि हिमाचल को विशेष श्रेणी राज्य का दर्जा कांग्रेस के कार्यकाल में डॉ. वाईएस परमार के वक्त मिला था और 2014 तक जारी था। इसके बाद योजना आयोग को समाप्त कर नीति आयोग का गठन होने से इसमें बदलाव हुआ था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केंद्र से हिमाचल को विशेष आर्थिक मदद लेने में असफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य पर 70 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है और इससे राहत दिलाने के लिए कोई भी कदम मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नहीं उठाया है। 

कुलदीप पठानिया ने कहा कि भाजपा सरकार प्राकृतिक आपदा में प्रभावित लोगों की मदद करने में भी विफल रही है। उन्होंने कांगड़ा के बोह में पिछले वर्ष हुई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों को राहत न मिलने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार में प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है और राहत के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। 

कुलदीप पठानिया ने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल में विकास के कोई कार्य नहीं किए हैं। जो-जो कार्य हो रहे हैं वह पूर्व वीरभद्र सिंह सरकार के कार्यकाल के हैं और उनके ही उद्घाटन किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार पूर्व सरकार के कार्यकाल में हुए शिलान्यास के स्थान बदलकर उन्हें अपना बताने में लगी है। उन्होंने कहा कि चंबा जिले के सिहुंता में कॉलेज का शिलान्यास 2016 में हुआ था और इसके लिए भूमि भी चिन्हित थी और बजट का भी प्रावधान था, लेकिन कोई कार्य इस सरकार में नहीं हुआ। अब उसकी जमीन को बदला जा रहा है और जहां बनाने की बात है वह स्थान भी उचित नहीं है। 

कुलदीप पठानिया ने कहा कि इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस भारी बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा में नेताओं और कार्यकर्ताओं में भारी घुटन महसूस हो रही है और इस कारण वे कांग्रेस में आ रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस का कोई नेता भाजपा में नहीं गया है और न ही आगे जाने वाले हैं।

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