हिमाचल: पांच दिवसीय दौरे पर शिमला आयेंगे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, विधानसभा के विशेष सत्र को करेंगे संबोधित
हिमाचल: पांच दिवसीय दौरे पर शिमला आयेंगे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, विधानसभा के विशेष सत्र को करेंगे संबोधित
शिमला: विधान सभा सचिवालय में एक प्रैस वार्ता को सम्बोधित करते हुए विधान सभा के अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा है कि पूर्ण राज्यत्व के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष पर हिमाचल पदेश विधान सभा में 17 सितम्बर, 2021 को एक दिवसीय विशेष का सत्र आयोजन किया जायेगा। इस विशेष सत्र को भारत के माननीय राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद सम्बोधित करेंगे। इस विशेष सत्र के दिन माननीय राज्यपाल हि. प्र. राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष, मुकेश अग्निहोत्री, मंत्रीपरिषद के सभी सदस्यगण तथा सदन के सभी माननीय सदस्य तथा पूर्व सदस्य भी मौजूद रहेंगे। माननीय राष्ट्रपति 11.00 पूर्वाह्न बजे सदन के सभी माननीय सदस्यों को सम्बोधित करेंगे।
परमार ने कहा कि 25 जनवरी, 1971 को हिमाचल प्रदेश भारतीय गणराज्य का 18वां राज्य बना था अर्थात हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था। परमार ने कहा कि प्रदेशवासी पूर्ण राज्यत्व के स्वर्णीम वर्ष को सम्पूर्ण उल्लास तथा धूम-धाम से मना रहे हैं।
परमार ने कहा कि पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त करने के लिए हमारे तत्कालीन नेतृत्व ने किस तरह से संघर्ष किया तथा पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने का क्या महत्व है तथा हमारे राजनेताओं का इसमें क्या योगदान रहा है उस बारे प्रदेश के युवाओं को शिक्षित करने हेतु हिमाचल प्रदेश सरकार प्रचार एवं प्रसार के माध्यम से तथा कई तरह के कार्यक्रमों को आयोजित करके उन्हें अवगत करवाना चाहती है। अत: उसी कढ़ी में हिमाचल प्रदेश सरकार ने पूर्ण राज्यत्व के स्वर्णीम वर्ष 2021 के उपलक्ष्य पर 51 विशेष कार्यक्रमों को आयोजित करने का निर्णय लिया है। उसमें से विधान सभा में एक दिवसीय विशेष सत्र का आयोजन भी शामिल है। भारत के माननीय राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद दिनांक 16 सितम्बर से 20 सितम्बर, 2021तक हिमाचल प्रदेश राज्य के पांच दिवसीय प्रवास पर पधार रहे हैं। अत: वह 17 सितम्बर को विधान सभा सचिवालय में सदन के सदस्यों को सम्बोधित करेंगे। परमार ने कहा कि इससे पूर्व डॉ. ऐ0 पी0 जे0 अब्दुल कलाम तथा प्रणव मुखर्जी इस माननीय सदन में अपना सम्बोधन दे चुके है तथा राम नाथ कोविंद तीसरे राष्ट्रपति होगें जो इस सदन में अपना सम्बोधन देगें।