कांग्रेस विधायक सुखविंद्र सुक्खू ने कोविड अस्पतालों में प्रबंधों व मरीजों की देखभाल पर उठाए सवाल

कांग्रेस विधायक सुखविंद्र सुक्खू ने कोविड अस्पतालों में प्रबंधों व मरीजों की देखभाल पर उठाए सवाल

  • संक्रमितों को कोविड अस्पतालों में सुलाने के लिए न ले जाएं, उनकी देखभाल भी हो : सुक्खू

  • वैक्सीन की पहली व दूसरी मौत के बाद हुई लोगों की मौत का आंकड़ा सार्वजनिक करे सरकार

  • विधायक व पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से लॉकडाउन में लोगों की मदद करने की अपील की

शिमला: कांग्रेस विधायक व पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कोविड अस्पतालों में प्रबंधों व मरीजों की देखभाल पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमितों को अस्पतालों में सुलाने के लिए न ले जाएं, वहां उनका उचित उपचार, देखरेख भी हो। संक्रमित सो तो अपने घर पर भी सकते हैं। अस्पतालों में उनकी सही देखभाल नहीं हो रही, दवाई तो दूर समय पर भोजन तक नहीं मिल रहा। अस्पताल सरकारी कुप्रबंधन का पूरी तरह शिकार हैं।

सुक्खू ने सरकार से कोविड वैक्सीन की पहली व दूसरी डोज लगाने के बाद हुई लोगों की मौत का आंकड़ा भी सार्वजनिक करने की मांग की है। उन्होंने कहा, लोगों को ज्ञान होना चाहिए कि पहली डोज के बाद कितने लोगों की मृत्यु हुई व दूसरी डोज के बाद कितनों की। इसके साथ ही सरकार वैक्सीन व टीकाकरण की भी उचित व्यवस्था करे। प्रदेश में 18 से 44 साल के व्यक्तियों के लिए पर्याप्त वैक्सीन ही नहीं है। सरकार ने वैक्सीन का ऑर्डर करने में भी देरी की, जिससे अब स्टॉक कम पड़ गया है। प्रदेश में तेज गति से लोगों को वैक्सीन नहीं लग पा रही है।

सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे लॉकडाउन में जरूरतमंद लोगों की अधिक से अधिक मदद करें। पीड़ित परिवारों को अगर किसी चीज की जरूरत है तो उसे मुहैया कराने का हर संभव प्रयास किया जाए। साधन-संपन्न लोग भी महामारी में लोगों की मदद को आगे आएं। लॉकडाउन के कारण काफी लोगों को मदद की जरूरत है। कोविड मानकों को मद्देनजर रखते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कोरोना योद्धा की भूमिका निभानी चाहिए। कार्यकर्ता अपनी-अपनी पंचायतों में ऑक्सीमीटर व थर्मल स्कैनर लेकर घर-घर जाएं और ऑक्सीजन व तापमान स्तर की जांच करें। तापमान 98.5 से ज्यादा रहने व ऑक्सीजन स्तर लगातार 90 से नीचे आने पर संबंधित व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल पहुंचाएं।

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