शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने केन्द्रीय भूतल एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा हिमाचल प्रदेश को जो नायाब तोहफे दिए हैं उनका स्वागत करते हुए कहा कि जब से देश में नरेन्द्र भाई मोदी की सरकार बनी है हिमाचल प्रदेश को एक के बाद एक नायाब तोहफे दिए गये हैं।
प्रो. धूमल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का विकास, हिमाचल प्रदेश का आवागम केवल और केवल सड़कों पर आधारित है। सड़कें हमारी भाग्य रेखा है और मोदी की सरकार ने डेढ़ साल में 6 नेशनल हाईवे और 2 इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर देकर हिमाचल प्रदेश को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाने का प्रयास किया। 6 मई 2016 को नितिन गडकरी ने 17 नए नेशनल हाईवे अकेले हिमाचल प्रदेश को देकर आज तक के हिमाचल के इतिहास की सबसे बड़ी देन दी है। लगभग 15000 करोड़़ रू. की लागत से बनने वाले यह नेशनल हाईवे हिमाचल प्रदेश के आवागमन को नई ऊंचाईयों पर पहुंचायेंगे। इसके साथ केन्द्र कुल मिलकार 25000 करोड़ रू. सड़कों में ही हिमाचल प्रदेश में निवेश करेगा। प्रो. धूमल ने कहा कि कभी हिमाचल प्रदेश एक व दो नेशनल हाईवे के लिए भी तरसा करता था और इन्हें प्राप्त करने के लिए अनेकों बार दिल्ली के चक्कर काटने पड़ते थे, परन्तु नरेन्द्र भाई मोदी की सरकार ने भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश के आग्रह पर हिमाचल के भविष्य को संवारने के लिए नितिन गडकरी को हिमाचल भेजकर ये घोषणाएं की है। इससे पूर्व हिमाचल प्रदेश को अनेक प्रकार के बेहतरीन उपहार दिए हैं जिसमें ऑल इंडिया इन्स्टीच्यूट ऑफ मेडिकल सांईसिज, इंडियन इन्सटीच्यूट ऑफ मेनेजमैंट, 3 मैडिकल कॉलेजों के निर्माण के लिए 600 करोड़ रू. की धनराशि, रेलवे के विस्तार के लिए लगभग 450 करोड़ रू. देकर व अन्य अनेक योजनाएं देकर हिमाचल प्रदेश को मालामाल किया है।
प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का विशेष राज्य का दर्जा जिसके अंतर्गत 90 प्रतिशत और 10 प्रतिशत के अनुपात से ग्रांट हिमाचल प्रदेश को मिला करती थी उसे कांग्रेस की सरकार ने बंद कर दिया था। नरेन्द्र भाई मोदी ने केन्द्र प्रायोजित योजनाओं में90 प्रतिशत और 10 प्रतिशत का सहयोग देकर हिमाचल के भविष्य को सुरक्षित किया है।
प्रो. धूमल ने कहा कि टैक्स रेवन्यू में मिलने वाली 32 प्रतिशत की ग्रांट को बढ़ाकर 42 प्रतिशत किया है, जिससे हिमाचल प्रदेश को सालाना हजारों करोड़ रू. का लाभ मिला है। प्रो. धूमल ने नेशनल हाईवे की लिस्ट को जारी करते हुए कहा कि हिमाचल को निम्नलिखित राष्ट्रीय उच्च मार्ग मिले हैं:-
- भोटा एन.एच. 103-जाहू-कलखल-नेरचौक (एन.एच. 154) -57 कि.मी.
- रानीताल एन.एच. 503 – कोटला (एन.एच. 154) – 47 कि.मी.
- रोहडू-टिक्कर-रिओगघाटी-नेराघाटी-भालीधार-बडेऊं-पनोग-क्यारी-दियोरी-कोटखाई (एन.एच. 705) – 62कि.मी.
- छैला (एन.एच. 705)-सैंज-ओछघाट-सराहन-कोलनवाला बुद्ध-नारायणगढ़- 153 कि.मी.
- शिमला(तारादेवी)-कुनिहार-रामशहर-नालागढ़-घनौली (एन.एच. 205) – 106 कि.मी.
- नेरीपुल-अनौरा-राजगढ़-बनेठी (एन.एच. 907ए.)- 118 कि.मी.
- मण्डी-गगल-चैलचौक-जंजैहली-गगल-चैलचौक-जंजैहली-छतरी-रानाबाग-नगन- 125 कि.मी.
- नारकंडा-बाघी-टिक्कर-रोहडू – 78 कि.मी.
- तकलेच से नोगली – 14 कि.मी.
- घुमारवीं-जाहू-सरकाघाट – 43.2 कि.मी.
- हमीरपुर-सुजानपुर-आलमपुर-पालमपुर- 59 कि.मी.
- जंक्शन विद एन.एच.-503 ए. थानाकलां-बंगाणा जंक्शन विद एन.एच. 3-नजदीक नादौन – 30 कि.मी.
- नादौन – टिहरा सुजानपुर-संधोल-कांडापट्टन (एन.एच. 3) – 65 कि.मी.
- बरोटीवाला-पट्टा-कुठाढ़-अर्की-शालाघाट – 83 कि.मी.
- शिमला (ढली)-तत्तापानी-चुराग-रोहांडा-सुन्दरनगर – 100 कि.मी.
- हाटकोटी (एन.एच. 705) रोहडू-सुंगरी-तकलेश-सराहन-ज्यूरी (एन.एच. 5) – 125 कि.मी.
- बांगा-गढ़शंकर-श्री आनंदपुर साहिब-श्री नैनादेव जी नजदीक स्वारघाट (एन.एच. 205) – 103 कि.मी.
के लिए केन्द्र की सरकार का धन्यवाद किया और हिमाचल प्रदेश की सरकार केन्द्र द्वारा दी जा रही खुली सहायता का उपयोग जनहित में शीघ्र करे ऐसा आग्रह किया। प्रो. धूमल ने 500 करोड़ रू. की लागत से निर्मित होने वाले रेलवे ओवर ब्रिज देने के लिए भी एन.डी.ए. सरकार का आभार व्यक्त किया। हिमाचल प्रदेश रोपवे के मामले में व अन्य आवागमन के साधनो में आगे बढ़े इसके लिए भी केन्द्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को आमंत्रित किया है और हर प्रकार के सहयोग का वचन दिया है।