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स्मार्ट सिटी को लेकर प्रदेश भाजपा कर रही है क्षेत्रवाद की राजनीति : कांग्रेस

शिमला: मुख्य संसदीय सचिव नीरज भारती एवं जगजीवन पाल, कांगड़ा जिला के कांग्रेस पार्टी एवं समस्त निर्दलीय विधायकों और वन निगम के उपाध्यक्ष केवल सिंह पठानिया ने कहा कि स्मार्ट सिटी को लेकर प्रदेश भाजपा क्षेत्रवाद की राजनीति कर रही है। उन्होंने भाजपा नेताओं पर कांगड़ा के लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करने तथा भ्रामक बयानबाजी कर प्रदेश के लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की इस घटिया मानसिकता के लिए कांगड़ा के लोग उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे।

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में कांगड़ा जिला तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है। विकास की इस गति में कोई भी बाधा क्यों न आए, उसे दूर किया जाएगा ताकि यह जिला विकास का आदर्श बनकर उभरे। उन्होंने कहा कि धर्मशाला न केवल शहर के रूप में विकसित हुआ है बल्कि यह जिले का मुख्यालय भी है और इसे अघोषित ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में लिया जाता है। लेकिन, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा ने अपने कार्यकाल में और अब विपक्ष में रहते हुए हमेशा जिले की उपेक्षा की है। उन्होंने जिले को न केवल चार भागों में बांटने का नाकाम प्रयास किया बल्कि जिले के अपने ही पार्टी नेतृत्व को खेमों में बांटकर जिले के विकास को रोके रखा, जिसका परिणाम उन्हें पिछले विधानसभा में भुगतना पड़ा है।

उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिले के लोग समझदार हैं और वास्तविकता को समझते हैं। प्रदेश में जब-जब वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री बने जिले में विकास के अनेक आयाम स्थापित किए गए। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व वाली वर्तमान प्रदेश सरकार ने पुनः जिले में विकास को नई दिशा प्रदान की है। भाजपा इस विकास को पचा नहीं पा रही है, क्योंकि वह संकीर्ण मानसिकता से ग्रस्त है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी को लेकर प्रदेश उच्च न्यायालय के निर्णय से कांगड़ा जिले के लोग हतप्रभ हैं और विभिन्न गैर सरकारी संगठनों एवं संस्थाओं ने निर्णय के संदर्भ में स्थानीय नेताओं के सम्मुख रोष प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता प्रदेश में विकास की राह में रोड़े अटकाने तथा प्रदेश की एकता और सौहार्द्धपूर्ण वातावरण को दूषित करने का कुप्रयास कर रहे हैं।

कांगड़ा जिले के लोगों की भावनाओं को आवाज देते हुए आज यहां जारी संयुक्त प्रेस वक्तव्य में उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के संदर्भ में वे उच्च न्यायालय के निर्णय पर टिप्पणी नहीं करना चाहते, लेकिन विपक्षी पार्टियों द्वारा कोर्ट के निर्णय की आड़ में ऊपरी और निचले हिमाचल की राजनीति को हवा दे कर न्यायालय के निर्णय को राजनीतिक फायदे के लिए भुनाने का प्रयास किया जाना निदंनीय है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार राज्य के प्रत्येक शहर के साथ-साथ हर गांव को स्मार्ट बनाने और लोगों को अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण है कि धर्मशाला स्मार्ट सिटी बने तथा वे इस हक में हैं कि धर्मशाला की तरह प्रदेश के अन्य शहर शिमला, सोलन, सुन्दरनगर, मण्डी, मनाली, डलहौजी, बिलासपुर, कुल्लू भी चरणबद्ध तरीके से स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किए जाएं, लेकिन भाजपा नेताओं द्वारा स्मार्ट सिटी के लिए धर्मशाला का विराध करना भाजपा की ओछी राजनीति और संकीर्ण सोच को दर्शाता है।

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