मन की आंखों से संसार को देखते हुए चल बसे “रवीन्द्र जैन”

मुम्बई: हिंदी सिनेमा में फिल्म ‘सौदागर’ से पदार्पण करने वाले संगीतकार और गीतकार रवींद्र जैन हम सबको अलविदा कह गए हैं। इस तरह उन्होंने मुंबई के लीलावती अस्पताल में शुक्रवार शाम अंतिम सांस ली है। हम सबके बीच सिर्फ उनकी यादें और उनका रचा संगीत संसार ही बाकी बचा है।

फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’, ‘दो जासूस’ और ‘हीना’ जैसी फिल्मों में संगीत देने वाले संगीतकार ने मशहूर धारावाहिक ‘रामायण’ को अपनी आवाज और धुनों के जरिए घर-घर में लोकप्रिय भी बनाया है। 1980 और 1990 के दशक में जैन ने कई पौराणिक फिल्मों और धारावाहिकों में संगीत दिया था. रवींद्र दृष्टिबाधित थे, इसके बावजूद उन्होंने एक से बढक़र एक गीत रचे और सुरीले नगमे दिए, जिन्हें लोग बार-बार सुनना पसंद करते हैं।

इस प्रकार बॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री हेमामालिनी ने लिखा कि उनके प्यारे दादा रवींद्र जैन के निधन की हाल ही में खबर मिली, वह उनके निधन से बहुत ही अधिक दु:खी भी हैं। हेमा जैन के साथ कई मंचीय प्रस्तुतियां दे भी चुकी हैं। इस तरह जैन के निधन पर अभिनेता-निर्माता संजय खान, राजश्री प्रोडक्शन के महाप्रबंधक पी के गुप्ता, अभिनेता रिषि कपूर, गायक सोनू निगम, संगीतकार सलीम मर्चेंट और शेखर रिजवानी ने भी ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की है।

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