ढोल नगाड़े तथा अन्य वाद्य यन्त्रों के साथ अनाडेल हेलीपैड पर लोक सभा अध्यक्ष का जोरदार स्वागत 

  •  दूल्हन की तरह सजा विधान सभा सचिवालय 

  •  1921 में आयोजित समारोह की याद को ताजा करेगा शताब्दी वर्ष समारोह 

  • 82वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेने शिमला पहुंचे बिरला 

शिमला: अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन के चेयरमैन तथा लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला अपराह्न 1 बजकर 40 मिनट पर हेलीकॉप्टर द्वारा अनाडेल हैलीपैड पहुंचे। हिमाचल प्रदेश विधान सभा के विपिन सिंह परमार ने गर्मजोशी के साथ उनका हैलीपैड पर स्वागत किया। अध्यक्ष विधान सभा के अतिरिक्त संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज, विधान सभा उपाध्यक्ष डॉ. हंस राज, मुख्य सचेतक बिक्रम सिंह जरयाल, उप मुख्य सचेतक कमलेश कुमारी, डी. जी. पी. हिमाचल प्रदेश संजय कुंडु, जिलाधीश शिमला आदित्य नेगी, एस. पी. शिमला, डॉ. मोनिका भटुंगरू, तथा विधान सभा सचिव यशपाल शर्मा भी लोक सभा अध्यक्ष की अगवानी करने मौजूद थे। हेलीपैड पर ढोल नगाड़े तथा अन्य वाद्य यन्त्रों के साथ लोक सभा अध्यक्ष का स्वागत किया गया। गौरतलब है कि बिरला 82वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेने शिमला पहुंचे हैं।

इस अवसर पर परमार ने हैलीकॉप्टर से शिमला पहुंचे राज्य सभा के उप सभापति  हरिवंश, तामिलनाडू, राजस्थान, हरियाणा तथा उड़ीसा के विधान सभा  अध्यक्षों का भी गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया।

  परमार ने कहा कि कल ओम बिरला सम्मेलन का शुभारम्भ करेंगे। परमार ने कहा कि बिरला कल लोक सभा सचिवालय तथा हिमाचल प्रदेश सरकार के निगमों तथा ग्रामीण विकास विभाग द्वारा लगाई गई प्रर्दशनियों का भी शुभारम्भ करेंगे।  परमार ने कहा कि उदघाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री  जयराम ठाकुर, राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश तथा नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, उपाध्यक्ष डॉ. हंस राज, मंत्री परिषद के सदस्य, विधान सभा सदस्य, सभी राज्यों के पीठासीन तथा उप पीठासीन अधिकारी, लोकसभा सांसद , पूर्व विधान सभा अध्यक्ष, पूर्व उपाध्यक्ष भी शामिल होंगे।

परमार ने कहा कि कल के सम्मेलन में दो महत्वपूर्ण विषयों जिसमें से एक शताब्दी यात्रा समीक्षा और भविष्य की कार्य योजना तथा दूसरी पीठासीन अधिकारियों का संविधान सदन और जनता के प्रति दायित्व पर गहन चर्चा की जायेगी। उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य है कि हम शताब्दी वर्ष समारोह शिमला में मना रहे है तथा यह 1921 में आयोजित समारोह की याद को भी ताजा करेगी।

परमार ने कहा कि सम्मेलन के लिए विधान सभा सचिवालय को दूल्हन की तरह सजाया गया है तथा सभी के खाने-पीने की भी बेहतरीन व्यवस्था की गई है। परमार ने कहा है कि सभी को पर्यटन की दृष्टि से मशहूर स्थलों कुफरी, नालदेहरा, चायल तथा अन्य प्रमुख मंदिरों  में दर्शन हेतु ले जाया जायेगा ताकि वे शिमला की यादों को समेट कर जा सके। इसके अतिरिक्त आज विधान सभा में 58वें सचिवों के सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। जिसमें 23 राज्यों के सचिवों ने भाग लिया।   

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