रीना ठाकुर/शिमला: आगामी शरद ऋतु में बर्फबारी के दौरान जनजीवन सामान्य बनाए रखने के लिए सभी विभाग समन्वय स्थापित कर कार्य करें। शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने यह विचार आज बर्फबारी के दौरान सामान्य जनजीवन बनाए रखने के लिए विभिन्न विभागों की तैयारियों संबंधी बैठक की अध्यक्षता करते हुए बचत भवन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि बर्फबारी के दौरान सभी व्यवस्थाओं को सुचारू बनाये रखने के लिए शिमला नगर को पांच सैक्टर में बांटा गया है।
- सैक्टर-1 में संजौली, ढली, नालदेहरा, कुफरी, मशोबरा, बल्देयां व छोटा शिमला क्षेत्र सम्मिलित किये गये हैं।
- सैक्टर-2 में ढली-संजौली बाईपास, आईजीएमसी, लक्कड़-बाजार विक्ट्री टनल तक, कैथू, ढली, भराड़ी, चैड़ा मैदान, एजी आफिस, हिमाचल प्रदेश विश्व विद्यालय और अन्नाडेल क्षेत्र सम्मिलित किये गये हैं।
- सैक्टर-3 में बाईपास एनएच सड़क वाया आईएसबीटी शोघी तक, बीसीएस, चक्कर, बालुगंज, टुटू, नाभा, फागली, खलीनी, जतोग व विकास नगर क्षेत्र शामिल किये गये हैं।
- सैक्टर-4 में विक्ट्री टनल से कार्ट रोड़ छोटा शिमला तक, ओक ओवर, यूएस क्लब, रिज, जाखू क्षेत्र, रिच माउंट, रामचन्द्रा चैक, कमला नेहरू हास्पिटल, हाली लाज, उच्च न्यायालय और उपायुक्त कार्यालय क्षेत्र सम्मिलित किये गये हैं।
- सैक्टर-5 में मैहली, कसुम्पटी, पंथाघाटी, हिमाचल प्रदेश सचिवालय और ब्राॅकहाॅस्ट क्षेत्र शामिल किये गये हैं।
प्रत्येक सैक्टर में हर विभाग का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है ताकि आपातकालीन परिस्थितियों के दौरान समयबद्ध कार्य सुनिश्चित किया जा सके।
उन्होंने अधिकारियों को बर्फबारी के दौरान अधिक बाधित होने वाली सड़कों को चिन्हित करने के निर्देश दिए ताकि वहां पर उचित मशीनरी उपलब्ध करवाई जा सके और उन सड़कों को समयबद्ध खोला जा सके।
शिक्षा मंत्री ने सभी विभागों को समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी विभाग स्नो मैनुअल के तहत सभी तैयारियां समयबद्ध पूर्ण करें, ताकि बर्फबारी के दौरान किसी भी तरह की विपरीत परिस्थिति का सामना न करना पड़े।
उन्होंने विभिन्न विभागों को जिला के दूर-दराज के क्षेत्रों में खाद्यान्न, सड़क, स्वास्थ्य व संचार की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम शिमला को शिमला के सभी अस्पतालों की सड़कों को चालू रखने के निर्देश दिए ताकि किसी भी मरीज को असुविधा न हो। उन्होंने परिवहन निगम को बर्फबारी के दौरान बसों व यात्रियों का ध्यान रखने निर्देश दिए ताकि किसी प्रकार की अनहोनी न हो।
उन्होंने बताया कि इस दौरान पर्यटकों की आमत को देखते हुए ढली व टूटीकंडी बाईपास की नगर निगम की पार्किंग को निःशुल्क किया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा गाड़ियां वहां पर खड़ी रहे ताकि वहां से परिवहन निगम की टैक्सियां पर्यटकों को शिमला शहर व अन्य पर्यटक स्थलों पर ले जाए।
उन्होंने नगर निगम शिमला व वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि समन्वय स्थापित कर शहर के पुराने पेड़ों को हटा दे ताकि बर्फबारी के दौरान यह पेड़ मुश्किलें पैदा न करें।
इस अवसर पर उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने नगर निगम शिमला को इस दौरान पार्किंग संबंधी समयसारिणी व पार्किंग स्थान की उपलब्धता की वास्तु स्थिति की जानकारी उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए ताकि पर्यटकों को पार्किंग के लिए ईधर-उधर न भटकना पड़े।
उन्होंने सभी उपमंडलाधिकारियों को बर्फबारी के दौरान जनजीवन सामान्य बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम समयबद्ध उठाने के निर्देश दिये।
उन्होंने बताया कि जिले में बर्फबारी के दौरान किसी प्रकार की सूचना के आदान-प्रदान के लिए आपातकालीन नम्बर चालू है। जिला आपदा प्रबंधक प्राधिकरण आपातकालीन नम्बर 1077 तथा नगर निगम शिमला का आपातकालीन नम्बर 1916 है, जहां से जिला के नागरिक किसी भी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कर सकते है। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को उनके पास उपलब्ध विभिन्न उपकरणों की सूची तैयार कर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और प्रशासन को सौंपने के निर्देश भी दिये। इस अवसर पर निदेशक मौसम विभाग मनमोहन सिंह ने बताया कि शीत ऋतु में 15 दिसम्बर से बर्फबारी की संभावनाएं बढ़ जाती है तथा इस साल बर्फबारी सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।